पूर्व उपायुक्त रोहतक बलबीर सिंह मलिक का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे इन दिनों वे अपने निवास स्थान गुड़गांव में रह रहे थे। पिछले कुछ दिनों से वह बीमार चल रहे थे। गुड़गांव में ही उनका दाह संस्कार किया गया। श्री बलबीर सिंह का जन्म गांव जसराना जिला रोहतक के एक समृद्ध किसान परिवार में 5 फरवरी 1932 को हुआ। वे बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि एवं महेनती थे।पढ़ाई के साथ-साथ कृषि कार्यों में भी पूरा सहयोग करते थे। खेलकूद में उनकी सदा से ही रुचि थी। जाट शिक्षण संस्था रोहतक से अपनी शिक्षा पूरी कर 1955 में संयुक्त पंजाब में राज्यस्व अधिकारी के रूप में चयनित हुए। इसके उपरांत हरियाणा के गठन के बाद उनका चयन हरियाणा सिविल सर्विस के लिए हुआ। इस दौरान उन्होंने जींद, हांसी और कैथल में उपमंडलाधीश के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की। इसके बाद उनका चयन आई ए एस के रूप में हुआ। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल के डिप्टी प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की। जुलाई 1987 से फरवरी 1990 तक रोहतक जिले के उपायुक्त के रूप में कार्यरत रहे! इसके बाद मार्च 1990 को उन्होंने हरियाणा लोक सेवा आयोग के सदस्य का पदभार संभाला। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से ही वे अपने निवास स्थान विकास नगर रोहतक में रहने लगे। वे सेवानिवृत्ति के बाद से ही वे राजस्व अधिकारीयों एवं आम लोगों के लिए निशुल्क परामर्श देते रहे। श्री मलिक बेहद खुश दिल इंसान थे। उनका पूरा जीवन बेहद अनुशासित एवं व्यवस्थित था। वे सामाजिक दायित्वों के लिए काफी सजक रहते थे। नियमित रूप से व्यायाम करते थे। युवा पीढ़ी में हो रहे लगातार अवमूल्यन से काफी चिंतित रहते थे। उनका मानना था की युवा पीढ़ी अपनी जड़ों से कट गई है, इसके खतरनाक परिणाम होंगे। वे अपने पीछे अपनी पत्नी कृष्णा देवी, पुत्र देवेंद्र सिंह मलिक आई ए एस उपराष्ट्रपति के मीडिया सलाहकार, अजय मलिक सेवानिवृत्ति आई ए एस एवं पुत्री मीनू सहित पोते नाती छोड़ गए हैं। दामाद संजय बेनीवाल आईपीएस दिल्ली पुलिस महानिदेशक कारागार के पद पर आसीन है। उनके पुत्र देवेंद्र मलिक ने बताया कि 25 दिसंबर को गुड़गांव में उनके पिता की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी। जिसमें समस्त मित्र रिश्तेदार और उनके सहयोगी श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
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