Wednesday 27 December 2023

जारी गांव नहीं तीर्थ स्थल :: याज्ञवल्क्य शुक्ल

राची, झारखण्ड  | दिसम्बर  | 27, 2023 :: 
आज अल्बर्ट एक्का जी के जन्मदिन समारोह जो गुमला जिले के जारी गांव में आयोजित था। इस कार्यक्रम में 
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य ने कहा कि परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का को जन्मदिवस पर नमन करते हुए कहा कि युवा होने का मतलब अपनी सरहद सीमा और अपनी संस्कृति संरक्षण हेतु संघर्ष जारी रहे। जारी गांव नहीं तीर्थ स्थल है। अल्बर्ट एक्का के नाम पर झारखंड में एक विश्वविद्यालय की स्थापना हो और प्रचलित पाठ्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता के नाम से उनकी वीर गाथा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। जारी में देश भक्ति का प्रवाह इस प्रकार है की जारी का लाल अपने पराक्रम से पूर्वी भारत का एकमात्र परमवीर चक्र विजेता है। पाकिस्तान को परास्त करते हुए अपने पराक्रम से कीर्ति गढ़ा है। जारी से भारतीय सेना में बड़ी संख्या में नौजवान योगदान के लिए आगे आएं ।
जिस बांग्लादेश के निर्माण में झारखंड के जांबाज योद्धाओ ने अपनी प्राण की आहुति दी थी। उस झारखंड भूमि पर बांग्लादेश के लोगों ने झारखंड की भूमि को विराजमान होकर झारखंड की संस्कृति ,अस्मिता के साथ में खिलवाड़ कर रहे हैं लेकिन, आज  झारखंड की सरकार आज मौन बनकर घुसपैठियों की सेवा करने में लगी हुई है।


प्रधानमंत्री जी यदि शहीद गांव आते हैं तो निश्चित ही यहां विकास की गंगा बहेगी। जिस प्रकार से डाक्टर, उद्योगपति, कृषि वैज्ञानिक, समाजसेवी, शिक्षक और युवाओं ने इस गांव में विकास के लिए सहयोग करने की बात कही है तो लोग भी जगेंगे  और विकास में योगदान देंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर ने कहा कि अल्बर्ट एक्का अद्भुत शक्ति का वीरता का परिचय देते हुए परम गति को प्राप्त हुए थे और जारी में एवं खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सेना में भर्ती होने के लिए जो तेजी आई थी उसके एक प्रमुख उदाहरण बने थे। भारत माता की सेवा के लिए हर युवा को अल्बर्ट एक्का की तरह सदैव तत्पर रहना चाहिए जंग का मैदान हो या समाज के दुश्मनों से लड़ना हो हर गलत चीजों का विरोध करना चाहिए प्रधानमंत्री जी के आने से निश्चित ही गांव विकसित होगा सफल होगा आगे बढ़ेगा ऐसे में समाज के हर वर्ग के सहयोग की आवश्यकता होगी जिस प्रकार से आज यहां पर सभी लोगों ने सहयोग दिखाया है इससे एक नई उम्मीद लोगों में जगी है।
अल्बर्ट एक के पुत्र विंसेंट एक्का उपस्थित जनसमूह को देखकर भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि आप सब मेरे पिताजी के गांव को संवारने में जो योगदान दे रहे हैं वह युगों युगों तक याद रखा जाएगा।
समिति के अध्यक्ष दिलीप बड़ाईक ने कहा कि भारत माता की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले परमवीर को उनके जन्मदिवस पर इतने अच्छे-अच्छे समाजसेवी लोगों ने जो अपने योगदान देने की बात कही है वह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस कार्यक्रम में अलवर टीका के सुपुत्र विंसेंट एक्का को 11000रु का चेक भी प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम का संचालन स्वामीजी दिव्यज्ञान ने और डॉ अटल पांडेय ने किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ विजय राज, आचार्य कृष्ण जी, आईएमए के उपाध्यक्ष डॉ अभिषेक रामदीन, जनजातीय सुरक्षा मंच के संदीप उरांव, कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अर्जुन राम, मोनू शुक्ला, अवधेश ठाकुर, कुणाल शर्मा, देवेंद्र लाल उरांव

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