राची, झारखण्ड | दिसम्बर | 19, 2023 ::
एस.एस.मेमोरियल महाविद्यालय रांची में विकसित भारत संकल्प यात्रा 2047 को लेकर एक बैठक प्रभारी प्राचार्या डॉ.वंदना राय द्वारा की गई।इस अवसर पर डॉ.वंदना द्वारा प्राध्यापकों को बताया गया की पूरे भारत में, एक परिवर्तनकारी अभियान चल रहा है। विकसित भारत संकल्प यात्रा जिसकी शुरुवात झारखंड राज्य के शहीद बिरसा मुंडा के जन्मस्थली उलिहातु खूंटी में किया गया। यह संकल्प यात्रा 2047,सभी भारतीयों के घरों तक सशक्तिकरण और उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करती है। यह योजना संपूर्ण भारत में चलेगा जिससे विश्व पटल पर हमारा देश अग्रिम पंक्ति में खड़ा हो जायेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस यात्रा का उद्देश्य विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करना और योजनाओं के शत प्रतिशत संतृप्ति के लिए "जनभागीदारी" की भावना में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना है।इस संबंध में प्राचार्या द्वारा बताया गया की सभी बच्चे अपना विचार 30 दिसंबर 2023 तक इस योजना हेतु अपना विचार एप के माध्यम से भेजना है।यह भारत सरकार की अब तक की सबसे बड़ी आउटरीच पहल है। यह पहल 25 जनवरी, 2024 तक देश भर में 2.60 लाख ग्राम पंचायतों और 4000 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों को कवर करेगी।
केवल एक महीने की छोटी सी अवधि में, यह यात्रा देश की 68,000 ग्राम पंचायतों (जीपी) में 2.50 करोड़ से अधिक नागरिकों तक पहुंच गई है। इसके अलावा, लगभग 2 करोड़ व्यक्तियों ने विकसित भारत संकल्प भी लिया है और केंद्र सरकार की योजनाओं के 2 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने 'मेरी कहानी मेरी जुबानी' पहल के तहत अपने अनुभव साझा किए हैं।
इस अवसर पर हिंदी भाषा के विभागाध्यक्ष डॉ.समर सिंह द्वारा बताया गया की
विकसित भारत संकल्प यात्रा न केवल एक भरोसा है, बल्कि वास्तविक सुधारों से भरी एक यात्रा है। यहां कुछ उपलब्धियों को दर्शाया गया है जो प्रगति की अहम तस्वीर प्रस्तुत करती है।विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रगति की राह में कई उपलब्धियां हासिल कर रही है। आयुष्मान कवरेज, हर घर जल कनेक्शन, डिजिटलीकृत भूमि संबंधी दस्तावेज और ओडीएफ प्लस के मामले में शत प्रतिशत के लक्ष्य को हासिल कर विकसित भारत संकल्प यात्रा असंख्यक लोगों के जीवन में बदलाव का प्रमाण है। सरकार की प्रमुख योजनाओं के सकारात्मक प्रभाव का एक सशक्त उदाहरण है। “विकसित भारत संकल्प यात्रा उन लोगों तक पहुंचने का एक बड़ा माध्यम बन गई है जो अब तक सरकारी योजनाओं से नहीं जुड़ पाए हैं। हमें स्वच्छता अभियान, जागरूकता पैदा करने के लिए निकाली जा रही प्रभात फेरी, स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान विकसित भारत पर बच्चों की चर्चा, बनाई जा रही रंगोली और प्रत्येक घर के द्वार पर जलाए जा रहे दीपों के माध्यम से भी इस योजना को प्रसारित करना चाहिए।यह योजना केंद्र सरकार और देश के लोगों के बीच एक सीधा संबंध, एक भावनात्मक जुड़ाव स्थापित किया है चाहे सरकारी कर्मचारी हों, जन प्रतिनिधि हों या नागरिक हों, या विद्यार्थी सभी को पूरी निष्ठा के साथ एकजुट होकर विकसित भारत संकल्प यात्रा 2047 से सभी को जुड़ना चाहिए। सबके प्रयास से ही भारत का विकास होगा।”
आज के इस कार्यक्रम में डॉ. एजाज अहमद,प्रो.राजेश कुजूर, डॉ.समर सिंह, डॉ.त्रिभुवन कुमार शाही, डॉ. पी. के. दास,डॉ.जुरन सिंह मुंडा,डॉ.रंजीत कुमार चौधरी,डॉ.सीमा सुरीन,डॉ.तनुज खत्री,डॉ.अनुपमा सिंह,डॉ.प्रेमा कुमारी,डॉ.रागिनी गोस्वामी,डॉ.अर्चना सिंह,डॉ.जिज्ञासा ओझा, डॉ.संगीता कुमारी,डॉ.अभिषेक गुप्ता,डॉ.सुभाष साहू,डॉ.नंद किशोर सिन्हा,डॉ.कन्हैया लाल,डॉ.अनिल कुल्लू,डॉ. नजीज़ हसन, मो. सिबली अख्तर, डॉ.उषा कीड़ों, डॉ.प्रांजल शाह,डॉ.नेम्हा टोप्पो,डॉ.मुकेश उरांव,डॉ.राज श्री इंदवार, रौनित केरकेट्टा सहित सभी शैक्षिक तथा गैर शैक्षिक कर्मी उपस्थित थे।
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