हमारी संस्कृति ही हमारा धरोहर है: डॉ बाघमारे
लोहरदगा उपायुक्त ने जिले एकमात्र अटल ट्रिंकरिंग केंद्र का किया निरीक्षण
मंजूरमती हाई स्कूल को प्लस टू की मान्यता दिलाने में सहयोग का दिलाया भरोसा
बैठे-बैठे हमने भारत का दर्शन किया
संस्कृत विविधता और बोली भाषा भारत की ताकत: कमांडेंट राहुल
तमाम राज्यों के लोक लोकनृत्यों की हुई सशक्त प्रस्तुति
लोहरदगा । हमारी संस्कृति हमारा अनमोल धरोहर है। हमारी विविध बोली- भाषा, संस्कृति और परंपरा जब एक मंच पर उतरता है, तो वहीं लघु भारत बन जाता है।
देश के कोने-कोने में जुदा-जुदा संस्कृति वाले लोग भी भारत के हर राज्य की संस्कृति को सहजता से अपनाते व स्वीकार करते हैं। यही भारत की असली ताकत और एकता का परिचायक है। उक्त बातें उपयुक्त लोहरदगा डॉ वाघमारे कृष्ण प्रसाद ने कही।
वह रविवार को देर शाम उपनगरीय क्षेत्र महादेव आश्रम, लोहरदगा स्थित मंजूरमती हाई स्कूल परिसर के अटल ट्रिकरिंग केंद्र के बहुउद्देशीय प्रेक्षागृ में आयोजित 52 वां वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
डीसी डॉ बाघमारे कृष्ण प्रसाद ने कहा की विद्यालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में हमें एक स्थान पर बैठे-बैठे भारत का दर्शन हो गया। बच्चों ने गढ़वाली, कश्मीरी, बंगाली, पंजाबी, ओड़िशी ,गुजराती, नागपुरी, नेपाली, राजस्थानी, कजरी, हरियाणवी, मराठी, गोवन, और दक्षिण भारतीय शैली की नृत्यों को प्रस्तुत कर मन मोह लिया। यह भावी पीढ़ी के लिए प्रेरक कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा की विद्यार्थियों ने इंपैक्ट आफ सोशल मीडिया ओं मेंटल हेल्थ मीम लघु नाटिका के माध्यम से मोबाइल के दुरुपयोग का जो परिदृश्य प्रस्तुत किया, उससे सबक लेने की जरूरत है। सकारात्मक और अच्छाइयों को ग्रहण करने की जरूरत है।
इस मौके पर डीसी डॉ वाघमारे कृष्ण प्रसाद ने कहा कि स्कूल को प्लस टू की मान्यता देने में हमारे स्तर पर जो भी सहयोग होगा, हम उसे करेंगे। इस विद्यालय में जनजाति के बच्चे बड़ी संख्या में पढ़ते हैं। उन्हें इसका लाभ मिलेगा।
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विशिष्ट अतिथि सीआरपीएफ 158 बटालियन लोहरदगा मुख्यालय के बटालियन कमांडेंट राहुल कुमार ने कहा कि बच्चों ने हमें हमारी संस्कृति और विविधता में एकता से रूबरू कराया। यही काम हम भी करते हैं। हमारे बटालियन में सभी प्रांतों के सभी वर्ग के जवान हैं। हम सभी मिलकर एक साथ मां भारती की सुरक्षा के लिए काम करते हैं। हमारे आयोजनों में भी इसकी प्राथमिकता होती है। हमारी ताकत हमारी विविध संस्कृतियों को एक मंच में लाना और एक स्वर में भारत भारत को सशक्त बनाने का संकल्प लेना है। इसका परिदृश्य यहां के बच्चों ने प्रस्तुत किया।
इस मौके पर प्रबंध समिति सचिव मदन मोहन पांडेय ने कहा कि विद्यालय की स्थापना 1971 में की गई थी। तबसे लेकर अब तक के संघर्षों और सफलताओं की लंबी फेहरिस्त है। बावजूद इसके हम आज भी ज्ञान की ज्योति को मसाला बनाकर लोहरदगा जनपद के लिए उज्ज्वल बनाने के नेक काम में जुड़े रहे हैं।
कार्यक्रम को प्रधानाचार्य मनोज्ञा पांडेय और जूनियर विंग की प्राचार्य रीता पांडेय आदि ने संबोधित किया।
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कार्यक्रम में इनकी रही सक्रिय सहभागिता-
कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा महिला कॉलेज के प्राचार्य स्नेह कुमार, ओमप्रकाश सिंह, ब्रजबिहारी प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद खत्री, राजेंद्र प्रसाद देव, राजकिशोर महतो, अजय मित्तल,अजय कुमार पंकज, चंद्रशेखर प्रसाद, उपेंद्र महतो, शिवप्रसाद राजगढ़िया, उमेश कांस्यकार, नंदकुमार पांडेय, विनोद राय, परमेश्वर साहू समेत बड़ी संख्या में तमाम शिक्षक- शिक्षिकाएं अभिभावक और विद्यार्थी मौजूद थे। इस मौके पर उपायुक्त ने अटल ट्रैंकरिंग लैब का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम के उपरांत ग़ज़ल संध्या का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा।
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