Monday 31 July 2023

श्री शिव महापुराण कथा 1 अगस्त 2023 से श्री श्याम मन्दिर में


राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 31, 2023 ::
श्री श्याम मण्डल के तत्वाधान में  दिनांक 1 अगस्त 2023 से 7 अगस्त 2023 तक अग्रसेन पथ स्थित श्री श्याम मन्दिर में श्री शिव महापुराण कथा का शुभारम्भ होने जा रहा है । 
कल प्रातः 8:30 बजे से मन्दिर के प्रथम तल्ले में गणपति , नवग्रह इत्यादि के पूजन आचार्य श्री श्याम भारद्वाज के नेतृत्व में होंगे । 
पूजन के पश्चात अपराह्न 3 बजे से लक्ष्मीनारायण मन्दिर ( सेवा सदन हॉस्पिटल के सामने ) 51 कलश पूजन के साथ कलश यात्रा प्रारम्भ होकर श्री श्याम मन्दिर में विराजमान किया जाएगा । 
मुख्य कार्यक्रम अपराह्न 4 बजे से चिन्मय आश्रम के स्वामी श्री परिपूर्णनन्द जी व्यास पीठ पर विराजमान होकर कथा प्रारम्भ करेंगे । प्रतिदिन कथा संध्या 4 बजे 7 बजे तक आयोजित है तथा कथा के समापन के पश्चात महाआरती एवम प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा । 
श्री श्याम मण्डल , रांची सभी धर्म प्रेमियों से आग्रह करता है की अधिक से अधिक संख्या में पधार कर इस श्रावण मास में होने वाले श्रीशिव महापुराण कथा का लाभ लें । 

बेटियों को दुर्गा सप्तशती और बेटों को गीता पढ़ाएं : पं रामदेव

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 31, 2023 ::

सनातनी बेटियों को सरस्वती और दुर्गा बनाऐं - पं रामदेव 
• सरस्वती विद्या बुद्धि तो दुर्गा युद्ध की देवी है ,
•  बेटियों को दुर्गा सप्तशती और बेटों को गीता सप्ताह में एक दिन दो से बीस साल तक पढ़ाएं, 

नारी को अबला समझकर महिषासुर ने भी नारी से मरने का वरदान ब्रह्मा जी से ले लिया और कैलाश पर नारी पार्वती को पाने चला, यही विडम्बना है आदि काल कि नारी को पग पग पर हिंसा,शोषण,दोहन और उत्पीड़िन का शिकार होना पड़ता है , गरुड़ पुराण ने कहा है नारी का शरीर दुःख का घड़ा है, महिषासुर और सहोदर भाई रक्तबीज सहित करोड़ों सेना का संहार हिमालय पर विराजमान दुर्गा जी ने अनेक रुपों में किया , दानवों को जीत पाना देवताओं के लिए मुश्किल था वहां भारत के बेटियों ने विजय प्राप्त कर, बताया कि मान सम्मान,स्मिता,धर्म और राष्ट्र के लिए रणचण्डी बन जाओ, देवी दुर्गा से लेकर लक्ष्मी बाई तक की कथा है , अत्याचार पर टुक पड़ो अबला बनकर अतिबला बनकर सबला हो जाओ, परशुराम शस्त्र और शास्त्र लेकर चलते हैं, वैसे हमारी बेटियों को सरस्वती के पुस्तक और बीना के साथ दुर्गा के खड्ग, धनुष बाण, जैसे आयुध और सर्प के जगह विष लेकर आत्मरक्षार्थ चलना होगा, यदि बेटियां स्वयं को रणचण्डी, दुर्गा,काली ,भवानी की आत्मभुता समझ लेगी तो महिला हिंसा समाप्त हो जाएगा, इसलिए भारत के बेटियों को दो साल से ही आत्मरक्षार्थ कलाओं को सीखना अतिआवश्यक है , यह सतानन का मुल संकेत है , इसलिए सनातन में तीन सौ साठ दिन में छत्तीस दिन नवरात्रि और दस दिन महाविद्या जयंती  देकर नारी को देवी रुप कहा है , देवी सरनेम भी दिया जिसका अर्थ है , सृष्टि में सबसे उच्च ज्ञान विज्ञान समृद्धि ,यश विभुति और बल से परिपूर्ण मानवीय कृति है ,सरस्वती विद्या बुद्धि तो दुर्गा युद्ध की देवी है , बेटियों को दुर्गा सप्तशती और बेटों को बालगंगाधर तिलक का  गीता सप्ताह में एक दिन दो से बीस साल जरुर पढाऐं , पं रामदेव पाण्डेय ने बरियातू हाउसिंग में छठे दिन के देवीभागवत कथा में कहीं है ,


कुर्बान उस्ताद फाउंडेशन का नुमाइशी प्रोग्राम एक अगस्त को


कुर्बान उस्ताद फाउंडेशन का नुमाइशी प्रोग्राम एक अगस्त को

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 31, 2023 ::

कुर्बान उस्ताद फाउंडेशन के तत्वाधान में नुमाइशी प्रोग्राम का आयोजन एक अगस्त की रात् 9 बजे से मरहूम कुर्बान उस्ताद की याद में किया गया है।
उक्त जानकारी देते हुए आजम अहमद ने बताया कि इसके तहत एक अस्त्र-शस्त्र चालन नुमाइशी प्रतियोगिता का आयोजन हाथी खाना डोरंडा में किया गया है।
जिसमें डोरंडा के 24 अखाड़ों के खिलाड़ी भाग लेंगे और अपने अस्त्र-शस्त्र चालन का नुमाइश करेंगे।
उन्होंने बताया कि नुमाइश में भाग लेने वाले सभी अखाड़ों को तीन तीन तलवार  प्रदान किए जाएंगे।

इसके अलावा विनर, रनर अप और सेकंड रनर अप  अखाड़ा सहित खिलाड़ियों को योग्यता के अनुसार 50 गोल्ड मेडल भी प्रदान किए जाएंगे।

कार्यक्रम में सेंट्रल मोहर्रम कमेटी, धवताल अखाड़ा डोरंडा सहित विभिन्न अखाड़ों को आमंत्रित किया गया है।
इसमें विशेष रुप से श्री महावीर मंडल डोरंडा, काली पूजा समिति डोरंडा, डोरंडा दुर्गा पूजा समिति, श्रृंगार समिति डोरंडा के पदाधिकारी शामिल होंगे, जिन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया जाएगा और एक एक तलवार भेंट की जाएगी।
कुर्बान उस्ताद फाउंडेशन के मोहम्मद अबू बकर गुलाम मुस्तफा हाजी मोहम्मद हाफिज मोहम्मद इस्लाम मोहम्मद रिंकू सदर मोहम्मद इस्माइल फरहत शमसी मोहम्मद इम्तियाज मोहम्मद नजीर भाई मोहम्मद कमाल मोहम्मद जाहिद मोहम्मद रियाज मोहम्मद शाहबाज मोहम्मद शहजादा और मोहम्मद समीर अलबेला ने अकीदतमंदों से बाद नमाज ईशा हाथीखाना डोरंडा में शरीक होकर इस कार्यक्रम को कामयाब बनाने की गुजारिश की है।

Sunday 30 July 2023

नारी श्रद्धा और संहार की प्रतिमूर्ति - पं रामदेव

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 30, 2023 ::
नारी श्रद्धा और संहार की प्रतिमूर्ति - पं रामदेव 
• सनातन में नारी देवी है और दुसरे पंथो में खेत कहीं गयी है,
• बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और धर्म, संस्कृति विद्या बुद्धि से निपुण बनाओं 
श्रीमद्देवीभागवत कथा पांचवें दिन पं रामदेव पाण्डेय जी कहा नारी का शोषण,दमन , उत्पीड़न सृष्टि के विकास के साथ ही होता आया है , जो शोषित,दमित और उत्पीड़ित होता है वह अपना रक्षण स्वयं करें, यह दुर्गा, चामुण्डा, भद्रकाली आदि देवियों से सीखिए, नारी को पाने की इच्छा देवता, दानव और मनुष्य तीनों करते हैं, इसकी आवश्यकता भी है , यही नारी शक्ति है जिसकी उपासना शिव, विष्णु और ब्रह्मा भी करते हैं, वह त्रिगुणात्मक आदि शक्ति मणिद्वीप वासिनी है, जब सृष्टि सृजन के मुल नारी है तो मां कहीं जाती है लक्ष्मी, सरस्वती जैसी, और जब यह प्रतिकार करती है या तमस से आच्छादित होती है तो काली, चामुण्डा की तरह , सतातन ग्रंथों में नारी की बड़ी महिमा है श्रद्धा, देवी है, जबकि भारत के पश्चिम देशों के ग्रंथो में नारी को खेत और फील्ड बताया है , हिन्दूत्व में नारी क्षमा की प्रतिमूर्ति हैं तो दुसरे पंथो में नारी को पत्थर मारने और कोड़े बरसाने का आदेश सृष्टि कर्ता से है, 
 हिन्दूत्व में दस दिशाओं के देवी को दस महाविद्या और नौ ग्रहों की देवी को नव देवी और नवरात्रि से विभूषित किया है, श्रीमद्देवीभागवत, मार्कण्डेय पुराण और दुर्गा सप्तशती कथानुसार सभी देवताओं ने अपनी अपनी शक्ति दुर्गा जी को दिया और नारी शक्ति को सबल बनाकर स्वयं ही अपने संरक्षण करने का रास्ता दिखाया है, हर बेटी‌ को आप अपने कला कौशल बुद्धि, ज्ञान, शस्त्र और शास्त्र बेटियों को दे, देवता बनिए,  इसलिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और धर्म, संस्कृति, विद्या, बुद्धि से निपुण बनाओं, नारी श्रद्धा और संहार की प्रतिमूर्ति हैं,

विश्व तस्करी दिवस :: हर साल 30 जुलाई


विश्व मानव तस्करी दिवस पर विशेष :: गुड़िया झा

विश्व में मानव तस्करी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 30 जुलाई को विश्व तस्करी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को  तस्करी के विषय में जानकारी देना है। इसके माध्यम से उन्हें जबरन मजदूरी और अन्य गैर कानूनी कार्यों के प्रति जागरूकता लाना है। 
मानव तस्करी विश्व में एक ऐसा अपराध है जो दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। 2010 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लोगों की तस्करी से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर इस योजना को अपनाया था। जिसमें दुनिया भर की सरकारों ने इस संकट को रोकने के लिए लगातार प्रयास करने का आग्रह किया था।  इस योजना का उद्देश्य विश्व भर में मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई को संयुक्त राष्ट्र के व्यापक कार्यक्रमों में एकीकृत करना था।
यह दिन मानव तस्करी के शिकार  लोगों की स्थिति के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने और उनके अधिकारों के लिए प्रचार और संरक्षण करने के बात पर जोर देता है। इसके शिकार लोगों को वापस अपने घर लौटने पर परिवार और समाज में वह सम्मान नहीं मिल पाता है, जिसके वो हकदार हैं। आगे हमारे समाज में ऐसी घटनाएं ना हों इसके लिए हम सबको मिल कर आगे आना होगा। लोगों को खुद भी इसके प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। कुछ उपायों को आसान बनाकर इसे रोका जा सकता है।

1, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम चलाना।
किसी भी तरह के अपराध के लिए अशिक्षा और बेरोजगारी सबसे बड़ा अपराध है। जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर हैं उनके लिए भी अच्छी शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए और लगातार उस पर निगरानी रखते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। ऐसे बच्चों के माता पिता को भी  शिक्षा के महत्व और इसके प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। क्योंकि अभी भी गांव के कई परिवारों में माता पिता लड़कियों को पढ़ाना नहीं चाहते हैं और गरीबी के कारण दूसरे व्यक्ति की बातों में आकर अपनी बेटियों को बाहर कार्य करने के लिए भेज देते हैं। यहीं से शुरू होता है उनका शोषण। इसकी रोकथाम के लिए हर गांव में अच्छे स्कूल और अच्छे शिक्षक की नियुक्ति कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देते हुए मानव तस्करी को रोका जा सकता है।

2, विभिन्न सरकारी योजनाओं को आसान बनाना।
वैसे तो आये दिन गरीबों की सहायता के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जाती हैं। लेकिन इसका समुचित लाभ लोगों को नहीं मिल पाता है।  इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि सरकार की इन योजनाओं में भी बहुत से ऐसे नियम भी होते हैं जो लोगों को सही तरीके से पता भी नहीं होता है। 
इसलिए सरकारी योजनाएं भी आसान होनी चाहिए जिसका लाभ प्रत्येक गरीब व्यक्ति उठा सके और ऐसे लोगों को अपनी जीविका के लिए तस्करी का शिकार न होना पड़े।

3, कानून व्यवस्था को सुनिश्चित कर कड़े कदम उठाना।
मानव तस्करी को रोकने के लिए हर जगह कानून व्यवस्था भी कड़े होने चाहिए। कई बार लोग कानून की आंखों में धूल झोंककर मानव तस्करी का कार्य निडरता पूर्वक करते हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाई होनी चाहिए साथ ही ऐसे बच्चों के माता पिता को भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए जो थोड़े से पैसों के लिए किसी अनजान के हाथों अपने बच्चों को बाहर भेज देते हैं।

एक बार फिर सूखे की चपेट में झारखण्ड, पर पिछली राहत राशि का भुगतान अबतक बाकी : बंधु तिर्की


एक बार फिर सूखे की चपेट में झारखण्ड, पर पिछली राहत राशि का भुगतान अबतक बाकी : बंधु तिर्की 

झारखण्ड के लगभग 24 लाख किसान सरकारी मदद की आस में 

रांची . पूर्व मंत्री और झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि 
झारखण्ड के 24 लाख से अधिक किसानों को पिछले वर्ष घोषित सूखा राहत की राशि अबतक नहीं मिली है और यह गंभीर चिन्ता की बात है. जबकि इस वर्ष फिर से कम वर्षा के कारण झारखण्ड का अधिकांश हिस्सा सूखे की चपेट में है और अपने भविष्य के प्रति किसान बहुत अधिक व्याकुल एवं आशंकित हैं.
श्री तिर्की ने कहा कि राज्य के कुल 33 लाख 62 हज़ार 823 से पिछले वर्ष सरकार की घोषणा के बाद राहत के लिये आवेदन किया था जिनमें से लगभग 10 लाख किसानों को ही राज्य सरकार ने साढ़े तीन हज़ार रूपये की सहायता राशि दी है और बाकी किसान मदद की आस लगाये बैठे हैं.
श्री तिर्की ने कहा कि राज्य सरकार के आँकड़ों के अनुसार आवेदन करनेवाले किसानों में 17 लाख 49 हज़ार 806 वैसे हैं जिन्होंने कम बारिश के कारण बुवाई ही नहीं की जबकि 
10 लाख 259 किसानों ने फसल तो लगाई पर उनकी एक तिहाई फसल क्षतिग्रस्त हो गयी. जबकि 
6 लाख 12 हज़ार 758 वैसे भूमिहीन कृषक मज़दूर हैं जो इस आपदा से प्रभावित हुए.
उन्होंने कहा कि झारखण्ड में पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी बहुत कम वर्षा हुई है और सूखे के कारण फसलों की व्यापक क्षति अनुमान है इसलिये सरकार को अविलम्ब किसानों की पुरानी बकाया राहत राशि का भुगतान कर इस साल किसानों को राहत पहुँचाने की योजना को अंतिम रूप देना चाहिये और इसके लिये युद्ध स्तर पर तैयारी करनी चाहिये.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं क़ृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख से इस समस्या के गंभीरता एवं संवेदनशीलता से समाधान की अपील करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य सरकार का यह दावा अपनी जगह पर सही हो सकता है कि उसे केन्द्र सरकार की ओर से अभी तक सूखा राहत के नाम पर कोई सहायता राशि नहीं मिली है जबकि केन्द्रीय टीम ने प्रभावित जिलों का दौरा भी किया था और झारखण्ड सरकार को 9500 करोड़ रूपये के केन्द्रीय मदद की आस है. लेकिन श्री तिर्की ने कहा कि यदि केन्द्र से अभी तक सूखा राहत के नाम पर कोई सहायता राशि नहीं मिली है तो किसानों को विकट स्थिति से निकालने का कोई रास्ता राज्य सरकार को ही निकालना चाहिये क्योंकि यह उसकी नैतिक जिम्मेदारी है.
श्री तिर्की ने कहा कि पिछले साल झारखण्ड सरकार ने राज्य के पूर्वी सिंहभूम और सिमडेगा को छोड़कर प्रदेश के 22 जिलों के 226 प्रखंडों को सूखा प्रभावित घोषित किया गया था. इनमें से 7 जिलों में आंशिक सुखाड़ का असर देखा गया जिनमें रांची, बोकारो, रामगढ़, लोहरदगा, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले शामिल है. जबकि, खूंटी, पलामू, गढ़वा, लातेहार, हजारीबाग, धनबाद, कोडरमा, गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, दुमका, पाकुड़, गोड्डा, साहिबगंज जिले 
में सूखे का सर्वाधिक असर देखा  गया. श्री तिर्की ने कहा कि यह राज्य सरकार का स्वयं का आकलन है लेकिन इस स्थिति में भी 23-24 लाख किसानों को राहत राशि का न मिलना गंभीर चिन्ता की बात है जबकि पुनः फसल की बुवाई का समय आ गया है और किसान फिर से कम वर्षा के कारण सूखे की त्रासदी के प्रति आशंकित हैं.

Saturday 29 July 2023

मंहगाई बढ़ गयी क्यों कि अधर्म बढ़ गया - पं रामदेव

मंहगाई बढ़ गयी क्यों कि अधर्म बढ़ गया - पं रामदेव

जब अधर्म बढ़ेगा तो महंगाई बढ़ेगी, मानवीय उत्पात, प्राकृतिक आपदाओं का आगमन होगा,
जिस साल मीरा जी को देवर राणा जी ने  जहर दिया था उस साल  मेवाड़ में अकाल पड़ गया था,
ब्रह्मचर्य, सत्य, तप, दान, संयम,शौच, अहिंसा, शांति, धैर्य, क्षमा , चोरी न करना, पवित्रता , इंद्रियों पर नियंत्रण , बुद्धि , ज्ञान, क्रोध न करना,इनसे  युक्त होने पर ही धर्म की वृद्धि होती है, आमजन सुखी समृद्ध और सम्पन्न रहते हैं,
 जब धर्म पर चोट होगा तो ,यही ग्लोबल वार्मिंग का रूप लेगा ऐसी स्थिति मे धरती भी ब्रह्मा और पति विष्णु के पास जाकर गुहार लगाती है , अपने और संसार की रक्षा के लिए, सामाजिक और  राजनीतिक पाप के कारण अधर्म बढ़ता है,रामवतार में एक राजा रावण तो कृष्णावतार में कंस, जरासंध,और भोंमासुर पर संगीन आरोप था  भगवान के न्यायालय में, आज भारत के चार हजार में सत्रह सौ सतर  विधायक पर संगीन मुकदमा है ,और वही आरोपी  कहते है मंहगाई बढ़ गयी, जब  आप अपराधियों को राजा बनाएंगे तो प्रकृति कुपित होगी ही , इसलिए मंहगाई का कारक हर आम इन्सान है, जो  खेती बारी छोड़ दिया वह, जो सरकार खेती के लिए सुविधाएं नहीं दिया या सुविधा छीन लिया, राजा और जनता दोनो महंगाई के बराबर लिए जिम्मेदार है , अधर्म का बढ़ना भूमि देवी का भार बढ़ना है और जब यह भूभार-पाप बढ़ेगा तो  तो भगवान ही नहीं नारी शक्ति भगवती भी नौ देवी और दस महाविद्याओं के रूप में अवतार लेकर दुष्टों का दमन करती है , श्री मद्देवीभागवत कथा के चौथे दिन पं रामदेव पाण्डेय ने राम-जानकी मन्दिर बरियातू में कहीं , यह कथा बारह अगस्त तक चलेगी,

श्रावण अधिमास शुक्ल पक्ष की कमला एकादशी महापर्व श्रद्धा एवम भक्ति भाव से आयोजित

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 29, 2023 ::

अग्रसेन पथ स्थित श्री श्याम मन्दिर में आज दिनांक 29 जुलाई 2023 को श्रावण अधिमास शुक्ल पक्ष की कमला एकादशी महापर्व अत्यन्त श्रद्धा एवम भक्ति भाव से आयोजित किया गया । 

अधिमास शुक्ल पक्ष की एकादशी का विषेश महत्व होने के कारण प्रातः से मन्दिर में श्री श्याम प्रभु के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ हो गई थी ।
 इस अवसर पर श्री श्याम प्रभु को प्रातः नवीन वस्त्र ( बागा ) पहनाकर स्वर्ण आभूषणों से अलंकृत कर विभिन्न रंगों के खुशबूदार फूलों गुलाब , रजनीगंधा , बेला , चमेली व तुलसी दल से मनमोहक श्रृंगार किया गया , साथ ही मन्दिर में विराजमान बजरंगबली एवम शिव परिवार का भी विषेश श्रृंगार किया गया । 

रात्रि 9 बजे श्री श्याम प्रभु की पावन ज्योत प्रज्वलित कर श्री श्याम मण्डल के सदस्यों द्वारा संगीतमय संकीर्तन का गणेश वन्दना के साथ प्रारंभ किया गया । 

* बस इतनी तमन्ना है , हे श्याम तुम्हें देखूं
* बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तों का दिल दिवाना लगता है
* खाटू के बाबा श्याम जी मेरी रखोगे लाज
* खूब सज्यो श्रृंगार खाटू वाले को*l
* देता हरदम सांवरे हारे का तू साथ
 इत्यादि भजनों पर भक्तगण देर रात तक बाबा को रिझाते रहे । 
इस अवसर पर श्री श्याम प्रभु को विभिन्न प्रकार के मिष्ठान , फल , मेवा , केसरिया दूध व मगही पान का भोग अर्पित किया गया । 
रात्रि 12 महाआरती व प्रसाद वितरण के कार्यक्रम का समापन किया गया । आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रमेश सारस्वत , ओम जोशी , गोपी किशन ढांढनीयां, चन्द्र प्रकाश बागला , धीरज बंका , नितेश लाखोटिया , विकाश पाड़िया, अशोक लाठ, सुदर्शन चितलांगिया , बालकिशन परसरामपुरिया का सहयोग रहा । 

Friday 28 July 2023

रूर ने अपनी प्रेयशी प्रेमदता को आधी आयु देकर जीवन‌ दिया : पं रामदेव पाण्डेय

Lराची, झारखण्ड  | जुलाई  | 28, 2023 ::

शिव,राम और रुर आदर्श पति है, 
*सनातन में प्रेम कथा सुखांत है, 
आदर्श पति की बात करते हैं तो भगवान शिव, च्यवन ऋषि का पोता रूर,श्री राम है , यह सब प्रेम कहानी है पर यहां सभी प्रेम कहानी सुखांत है, जबकि शेष कथित लव स्टोरी दुखांत ही होते‌ है,
श्री मद्भ‌देवीभागवत कथा के तीसरे दिन पं रामदेव पाण्डेय ने कहा कि रूर ने अपनी प्रेयशी प्रेमदता  को आधी आयु देकर जीवन‌ दिया था, तो शिव ने सती के शरीर को लेकर अफगानिस्तान से माम्यार तक विरह वेदना में भटकते रहे और एक सौ आठ सिद्ध पीठ बना जहां सती के जले शरीर का अंग गिरा,और हजारों साल समाधी में रहकर फिर पार्वती के रूप में प्राप्त किया , राम ने सीता के लिए रावण को जीत लिया तो बृहस्पति ने तारा को पुनः गृहस्थी में अवसर देकर आदर्श दाम्पत्य का परिचय दिया , साथ ही तारा ,सीता,सती के द्वारा किये गलतियों को क्षमा भी किया, नारी सदैव क्षमा की पात्र है, राम जानकी मंदिर हाउसिंग कालानी बरियातू में कथा चल रही है ,

एकता -आकाश ने सजोडे किया 11 का प्रत्याख्यान

दिल्ली | जुलाई  | 28, 2023 ::
28/7/2023- युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के मंगलकारी आशीर्वाद से व उनकी प्रबुद्ध सुशिष्या साध्वीश्री अणिमाश्री जी ठाणा 5 की प्रेरणा से साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा जी की संसार पक्षीय भांजी श्रीमती एकता
धर्मपत्नी आकाश (सुपुत्र-स्व.श्री बाबूलाल जी लुनिया-चाडवास निवासी-रामपुरी प्रवासी) ने सजोडे ग्यारह,  
                श्रीमती मंजू जी बैद धर्मपत्नी श्री कन्हैयालाल जी (नाल निवासी-रामनगर,कृष्णानगर,दिल्ली प्रवासी).ने 27 , 

नमन मुनि के संसार पक्षीय  बड़ी मम्मी,पार्श्व मुनि के संसारपक्षीय मम्मी श्रीमती विधा धर्मपत्नी श्री पुखराज जी डागा( पुत्रवधु श्री झंवरलाल संतोष देवी डागा गंगाशहर निवासी- वेस्ट आज़ाद नगर प्रवासी,दिल्ली) ने 14  की तपस्या का प्रत्याख्यान किया।

साध्वीश्री अणिमाश्री जी व सहवर्ती साध्वियों ने मधुर  गीतिका के माध्यम से तपस्वी बहिनों व भाई की अनुमोदना करते हुए उपस्थित श्रावक श्राविकाओं को तप करने की प्रेरणा प्रदान करवाई। 
  ओसवाल समाज के अध्यक्ष श्री आनंद जी बुच्चा ने तपस्विनी बहिनों व भाई के तप के प्रति वक्तव्य के माध्यम से व लुनिया परिवार की बहिनों ने गीतिका के माध्यम से अनुमोदना के भाव रखे। 

शाहदरा सभा परिवार द्वारा तपस्विनी बहिनो व भाई का साहित्य से सम्मान किया गया।

 

"कल करै सो आज कर, आज करै सो अब" : गुड़िया झा

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 28, 2023 ::

 हमारी आदतों की जंजीरें तब तक ही हल्की लगती हैं, जब तक कि हम उन्हें तोड़ने की कोशिश नहीं करते हैं । 
हमारी आदतें हमारे उज्ज्वल भविष्य की संभावनाओं को आबाद भी कर सकती हैं, बर्बाद भी। 
अपनी जो अच्छी आदतें हम विकसित करते हैं उससे हम दिनोंदिन मजबूत होते जाते हैं।
 हमारे कार्य करने का तरीका हमारी आदतों पर निर्भर करती है। 
कुछ आदतें हमारी कार्य की गति को आगे बढ़ाती हैं, तो वहीं कुछ आदतों की वजह से हम आगे बढ़ने की दिशा में कुछ पीछे भी हो जाते हैं।
अपनी नकारात्मक आदतों को सकारात्मकता में परिवर्तित कर सफलता की राह को आसान बना सकते हैं।

1, टालने की आदत से बचें।
हम में से अधिकांश लोग अपने मन से इतने कमजोर होते हैं कि आसान से कार्य को भी कल पर छोड़ देते हैं।
 हमारी इसी आदत से आने वाला प्रत्येक कल भी खाली चला जाता है। कई बार मन होते हुए भी हम अपने विचारों में इतने उलझे होते हैं कि दिमाग में एक अजीब सी हलचल होती रहती है जो हमें लगातार परेशान करती है। अंत में हम खुद से हार जाते है और हमारे सपने भी अचेतन मन में दब जाते हैं। 
इसके अनुकूल अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करते हुए कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दें। पहले दिन शुरूआत भले ही छोटी हो लेकिन आने वाले दिनों के लिए यह एक सीढ़ी की तरह कार्य करेगा। 
फिर अगले दिन अपने इसी कार्य के लिए थोड़ा समय अवश्य निकालें। कुछ ही दिनों में यह प्रक्रिया हमारी आदतों में शामिल हो जाएगी और हम हर एक दिन के लिए तैयार होते जाएंगे। 

सफलता कभी भी किसी को एक दिन में नहीं मिलती है।
 यह हमारी हर एक दिन की कड़ी मेहनत का परिणाम धीरे धीरे दिखता है।

2, दूसरों को दोष देने से बचें।
जब हम अपने हाथ की एक उंगली को दूसरों की तरफ बढ़ाते हुए दोष देते हैं, तो बाकी की सभी उंगलियां हमारी तरफ ही मुड़ती हैं। दूसरों को दोष देकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त होना हम इंसानों की फितरत में है। 
अपनी जिम्मेदारी हमें खुद ही लेनी होगी। तब जाकर दूसरों की जिम्मेदारी का ख्याल भी रख सकेंगे। अधिकांश समय उन चिजों पर खर्च करें जो हमें आगे बढ़ाने में मदद करती हैं न कि उन चीजों में जो हमारे दिमाग को उलझा देती हैं। 
बड़ी सोच वाले लोग अच्छे विचारों पर चर्चा करते हैं। मध्यम सोच वाले घटनाओं पर चर्चा करते हैं और निम्न सोच वाले लोग दूसरे लोगों पर चर्चा करते हैं। अपने जीवन के बारे में हम जितनी चिंता करेंगे उतने ही सफल होंगे

3, समय बड़ा बलवान।
 ईश्वर ने इस धरती पर सभी के लिए एक दिन के 24 घंटे ही निर्धारित किए हैं।अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम इन 24 घंटों का उपयोग किस तरह से करते हैं। यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि कड़ी मेहनत के बीच हमारे दिल और दिमाग को आराम और थोड़े से मनोरंजन की जरूरत होती है। बीच-बीच में सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना भी सफलता के द्वार खोलता है। 
जहां तक कार्यों की कोई सूची की बात है, तो कई बार हम उन कार्यों में भी अपनी ऊर्जा अनावश्यक रूप से खर्च करते हैं जहां उनकी जरूरत नहीं होती है।  फिर हम कहते हैं कि हमारी मेहनत तो बेकार चली गई। 
अगर हम अपने आवश्यक कार्यों की सूची पहले से तैयार कर उसके अनुसार कार्य करेंगे, तो आवश्यक कार्यों में भी अपने समय और ऊर्जा को लगाकर सफलता को आसान बनाएंगे।

Thursday 27 July 2023

माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या की निंदा


माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या की निंदा
रांची रांची के दलदली चौक पर माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या पर रांची जिला राजद के अध्यक्ष धर्मेंद्र महतो ने खेद जताया है उन्होंने कहा कि अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए सरकार को भी कानून व्यवस्था बनाए रखने की आवश्यकता है इन दिनों लगातार शहर में चीन चीन ताई मर्डर लूटपाट की घटनाएं हो रही है जो सरकार के लिए चिंताजनक बात है एक सरकार के अंग होने के नाते हमें भी बहुत अफसोस है कि सरकार इस पर कुछ नहीं कर पा रही है सरकार और पुलिस प्रशासन जल्द से जल्द इन अपराधियों को गिरफ्तार करें ताकि पता चले कि आखिर ऐसी कौनसी दुश्मनी थी जिनके चलते माकपा नेता की हत्या कर दी गई

आदर्श पत्नी ही सती कहलाती है :: पं रामदेव पाण्डेय


 आदर्श पत्नी ही सती कहलाती है :: पं रामदेव पाण्डेय
राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 27, 2023 ::
सीता को अनुसुइया जी ने कहा वह नारी तुम है जो अपने पति में देवत्व का निवास करा देती है जिसके मन में सिर्फ उसका पति हीरो‌ ही नहीं ब्रह्मा विष्णु महेश समझती  है ,सती,सीता , सावित्री, शकुंतला, कुन्ती और मुगलकालीन जौहर करने वाली देवियां इसकी उदाहरण है , सती नारी वहीं है जो अपने पति पिता परिवार परिजनों के मर्यादा का सदैव ख्याल रखें,सती का कतई भाव नहीं है पति संग चिता में जलकर मरना, मध्यम चरित्र की नारी वह है जो दुसरे पुरुषों को अपने भाई ,पिता और पुत्र के तरह व्यवहार करती है , जो धर्म से अपने और कुल की पवित्रता, संरक्षण संवर्धन करती है , और अधम  नारी वह है जो अपने कुल ,गोत्र धर्म,माता पिता के मानसिक भावों के विपरित है, इन तीसरे दर्जे के नर नारी सनातन से बाहर है , इनकी संख्या अधिक है, ए बहु-विवाह करते हैं ,बहु विवाह,बहु पति बहुत पत्नी का प्रचलन है,ऐसे मे जैविक पिता और पालक पिता तथा माता की पहचान करनी मुश्किल हो जाती है, इस परिस्थिति में ये फादर डे मदर डे मनाते हैं, जो फादर-मदर है उसको याद करावें हम ही बेटा है, पं रामदेव पाण्डेय ने कुन्ती प्रसंग में यह कही , राम जानकी मंदिर हाउसिंग कालानी बरियातू में श्रीमद् देवी भागवत कथा के दुसरे दिन कहीं , यह कथा बारह अगस्त तक चलेगी,




हरियाली तीज पर बन रहे तीन शुभ योग जानते है वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा जी से


हरियाली तीज पर बन रहे तीन शुभ योग जानते है वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा जी से  क्यों करे शिव-गौरी की पूजा

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 27, 2023 ::
हरियाली तीज पर बन रहे तीन शुभ योग, शिव-गौरी की पूजा से दोगुने फल की होगी प्राप्ति 

सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। 
सुहागिन महिलाओं के लिए यह पर्व बहुत ज्यादा महत्व रखता है। 
हरियाली तीज के दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
 इस पर्व पर हरे रंग का अधिक महत्व होता है, इसलिए इसे हरियाली तीज कहा जाता है। महिलाएं इस दिन हरे रंग की साड़ी, हरी चूड़ियां आदि पहनती हैं। 

इस बार बन रहे तीन शुभ योग 

इस बार हरियाली तीज पर 3 शुभ योग कब-बन रहे हैं। इस बार की हरियाली तीज को बहुत खास माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन रवि योग, सिद्ध योग और साध्य योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस दिन व्रत रख कर पूजा करने से दोगुने पुण्य फल की प्राप्ति होगी।

हरियाली तीज पर बन रहे 3 शुभ योग
इस साल हरियाली तीज पर सुबह से लेकर रात 09 बजकर 19 मिनट तक सिद्ध योग रहेगा। इसके बाद साध्य योग बनेगा, जो कि अगले दिन सुबह तक रहेगा। रवि योग देर रात 01 बजकर 47 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन 20 अगस्त को सुबह 05 बजकर 53 मिनट पर खत्म होगा। इसके अलावा इस दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है, जो सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 47 मिनट तक है।

तीज  कब है हरियाली तीज  ?

इस साल हरियाली तीज का उत्सव 19 अगस्त 2023 को है। सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 अगस्त को रात 8 बजकर 1 मिनट से शुरू हो रही है। ये तिथि अगले दिन 19 अगस्त को रात 10 बजकर 19 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।

हरियाली तीज की पूजा का शुभ मुहूर्त

१९  अगस्त को हरियाली तीज वाले दिन पूजा के लिए शुभ समय सुबह ०७  बजकर ३०  मिनट से ०९   बजकर ०८  मिनट तक है। इसके बाद दूसरा मुहूर्त दोपहर में १२  बजकर २५  मिनट से शाम ०५  बजकर १९  मिनट तक है। वहीं अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन ११  बजकर ५८  मिनट से दोपहर १२  बजकर ५१  मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है।

हरियाली तीज की पूजा विधि

• हरियाली तीज के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करने के बाद नए वस्त्र पहनें।
• इस दिन सोलह श्रृंगार जरूर करें और पूरे दिन व्रत रहें।
• हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ ही गणेश जी की भी पूजा की जाती है।
• पूजा के लिए एक चौकी तैयार करें और उसपर पीले रंग का कपड़ा बिछा दें।
• फिर इस चौकी में भगवान की मूर्तियां स्थापित करें और भगवान को नए वस्त्र पहनाएं।
• पूजा सामग्री को भगवान की मूर्तियों में अर्पित करें।
• इसके बाद माता पार्वती को सोलह श्रृंगार से जुड़े सभी सामान, साड़ी और चुनरी अर्पित करें।
• पूजा के दौरान हरियाली तीज की व्रत कथा जरूर सुनें या पढ़ें। इसके बाद आरती करें।


सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा अग्रवाल
यूट्यूब वास्तु सुमित्रा 

Wednesday 26 July 2023

37वे नेशनल गेम्स, गोआ :: खेल विभाग और खेल संघों ने कसी कमर : खेल निदेशक की अध्यक्षता में हुई बैठक

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 27, 2023 :: गोआ में दिनाँक 25 अक्टूबर 2023 से दिनाँक 8 नवंबर 2023 तक गोआ में आयोजित किये जाने वाले नेशनल गेम्स के 37वे संस्करण के लिए खेल विभाग झारखंड सरकार और नेशनल गेम्स के लिए क्वालीफाई विभिन्न खेल संघों ने कमर कस लिया है।
आज हुए खेल विभाग, खेल संघ और झारखंड ओलंपिक संघ की संयुक्त बैठक में नेशनल गेम्स की तैयारियों के मद्देनजर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।आज हुए इस बैठक को सम्बोधित करते हुए खेल निदेशक  श्रीमती सरोजिनी लकड़ा ने राज्य के खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेल विभाग नेशनल गेम्स में खिलाड़ियों के  बेहतर प्रदर्शन के लिये हर सम्भव सहायता करेगी।इस बैठक में झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन की तरफ से प्रस्तुत किये गए प्रतिवेदन पर सभी की सहमति बनी।
 *खिलाड़ियों के लिए तीन चरणों मे होगा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन*
नेशनल गेम्स में क्वालीफाई कर चुके विभिन्न खेलो के खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन तीन चरणों मे किया जाएगा ।इसके पहले प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिनाँक 21 अगस्त से प्रारंभ होकर दिनाँक 8 सितंबर तक चलेगा ।द्वितीय प्रशिक्षण शिविर 11 से 30 सितंबर तक चलेगा जबकि तीसरे और फाइनल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 7 अक्टूबर से प्रारंभ होकर विभिन्न खेलो के खिलाड़ियों के नेशनल गेम्स में भाग लेने के पूर्व तक जारी रहेगा।

 कैम्प का आयोजन राँची में होगा और मिलेगी पूर्ण सुविधा।
नेशनल गेम्स के लिए आयोजित इस कैम्प का आयोजन राँची के विभिन्न स्टेडियम में होगा और इनके रहने और खाने की सम्पूर्ण व्यवस्था खेल विभाग के द्वारा की जाएगी।इस दौरान खिलाड़ियों के पौष्टिक आहार की व्यवस्था की जाएगी जिसके डाइट प्लान को खेल संघों को उपलब्ध कराना होगा। कैम्प के दौरान फिजियो और मसाज करने वाले का इंतजाम भी किया जाएगा और नेशनल गेम्स के दौरान ये झारखंड दल का हिस्सा होंगे।
नेशनल गेम्स के इस शिविर के प्रथम चरण के शिविर में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग किट के रूप में ट्रैक सूट  और दो सेट ट्रेनिंग किट दिए जायेंगे।

 राज्य के बाहर के खिलाड़ियों के खेलने पर होगा प्रतिबंध

सामान्य रूप से झारखंड दल का प्रतिनिधित्व राज्य के खिलाड़ी ही कर पाएंगे ।विशेष परिस्थिति में दूसरे राज्य के वैसे खिलाड़ी जो झारखंड में पिछले छह महीने से नौकरी कर रहे हो या पढ़ रहे हो अपने क्वालिफिकेशन के आधार पर राज्य दल का हिस्सा बन सकते है।

 स्वास्थ्य जांच  की होगी उचित व्यवस्था

खिलाड़ियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए मेडिकल की उचित व्यवस्था तो होगी ही तथा इनका ग्रुप इन्सुरेंस की व्यवस्था भी की जाएगी।

 उद्घाटन और समापन समारोह के लिए होगा सेरेमोनियल किट

नेशनल गेम्स में भाग लेने  वाले झारखंड दल के लिए सेरेमोनियल किट की भी व्यवस्था की जाएगी।यह सेरेमोनियल कीट झारखंड के रंग से सराबोर  होगा जिसमें महिला खिलाड़ी के लिए साड़ी और पुरुष खिलाड़ी के लिए कुर्ता पजामा और विशेष रूप से डिज़ाइन किये गए ब्लेज़र शामिल होंगे।इसके साथ साथ खिलाड़ी को ट्रैक सूट भी दिया जाएगा जिसे पहन कर वो मेडल सेरेमनी या अन्य इवेंट में भाग ले सकेंगे। 

 ये खेल है शामिल
नेशनल गेम्स के इस 37वे संस्करण में ये खेल होंगे शामिल,-
एथलेटिक्स
आर्चरी
हॉकी महिला और पुरुष
लॉन बॉल्स
वुशु
कबड्डी महिला
रोइंग
फुटबॉल महिला और बीच सॉकर
रॉल बॉल
मलखम्भ पुरुष और महिला
इन खेलों के अलावे कुश्ती,सेपक टकरा,हैंडबॉल आदि खेलो के शामिल होने की सम्भावना है और साथ ही कुछ अन्य खेलों को टोकन एंट्री भी मिल सकती है।
आज के इस बैठक में खेल विभाग की निदेशक श्रीमती सरोजिनी लकड़ा,उप निदेशक साझा श्री खाखा, झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ मधुकांत पाठक, शिवेंद्र दुबे,रजनीश कुनार,विजय शंकर सिंह, गुलाम रब्बानी,आशीष बोस,शैलेन्द्र दुबे,परमेश्वर महतो आदी उपस्थित थे। इसकी जानकारी देते हुए श्रीमती लकड़ा ने बताया कि आज बैठक के दौरान लिए गए सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को विभागीय  अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा और आगे की।कार्रवाई की जाएगी।
 




पिछड़ों की उपेक्षा बंद करे सरकार : तत्काल 27% आरक्षण की व्यवस्था लागू करे- महेश्वर साहु

पिछड़ों की उपेक्षा बंद करे सरकार : तत्काल 27% आरक्षण की व्यवस्था लागू करे- महेश्वर साहु

3 अगस्त को विधानसभा के समक्ष त्राहिमाम धरना-प्रदर्शन
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रांची।   झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष एवं झारखंड आंदोलनकारी महेश्वर साहु ने कहा है कि झारखंड में पिछड़ों के साथ भेदभाव और उपेक्षा विगत 22 वर्षों से की जा रही है. संयुक्त बिहार में तमाम पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण का लाभ दिया जाता था. झारखंड के लोगों ने सोचा था कि अलग राज्य बनने के बाद उनकी सुविधा एवं संसाधन में बढ़ोत्तरी की जायेगी. लेकिन अफसोस की बात है कि उनके बाल-बच्चों के भविष्य के साथ ही खिलवाड़ कर दिया गया. पिछड़ों के 27% आरक्षण कोटा को घटा कर मात्र 14% कर दिया गया है. यह पिछड़ों के साथ घोर अन्याय और बाबा भीमराव अम्बेदकर के संविधान की अवहेलना है. यह सामाजिक न्याय की भावनाओं के भी विपरीत है. इससे ओबीसी छात्रों एवं नौकरी के अभ्यर्थियों को भारी नुकसान पहुंचा है. 
  श्री साहु ने कहा कि वैश्य मोर्चा कई वर्षों से मांग करती आ रही है कि सरकार अपने वायदे के अनुसार पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण की व्यवस्था लागू कर दे. अब चूंकि कल 28 जुलाई से विधानसभा का मॉनसून सत्र आहूत है तो मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन एवं महागठबंधन सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए कि इसी सत्र में ही संवैधानिक अड़चनों को दूर करके ओबीसी को 27% आरक्षण देने का प्रस्ताव पारित कराया जाए. नहीं तो 3 अगस्त को विधानसभा के समक्ष 'त्राहिमाम धरना-प्रदर्शन' का आयोजन किया जायेगा. 
   श्री साहु ने कहा कि हम विपक्ष के सारे विधायक एवं नेतागण से भी आग्रह करते हैं कि राज्य सरकार पर दबाव बना कर 27% आरक्षण देने की बात हो.
   श्री साहु ने यह भी कहा कि राजनीतिक दल एवं नेताओं को यह मालूम होना चाहिए कि पूरे देश में पिछड़ा वर्ग एक बड़ी ताकत और आबादी है. झारखंड में भी ओबीसी की आबादी 54% के करीब है. इस वर्ग की उपेक्षा करके कोई भी दल सत्ता हासिल नहीं कर सकता है.

झारखंड को प्राप्त हुई 29वीं राष्ट्रीय थांग-टा चैम्पियनशिप की मेजबानी


राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 26, 2023 :: 29वीं राष्ट्रीय सब जूनियर तथा सीनियर थांग-टा चैम्पियनशिप की मेजबानी झारखंड को प्राप्त हुई है। 
चैंपियनशिप का आयोजन आगामी 24 से 26 नवंबर तक रांची में खेलगांव स्थित हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में होगा। 
उपरोक्त जानकारी देते हुए झारखंड थांग-टा संघ के अध्यक्ष रंजीत केशरी ने बताया की स्वदेशी खेल थांग टा के इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय चैंपियनशिप में देश भर के लगभग 500 चुनिंदा पुरुष तथा महिला खिलाड़ी भाग लेंगे। 
 इस बाबत सीघ्र ही झारखंड थांग-टा संघ की एक बैठक आयोजित होगी जिसमें चैंपियनशिप के सफल आयोजन हेतु एक आयोजन समिति का गठन किया जाएगा।

Tuesday 25 July 2023

अधिक मास को कैसे मिला पुरुषोत्तम मास का नाम :: जानते है वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा जी से


 

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 26, 2023 :: अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है, क्योंकि इसके स्वामी भगवान श्री हरि विष्णु है. मान्यता है कि इस मास में किए गए धार्मिक कार्यों और पूजा पाठ का अधिक फल प्राप्त होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।


इन नामों से भी जानते हैं.. क्या है महत्व


मल मास पुरुषोत्तम मास, अधिक मास या अधिमास के नाम से भी जाना जाता है। 
सामान्यतः अधिक मास ३२  महीने १६  दिन और ४  घड़ी के अंतर से आता है।
 ग्रंथों में प्रति २८  मास के पश्चात और ३६  मास से पहले अधिक मास होने की बात कही गई है। 
वर्ष के १२  महीनों में सूर्य क्रम से १२  राशियों (मेष से मीन राशि तक) पर आता है। 
अधिक मास में सूर्य का किसी राशि पर संक्रमण नहीं होता, इसी कारण यह एक माह अलग ही रह जाता है। 
अलग रह गए इसी माह को अधिक मास कहा जाता है। कहा गया है कि जिस मास में सूर्य का किसी राशि पर संक्रमण न हो वह अधिकमास और एक ही मास में दो संक्रांति हों तो वह क्षयमास कहलाता है। अगर किसी महीने में सूर्य संक्रांति का अभाव हो और द्विसंक्रांति संयुक्त क्षयमास के पूर्व अपर में हो तो दोनों मलमास क्रमश: संसर्प तथा अहंस्पति कहे जाते हैं, अगर किसी वर्ष में दो अधिक मास होते हैं तब पहले को संसर्प तथा दूसरे को अहंस्पति कहा जाता है। इनमें संसर्प श्रेष्ठ माना गया है, इसी कारण दूसरे अधिक मास को मलमास कहा गया है। जिस मास में अर्क संक्रमण होता है उसमें वेदविहित मंगल कार्य किए जा सकते हैं किन्तु संसर्प में सूर्य संक्रांति न होने से मंगल कार्य नहीं किए जा सकते। शास्त्रानुसार पहले संसर्प मास में मंगल कार्य वर्ति है किन्तु पैतृक श्राद्ध किया जा सकता है।

अर्थात प्रत्येक वर्ष माता-पिता की मरण तिथि पर जिस प्रकार श्राद्ध कर्म करते आ रहे हो वैसा ही श्राद्ध मलमास में वह तिथि उपस्थित होने पर करना चाहिए। अधिक मास का एक नाम पुरुषोत्तम भी है। अत: इस मास की बहुत महिमा है।


अधिक मास की कथा


प्राचीन काल में जब अधिक मास की उत्पत्ति हुई तब उस माह में सूर्य संक्रांति नहीं थी और न ही उस माह का कोई स्वामी था। इसी कारण उस माह को मंगल कार्य एवं श्राद्ध आदि के लिए निषिद्ध माना जाने लगा। इस व्यवहार से मलमास बहुत व्यथित हुआ और अपना धीरज खोने लगा। वह दुखी होकर बैकुंठ पहुंचा और भगवान विष्णु के समक्ष दुखी होकर कहने लगा। तभी विष्णु ने पूछा, ‘‘तुम कौन हो? वैकुंठ में दुख, शोक, मृत्यु आदि का प्रवेश निषेध है? ऐसे धाम में आकर भी तुम क्यों शोकग्रस्त हो?’’

भगवान की प्रेम भरी वाणी सुनकर मलमास बोला, ‘‘मैं मलमास हूं। विश्व में क्षण, लव, मुहूर्त, पक्ष, मास, दिन-रात सभी अपने-अपने अधिपतियों के संरक्षण में रहकर आनंद मनाते हैं। एक मैं ही अभागा हूं जिसका कोई अधिपति नहीं है। संसार के लोग मुझे निंदनीय समझकर मेरा तिरस्कार कर रहे हैं। मैं आपकी शरण में आया हूं। मुझ पर कृपा करें।’’

मलमास की ऐसी दशा देख कर भगवान थोड़े समय के लिए चिंतित हो गए। कुछ समय पश्चात वे बोले, ‘‘तुम मेरे साथ भगवान श्री कृष्ण के धाम चलो, वे अवश्य ही तुम्हारे दुख का निवारण करेंगे।’’ ऐसा कह कर मलमास को लेकर गोलोक की ओर चल पड़े।

श्री कृष्ण के प्रताप से वहां शोक, भय, दुख, बुढ़ापा, मृत्यु या रोग का नाम नहीं था। श्री कृष्ण पीताम्बर पहने हुए वहां विराजमान थे। वहां पहुंच कर विष्णु और मलमास भगवान श्री कृष्ण के श्री चरणों में नत हो गए। श्री कृष्ण ने श्री विष्णु से आने का कारण पूछा।

तब विष्णु ने बताया, ‘‘यह मास अर्क संक्रमण से रहित होने के कारण मलिन हो चुका है। वेदविहित कर्मों के अयोग्य होने के कारण सब इसकी निंदा और अपमान कर रहे हैं। इसका कोई स्वामी नहीं है, इसी कारण यह बहुत व्यथित है। हे कृष्ण! आपके अतिरिक्त कोई इसके दुख का निवारण नहीं कर सकता।’’

भगवान श्री कृष्ण ने कहा, ‘‘आपने इसे यहां लाकर ठीक ही किया, इसके कष्ट निवारणार्थ मैं इसे अपने तुल्य करता हूं। मुझमें जितने भी गुण हैं उन सबको मैं मलमास को सौंप रहा हूं, मेरा जो नाम वेद, लोक और शास्त्र में विख्यात है, आज से उसी पुरुषोत्तम नाम से यह मलमास विख्यात होगा और मैं स्वयं इस मास का स्वामी हो गया हूं। जिस परमधाम में पहुंचने के लिए मुनि महर्षि तप में रत रहते हैं, वही पद पुरुषोत्तम मास में स्नान, पूजादि, अनुष्ठान करने वाले को सुगमता से प्राप्त हो जाएगा।’’

इस प्रकार प्रति तीसरे वर्ष पुरुषोत्तम मास के आने पर जो संसारी उपवास, पूजा, भक्ति आदि करते हैं वे परमधाम गोलोक को प्राप्त करके परम सुख का भोग करते हैं


सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा अग्रवाल
यूट्यूब वास्तु सुमित्रा 


मित्र या हितैषी भले दरिद्र हो सूदामा और जटायु की तरह, पर दुर्योधन और जयद्रथ की तरह ना हो :: पं रामदेव पाण्डेय

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 26, 2023 :: भागवत कथा के सातवें दिन राम जानकी मंदिर हाउसिंग कालानी बरियातू में पं रामदेव पाण्डेय ने कहा कि मित्र या हितैषी भले दरिद्र हो सूदामा और जटायु की तरह हो ,पर दुर्योधन और जयद्रथ की तरह नहीं हो,  
रिश्ते पैसा और पावर देखकर नहीं किजीए बल्कि धर्म और ज्ञान देखकर किजीए, कृष्ण  ने सुदामा को सम्बन्ध में यही सन्देश दिया है

यह कथा आज विश्राम लेकर कल से श्री मद्देवीभागवत कथा तीन  अगस्त तक चलेंगी,   
इसके बाद शिवपुराण कथा इसी मंच से बारह अगस्त तक होगी
कथा का समय दोपहर साढ़े तीन बजे से साढ़े छः बजे तक होती है,

Monday 24 July 2023

36वे राष्ट्रीय खेल 26 अक्टूबर से 9 नवंबर 2023 तक गोआ मे

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 24, 2023 :: 36वे राष्ट्रीय खेल का आयोजन गोआ में होना सुनिश्चित हो चुका है  ।इस बार नेशनल गेम्स में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन से मान्यताप्राप्त खेलो के साथ साथ कुछ अन्य खेल भी शामिल किए  गए है।
इसकी जानकारी देते हुए झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ मधुकांत पाठक ने बताया  की ये आयोजन दिनाँक 26 अक्टूबर से 9 नवंबर  2023 तक गोआ के विभिन्न स्टेडियमो में होंगे और  कुछ खेल अन्य राज्यो में आयोजित होंगे।
उन्होंने बताया कि झारखंड के खिलाड़ियों ने पिछले राष्ट्रीय खेलो में अपना अच्छा प्रदर्शन किया है।
पिछले गुजरात राष्ट्रीय खेल के दौरान भी हमारे खिलाड़ियों ने आर्चरी,एथलेटिक्स ,लॉन बॉल्स ,वुशु और रोइंग में पदक जीते थे। 
उन्होंने बताया कि खेल कूद एवम युवा कार्य विभाग सरकार गेम्स के लिए जल्द ही  प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करने जा रही है अतः वैसे खेल जिन्होंने नेशनल गेम्स के लिए क्वालीफाई किया है कि सूचना झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के कार्यालय में कल दिनाँक 25 जुलाई 23 को जमा करें।

"कल करै सो आज कर, आज करै सो अब" : गुड़िया झा


"कल करै सो आज कर, आज करै सो अब" : गुड़िया झा

 हमारी आदतों की जंजीरें तब तक ही हल्की लगती हैं, जब तक कि हम उन्हें तोड़ने की कोशिश नहीं करते हैं ।
 हमारी आदतें हमारे उज्ज्वल भविष्य की संभावनाओं को आबाद भी कर सकती हैं, बर्बाद भी। 
अपनी जो अच्छी आदतें हम विकसित करते हैं उससे हम दिनोंदिन मजबूत होते जाते हैं। 
हमारे कार्य करने का तरीका हमारी आदतों पर निर्भर करती है।
 कुछ आदतें हमारी कार्य की गति को आगे बढ़ाती हैं, तो वहीं कुछ आदतों की वजह से हम आगे बढ़ने की दिशा में कुछ पीछे भी हो जाते हैं।

अपनी नकारात्मक आदतों को सकारात्मकता में परिवर्तित कर सफलता की राह को आसान बना सकते हैं।

1. टालने की आदत से बचें।
हम में से अधिकांश लोग अपने मन से इतने कमजोर होते हैं कि आसान से कार्य को भी कल पर छोड़ देते हैं। हमारी इसी आदत से आने वाला प्रत्येक कल भी खाली चला जाता है। कई बार मन होते हुए भी हम अपने विचारों में इतने उलझे होते हैं कि दिमाग में एक अजीब सी हलचल होती रहती है जो हमें लगातार परेशान करती है। अंत में हम खुद से हार जाते है और हमारे सपने भी अचेतन मन में दब जाते हैं। 
इसके अनुकूल अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करते हुए कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दें। पहले दिन शुरूआत भले ही छोटी हो लेकिन आने वाले दिनों के लिए यह एक सीढ़ी की तरह कार्य करेगा। फिर अगले दिन अपने इसी कार्य के लिए थोड़ा समय अवश्य निकालें। कुछ ही दिनों में यह प्रक्रिया हमारी आदतों में शामिल हो जाएगी और हम हर एक दिन के लिए तैयार होते जाएंगे। 
सफलता कभी भी किसी को एक दिन में नहीं मिलती है। यह हमारी हर एक दिन की कड़ी मेहनत का परिणाम धीरे धीरे दिखता है।

2. दूसरों को दोष देने से बचें।
जब हम अपने हाथ की एक उंगली को दूसरों की तरफ बढ़ाते हुए दोष देते हैं, तो बाकी की सभी उंगलियां हमारी तरफ ही मुड़ती हैं। दूसरों को दोष देकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त होना हम इंसानों की फितरत में है। 
अपनी जिम्मेदारी हमें खुद ही लेनी होगी। तब जाकर दूसरों की जिम्मेदारी का ख्याल भी रख सकेंगे। अधिकांश समय उन चिजों पर खर्च करें जो हमें आगे बढ़ाने में मदद करती हैं न कि उन चीजों में जो हमारे दिमाग को उलझा देती हैं। 
बड़ी सोच वाले लोग अच्छे विचारों पर चर्चा करते हैं। मध्यम सोच वाले घटनाओं पर चर्चा करते हैं और निम्न सोच वाले लोग दूसरे लोगों पर चर्चा करते हैं। अपने जीवन के बारे में हम जितनी चिंता करेंगे उतने ही सफल होंगे

3. समय बड़ा बलवान
 ईश्वर ने इस धरती पर सभी के लिए एक दिन के 24 घंटे ही निर्धारित किए हैं।अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम इन 24 घंटों का उपयोग किस तरह से करते हैं। यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि कड़ी मेहनत के बीच हमारे दिल और दिमाग को आराम और थोड़े से मनोरंजन की जरूरत होती है। बीच-बीच में सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना भी सफलता के द्वार खोलता है। 
जहां तक कार्यों की कोई सूची की बात है, तो कई बार हम उन कार्यों में भी अपनी ऊर्जा अनावश्यक रूप से खर्च करते हैं जहां उनकी जरूरत नहीं होती है।  फिर हम कहते हैं कि हमारी मेहनत तो बेकार चली गई। 
अगर हम अपने आवश्यक कार्यों की सूची पहले से तैयार कर उसके अनुसार कार्य करेंगे, तो आवश्यक कार्यों में भी अपने समय और ऊर्जा को लगाकर सफलता को आसान बनाएंगे।

मुहर्रम में निकाले जाने वाले जुलूस मे खेल की नुमाइश हो :: गुलाम रसूल

 


राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 24, 2023 ::
सेंट्रल मोहर्रम कमेटी के महासचिव गुलाम रसूल ने कहा हर मुहर्रम का महीनाव इस्लामिक कैलेंडर का नया साल है। मुहर्रम की दसवीं तारीख् 29 जुलाई को होने वाली है। इन्होंने मुहर्रम के जुलूस को आपसी भाईचारे और सद्भाव से निकाले जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस शहादत के मौके पर किसी भी समुदाय को कोई ठेस  न पहुंचे विशेषकर फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से एक दूसरे को प्रेम का संदेश दें उन्होंने जिला प्रशासन से मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में लाइट, पेय् जल और सफाई की मांग की है तथा मुहर्रम में निकाले जाने वाले जुलूस मे नाच गान न करते हुए खेल की नुमाइश करने की अपील की है

Sunday 23 July 2023

मणिपुर पर ब्लेम गेम की बचाय गंभीर और संवेदनशील बने भाजपा, राष्ट्रपति शासन लागू हो : बंधु तिर्की



रांची . पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि मणिपुर में घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की फेहरिस्त काफी ज्यादा लंबी है और इसपर पर्दा डालने की कोई भी कोशिश ना केवल देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता बल्कि, आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारा पर भी घातक साबित होगा. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के साथ ही विशेष रूप से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में गंभीर और संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिये और मणिपुर में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू कर वहां की सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिये.
श्री तिर्की ने कहा कि मणिपुर में गृह युद्ध जैसी परिस्थिति लम्बे समय तैयार हो गई है और बदले दौड़ में जिस प्रकार से महिला उत्पीड़न की घटना सामने आयी है वह ना केवल चौंकाने वाली है बल्कि इस बात की आशंका उत्पन्न करती है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि ऐसी घटनाओं की फेहरिस्त बहुत ज्यादा है और केवल एक घटना ही सामने आयी है. श्री तिर्की ने कहा कि पूरे देश में चाहे जिस भी प्रदेश या केन्द्र शासित प्रदेश में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनायें घटित हो, पर उसकी जितनी भी निन्दा की जाये कम ही है क्योंकि ऐसी घटनायें, केवल अपराधी तत्वों का नहीं बल्कि पूरे देश में प्रत्येक संवेदनशील व्यक्ति को शर्मिंदा करती है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनायें, विशेष रूप से सरकार एवं प्रशासन के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने की बात है. उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा को यह जानना चाहिये कि ऐसी घटनायें घटने पर उसका दूसरे राज्यों में घट रही तथाकथित रूप से उसी प्रकार की घटनाओं के तुलना कर मणिपुर के प्रभाव को कम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिये अन्यथा इसका फायदा उन अपराधियों और अवांछित तत्वों को मिलेगा जो समाज और देश के दुश्मन हैं. श्री तिर्की ने कहा कि देश में मानसिकता बदलने की बहुत अधिक जरूरत है और इसके लिये सख्त कदम उठाना होगा. उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न और महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सिर्फ और सिर्फ वैसे गंदे लोगों की मानसिकता सामने आती है जो किसी के भी सगे नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि उन तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों और नेताओं को भी अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं को नियंत्रण में रखना चाहिये जो पागलपन की हद तक गुजरकर वैसे वक्तव्य देते हैं जिससे इस प्रकार की घटनाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से समर्थन ही मिलता है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने माँग की कि मणिपुर और इस प्रकार की किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना के जिम्मेदार अपराधियों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिये ताकि वैसे तत्वों पर अंकुश लगे. उन्होंने माँग की कि केंद्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्य सरकारें महिला सुरक्षा पर गंभीरता पूर्वक विचार करें और हर हाल में आउट ऑफ़ बॉक्स जाकर भी समाधान ढूंढे. साथ ही इसके लिए आवश्यकता हो तो नए सिरे से महिला पुलिस के गठन के साथ साथ महिलाओं को हथियार भी मुहैया कराया जाना चाहिये.

एक दिवसीय 39वी रांची जिला योगासना स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 30 जुलाई को गुरु नानक स्कूल में

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 23, 2023 :: रांची जिला योग संघ के तत्वावधान में एक दिवसीय 39वी रांची जिला योगासना स्पोर्ट्स चैंपियनशिप का आयोजन 30 जुलाई को गुरु नानक स्कूल सभागार में आयोजित की गई है।
 संघ के महासचिव रजनी बक्शी ने बताया कि प्रतियोगिता बालक- बालिका, महिला- पुरुष अलग-अलग वर्गों में आयोजित की जाएगी।
 प्रतियोगिता के आधार पर रांची जिला योग टीम का गठन किया जाएगा। 
जो चयनित टीम के खिलाड़ी आगामी 2 एवं 3 सितंबर को चाईबासा में आयोजित राज्य स्तरीय सब जूनियर, जूनियर एवं सीनियर योगासना स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में भाग लेगी। 
प्रतियोगिता को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। 
इस प्रतियोगिता में रांची जिला के विभिन्न स्कूल, कॉलेज एवं संस्था के प्रतिभागी भाग लेंगे।

Saturday 22 July 2023

CISCE Zonal yoga competition-2023 :: Metas Adventist School स्कूल बना विजेता




राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 22, 2023 :: CISCE Board(Council for the Indian School Certificate Examinations ) के द्वारा आयोजित RANCHI ZONE YOGA COMPETITION-2023 का आयोजन इस बार Carmel School-Samlong में किया गया जिसमें राँची के सभी ICSE बोर्ड के अंतर्गत आने वाले स्कूलो ने भाग लिया….
जिसमें Metas Adventist School  के छात्रों ने विभिन्न वर्गों में आयोजित योग प्रतियोगिता में  21 मेडल जीता और साथ ही विद्यालय भी महिला और पुरुष दोनों वर्ग में विजेता रहा।
इस मौक़े पर विद्यालय के प्राचार्य 
डॉ एस. डी. डी. नायडू  ने CISCE कौंसिल को योग को विषय के रूप में शामिल करने पर धन्यवाद ज्ञापन किया और साथ ही साथ बच्चों को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की और और सभी स्कूल को निवेदन किया कि अपने विषय में योग को ज़रूर शामिल करें क्योंकि योग बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है ।

योग शिक्षिका राफिया नाज़ ने कहा यह परिणाम बच्चों के मेहनत का नतीजा है जो विजेता रहे उनको बहुत बधाई और जो विजेता नहीं रह पाए उनको भी बधाई क्योंकि उन्हें बेहतर करने का एक मौक़ा मिला है  और कहा योगों को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए  जिससे हम और हमारा देश स्वस्थ रह सके..


विजेताओं के नाम:
Under-14
शुभम कुमार (Gold+Silver ) ,ऋतुराज भास्कर ( Gold+ Silver), दिव्या माज़ी(Gold+Silver)
Under-17
चंचल मुंडा (Gold Gold), युवराज भास्कर (2 Gold), ख़ुशबू कुमारी(Gold), अंकित कुमार (Gold+Bronze) 
Under-19
अनुराग गंजू (Silver), विष्णु कुमार( Gold+ Silver), मुफ़ीद अंसारी( Gold), अनामिका बेसरा (Silver)

Thursday 20 July 2023

इस्लाम को लाने वाले का नाम है मोहम्मद : मौलाना तहजीबुल




रांची। मस्जिद ए जाफरिया में मजलिसे जिक्र में शहीदाने करबला का आगाज हो चुका है मोहर्रम का चांद देखते ही शिया मुसलमानों के घर में हर तरफ से हाय हुसैन की सदा गूंजने लगी है मस्जिद ए जफरिया स्थित अंसार नगर में 10 दिवसीय मजलिसे जिक्रे शहादत एक मोहर्रम से 10 मोहर्रम तक रात्रि 8 बजे से किया गया है । इस मजलिस को मुख्य रूप से हाजी मौलाना सैयद तहजीब उल हसन रिजवी इमाम  मस्जिद ए जफरिया रांची संबोधित कर रहे हैं। मौलाना तहजीब उल हसन ने इस्लाम धर्म से आस्था रखने वालों को बताया कि इस्लाम को लाने वाले का नाम मोहम्मद है और इस्लाम को बचाने वाले का नाम हुसैन इब्ने अली है आज अगर इमामे हुसैन ने अपने पूरे घर की कुर्बानी कर्बला में नदी होती तो आज इस्लाम का नाम लेवा कोई ना होता मोहर्रम इसलिए मनाओ ताके इस्लाम पहचाना जाए इस्लाम सिर्फ नमाज से नहीं बल का अच्छे करतब से पहचाना जाएगा नमाज को जिसने बचाया उसका नाम हुसैन है उसके कुर्बानी को भूल जाना इस्लाम के साथ धोखा है इस्लाम में धोखा देना मना है । यह कार्यक्रम 29 जुलाई तक चलता रहेगा। 27 जुलाई को मजलिस के बाद आलम का मातमी जुलूस मस्जिद ए जाफरिया परिसर से निकाला जाएगा 28 जुलाई को संध्या 8 बजे अनवर टावर विश्वकर्मा मंदिर मेन रोड से निकालकर मस्जिद ए जफरिया पहुंचेगा और वहां पर सभा में तब्दील हो जाएगा। 29 जुलाई 10 मोहर्रम को जुलूस ए रोजे आशूरा बाद नमाज जोहर मस्जिद ए जफरिया परिसर से एक बजे दिन में निकलकर चर्च रोड विक्रांत चौक टैक्सी स्टैंड मेन रोड अंजुमन प्लाजा होते हुए कर्बला पहुंचेगा इस वर्ष का मोहर्रम पिछले वर्ष की तुलना में बहुत ही जोशो खरोश के साथ मनाया जाएगा। तमाम अखाड़े के खलीफाओं का टैक्सी स्टैंड में ऑल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड अंजुमन जफरिया के तत्वाधान में स्वागत किया जाएगा।

IIM Ranchi Joins Hands with NGO Pratigya to Inaugurate Second Community Library in Jagannathpur Basti


IIM Ranchi Joins Hands with NGO Pratigya to Inaugurate Second Community Library in Jagannathpur Basti

Ranchi, Jharkhand  | July | 20, 2023 :: In a significant effort to cater to the needs of the community residing in Jagannathpur Basti, IIM Ranchi has taken another stride by inaugurating the second "Community Library" in collaboration with the NGO Pratigya. This initiative reflects IIM Ranchi's unwavering commitment to fostering knowledge, education, and community development.
The Community Library, established through the joint efforts of IIM Ranchi and Pratigya, aims to provide a valuable resource centre for the residents of Jagannathpur Basti. By offering access to a diverse collection of books and learning materials, this initiative seeks to empower the community through knowledge and intellectual growth.
IIM Ranchi has consistently demonstrated its dedication to engaging with society and uplifting underprivileged communities. The collaboration with NGO Pratigya further exemplifies their collective efforts in creating a positive impact on the lives of the residents of Jagannathpur Basti.
Pratigya is Jharkhand-based social enterprise driving grassroots initiatives and community programme in urban and rural areas of Jharkhand on issues of Education, Child protection and development.
The inauguration of the second Community Library took place today with the presence of Prof. Deepak Kumar Srivastava, Director, Dr. Gaurav Manohar Marathe, Dr. Allen Joshua George, Dr. Jayanta Kumar Tripathy of IIM Ranchi, and Mr. Chandan Singh, Cofounder Director, Ms. Laxmi Kujur, Programme Coordinator of NGO Pratigya. Their collective presence underscored the shared vision of enriching lives through education and reading. Through this noble endeavour, IIM Ranchi and Pratigya aim to foster a culture of learning and knowledge-sharing, empowering the community to seize new opportunities and embrace a brighter future.











अणुव्रत ध्वज युरोप की ऊंची वर्फीली चोटियों पर


अणुव्रत ध्वज युरोप की ऊंची वर्फीली चोटियों पर

स्विजरलैण्ड-यूरोप

अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अणुव्रत यात्रा का प्रवर्तन कर मानवता को नया आलोक प्रदान किया।राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशन में अनेक आयामों से अणुव्रत आंदोलन जन जन तक पंहुच रहा है।

अणुव्रत दर्शन विश्वजगत के लिए भी बहुत उपयोगी है, इसकी ग्लोबल अपील में भी जबरदस्त आकर्षण है।अपने यूरोप यात्रा के दौरान अणुव्रत विश्व भारती की संगठन मत्री डॉ. कुसुम लुनिया व कार्य समिति सदस्य डॉ. धनपत लुनिया ने स्विजरलैण्ड के मैटरहोन ग्लेशियर पैराडाईज एवं यूरोप में सबसे ऊंची वर्फीली चोटी मांऊट ऊंनफ्रो पर अणुव्रत ध्वज फहराया।
जिसे देखकर वंहा उपस्थित कई लोगों की जिज्ञासा जगी।नीदरलैण्ड की जोन व बर्नी ने भी अणुव्रत ध्वज को थामा।सैनफ्रासंसिसको की स्निग्धा और फ्रांस की तानियों को अणुव्रत दर्शन बहुत पंसद आया। उन्होने इसे अपनाने और प्रसार करने की भावना व्यक्त की।

Wednesday 19 July 2023

IIM Ranchi identifies Indian business system and Tribal Entrepreneurship as areas of research focus


IIM Ranchi identifies Indian business system and Tribal Entrepreneurship as areas of research focus
Ranchi, Jharkhand  | July | 19, 2023 :: 
Indian Institute of Management Ranchi, has announced impactful research as an utmost priority in its strategic plan “IIM Ranchi @2030.” In this backdrop, the institute has devised an idea of conducting research on Indian business system – an epic that has remained untold and less discussed; and Tribal Economy with a special focus on tribal enterprises, which will come out in an edited book format.
The business system in India is as old as its civilization. An ancient overview of India shows agriculture and trade as the key businesses. These businesses were run in a highly structured and ordered manner, essentially by creating any kind of "corporate" or forming guilds known as sreni. Communities and castes in India were one of the staple ingredients in the evolution of the business system in India. This division of community based business was evident in India even during the Mughal period. A diversion to this setup occurred when European firms and merchants, notably the East India Company, began trading in India. Today’s business system in India is an amalgamation of business practices that prevailed during the Vedic period to the present corporate system. Through this research, attempt will be made to bring out the interplay of traditional/indigenous and modern institutions that shapes India's current institutional arrangement. While traditional institutions continue to influence certain aspects of social and economic relationships, modern institutions have played a crucial role in shaping contemporary India's legal, political, and economic systems. 
Further to complement the first book, with a focus on local responsibility, Birsa Munda Centre for Tribal Affairs, IIM Ranchi aims to conduct a research on tribal entrepreneurship, intends to create a real world impact on the domain of tribal enterprises in India, and brings the scope of the tribal economy to the fore of academic and policy discussions. Therefore, the research on tribal entrepreneurship will represent a comprehensive picture of the enterprises owned by the tribes in tribal areas; which incorporate both social and profit making enterprises. The research will focus on the evolution of enterprises, success stories of community-based enterprises, exploring the key of success and replication, optimization of minor forest products for creating new enterprises, tribal skill development, issues and opportunities in the tribal areas, and socio-economic development of tribes in India.

Tuesday 18 July 2023

GAIL launches project to improve facilities at S.S. Doranda Government Girls High School, Doranda, Ranchi


Ranchi, July 18, 2023: As part of its Corporate Social Responsibility programmes, GAIL (India) Limited today launched a project to improve the education, health, and nutrition facilities at S.S. Doranda Government Girls High School (+2) level, Doranda here. The project, inaugurated by Shri Ayush Gupta, Director (Human Resources), GAIL, aims to encourage the girl child to pursue school education by making upgraded facilities available to them.
The project is being implemented in partnership with Amity Humanity Foundation. Ms Pooja Chauhan, Chairperson, Amity Humanity Foundation, Shri Shayamalendu Niyogi, Director General, Amity Humanity Foundation, Shri Anoop Gupta, Executive Director (CSR & HR), GAIL and other senior executives of GAIL and the Ranchi District Administration were present at the inauguration programme.
Speaking on the occasion, Shri Ayush Gupta, the Chief Guest, said, “Education is the foundation of a progressive nation and through initiatives like ours, we contribute to building a strong and empowered India. By focusing on the holistic development of students, we aim to equip them with the necessary skills, knowledge and values that will enable them to excel in all spheres of life.”
He encouraged the students to make the best use of the facilities being developed to expand the horizons of their knowledge.
As part of the project, awareness workshops, check-up camps and seminars on the theme of health and nutrition will be conducted, infrastructure facilities such landscaping of the school and upgradation of school science labs, installation of water purifiers will be undertaken along with organization of science exhibition to encourage the girl child to pursue careers in the field of STEM. 

रिश्तों पर भारी न पड़े स्मार्टफोन का नशा : गुड़िया झा


रिश्तों पर भारी न पड़े स्मार्टफोन का नशा : गुड़िया झा

आज स्मार्टफोन हमारे दैनिक जीवन का एक बहुत बड़ा हिस्सा है।
 हर छोटे-बड़े कार्यों के लिए हम मोबाइल पर निर्भर हो गये हैं।  
यह हमारे लिए आसान भी है और जरूरी भी। 
लेकिन कई बार इसे अनावश्यक रूप से इस्तेमाल करने से हमारे रिश्तों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 
बड़ों के साथ बच्चे भी इसमें उलझ कर रिश्तों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में असफल हो रहे हैं। 

सबसे पहले हमें खुद ही अपनी इन आदतों पर अंकुश लगा कर चलना होगा। तभी बच्चों में भी इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। 

विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि मोबाइल के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की यह आदत अपने प्रियजनों के साथ बिताए जाने वाले समय को ही कम नहीं किया है, बल्कि इसने जोड़ों के बीच टकराव को भी जन्म दिया है।

1. अपनों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं।
टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी को आसान बनाने के लिए होती है, 
लेकिन मोबाइल को ही क्वालिटी टाइम बिताने का साधन बनाना रिश्तों में दूरियां बढ़ाता है। 
कई बार हम मान लेते हैं कि बिना कार्य के भी फोन पर बिताया गया अधिकांश समय हमारे आराम करने या मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन है। 

स्मार्टफोन जोड़ों के बीच भी निजी बातचीत को समाप्त कर रहा है। 
यही कारण है कि आज रिश्तों में आपसी दूरियां बढ़ती जा रही हैं। 
जब भी समय मिले घर के सदस्यों के साथ थोड़ी-थोड़ी देर पर बातचीत करने से रिश्तों में सामंजस्य स्थापित होता है। हम सामने वाले कि मनोदशा को समझ पाते हैं और समय रहते उसका निदान भी कर सकते हैं। 
अधिक देर तक स्मार्टफोन पर लगे रहने से हम उसी को अपनी दुनिया मान लेते हैं। यही कारण है कि जब परिवार का कोई भी सदस्य कुछ बातें करने की कोशिश भी करता है, तो उन्हें हमारे गुस्से का शिकार होना पड़ता है। बच्चे भी आउटडोर गेम खेलने की जगह ऑनलाइन गेम को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। 

2. फोन की उपयोगिता को समझे।
जब भी मोबाइल से संबंधित जरूरी कार्य समाप्त हो जाए, तो उसे अपने से थोड़ा अलग रख दें। अपने जीवनसाथी या किसी से भी बातें करते समय बार-बार मोबाइल को चेक न करें। इससे सामने वाले को लगता है कि हम उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। 
भोजन करते समय या दूसरे को खिलाते समय भी मोबाइल के संपर्क से दूर रहें। 
रात को सोते समय और सुबह उठने के साथ ही बिना जरूरत इसका उपयोग न करें। गाड़ी चलाते समय या सड़क पार करते समय भी सावधान रहें। 
कहने को तो ये बहुत छोटी बातें हैं। लेकिन इन्हीं बातों को अमल में लाकर हम अपने रिश्ते की बगिया को और भी महका सकते हैं।

Saturday 15 July 2023

नामकुम प्रखण्ड (महानगर) कांग्रेस कमिटी के कार्यकता सम्मेलन में पहुंचे खिजरी विधायक राजेश कच्छप

रांची/नामकुम:- नामकुम प्रखण्ड (महानगर) कांग्रेस कमिटी के कार्यकता सम्मेलन लोवाडीह स्थित साई धर्मशाला में प्रखण्ड अध्यक्ष चमन रजक की अध्यक्षता में किया गया। कांग्रेस पार्टी की कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि आज देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मंहगाई पर काबू कर नहीं पाया। देश के जनता मंहगाई से जूझ रहे हैं। देश को अडानी-अम्बानी के हाथों बेच दिया। देश को धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है। देश में कालाधन का क्या हुआ। देश को बीजेपी सरकार ने जाति के नाम पर धर्म के नाम पर राज करना चाहता है। देश ना किसी जाति का है ना किसी धर्म का है हमारे देश हिन्दुस्तान में रहने वाले सभी हिन्दुस्तानी है। विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि आने वाले 2024 चुनाव को में कांग्रेस के प्रत्याशी को एक-एक वोट देकर विजय बनाना है। विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के सांसद प्रतिनिधि सुनील कुमार सहाय ने कहा कि पूरे रांची लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक कर 2024 की लोकसभा चुनाव की तैयारी की जा रही है। आने वाले दिन में हम सभी को अपने बुथों पर अधिक से अधिक कांग्रेस पार्टी को मतदान करना होगा। मौके पर प्रखण्ड अध्यक्ष चमन रजक, प्रिंस बंट महानगर उपाध्यक्ष, नीतू देवी महानगर महिला अध्यक्ष, अमन अहमद, सदर शाउद आलम, पूर्व पार्षद कुलभूषण डुंगडुंग, नौशाद खान, रीना सांगा, जोसेफ मिंज, चांद खान, मधु कुजूर, दीपक राणा, गोपी कच्छप, सोनाल कच्छप, विक्की ठाकुर, ज्ञानी मुण्डा, मुरली कुमार, सुनील यादव, पंचु तिर्की, दिनेश चन्द्र प्रमाणिक एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

आदिवासी समाज पर आज चारों तरफ से हो रहा राजनीतिक हमला प्रेम शाही मुंडा



रांची। शनिवार को आदिवासी जन परिषद की बैठक प्रेम शाही मुंडा की अध्यक्षता मे संपन्न हुई l
       इसका संचालन महासचिव प्रकाश मुंडा ने की l
   इस बैठक को संबोधित करते हुए प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज को चारों तरफ से राजनीतिक हमला किया जा रहा है और आदिवासियों का राजनीतिक इस्तेमाल भी किया जाता रहा हैl राज्य के सभी राजनीतिक दल यूनिफॉर्म सिविल कोड पर स्थिति स्पष्ट करें l संविधानिक अधिकार के साथ-साथ हमारा जमीन की लूट पुरजोर तरीके लूट चल  रही हैl l  यह आदिवासी सरकार हैl परंतु हेमंत सरकार के द्वारा में कोई काम नहीं हो पा रहा है l नहीं नौकरी मिल पा रहा है न हीं कारोबार पर अधिकारमिल पा रहा है जमीन लूट के खिलाफ सरकार पर फिसड्डी साबित हुई है l 
  बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिया गया
1. यूनिफार्म सिविल कोड का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा यूसीसी आने से धर्म- संस्कृति एवं संविधानिक अधिकार पांचवी अनुसूची, छठी अनुसूची, सीएनटी एक्ट एसपीटी एक्ट  कानून समाप्त हो जाएl आंदोलन को तेज करने के लिए राष्ट्रव्यापी आदिवासियों की बैठक 30 जुलाई 2023 को विधानसभा सभागार में आहूत की गई है उसमें आदिवासी जन परिषद के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे l 
2. आदिवासी जन परिषद हेमंत सोरेन सरकार से मांग करती है कि राज्य में सर्वदलीय यूसीसी के खिलाफ सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाकर के हेमंत सरकार सहमति बनाएं l 
3.9 अगस्त 2023 को आदिवासी जन परिषद के द्वारा आदिवासी दिवस धूमकुड़िया करम टोली रांची में हर्षोल्लास के साथ मनाने का निर्णय लिया गयाl 
4.आदिवासियों की जमीन लूट के खिलाफ आदिवासी जन परिषद आंदोलन तेज करेगी और रैयतो को दखल दिखाने दिलवाएगी l 
5. यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा,कांग्रेस, वाम दल राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य स्थिति  स्पष्ट करेंl 
6.लेबर कार्ड आदिवासियों के विकास में ट्राईबल सब प्लान की योजनाओं को विकास के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी और आदिवासियों के विकास के लिए अभियान चलाएगीl 
  इस बैठक में अभय भुट कुवर प्रधान महासचिव प्रकाश मुंडा, महासचिव प्रदीप करमाली, युवा अध्यक्ष आदिवासी जन परिषद   सिदाम सिंह  पांच परगना क्षेत्रीय  कमेटी सावना सिंह मुंडा रांची जिला अध्यक्ष ,एमआर माझी, सिकंदर मुंडा सुरेश मुंडा अक्षय कुमार भोक्ता, दिलीप कुमार पाहन पुतुल  तुर्की,संजू उरांव,नीलिमा उरांव लखी शरण सिंह मुंडा, डब्ल्यू मुंडा, जेनिता तिग्गा, संगीता टोप्पो शकुंतला उरांव, आदि शामिल हुए l

"विहिप ने सभी समाज को साथ लेकर 56 वर्षीय अनाथ प्रतिमा की देह को मुखाग्नि दी"


"विहिप ने सभी समाज को साथ लेकर 56 वर्षीय अनाथ प्रतिमा की देह को मुखाग्नि दी"

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 15, 2023 ::
आज यह बात चरितार्थ हो गई कि जिसका कोई नहीं उसका भगवान होता है। भगवान उनका स्वयं कोई ना कोई रास्ता बना देते हैं। रांची जेल रोड़ स्थित निर्मल हृदय नाम की संस्था में आज पिछले 12-13 वर्षों से रहने वाली "प्रतिमा" नाम की महिला का रात्रि के अंतिम पहर में प्राकृतिक कारणों से 56 वर्ष की अवस्था में देहावसान हो गया। सभी लोग बहुत बेचैन थे कि उनका दाह संस्कार कैसे किया जाएगा ।
आश्रम वासियों ने तत्काल विश्व हिंदू परिषद रांची महानगर के अध्यक्ष  कैलाश कुमार केसरी  से संपर्क किया और केसरी जी यह सुनकर बहुत द्रवित हो उठे ।विश्व हिंदू परिषद के सभी कार्यकर्ताओं को सूचित किया कि कोई भी हिंदू यदि इस प्रकार स्वाभाविक मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसके पार्थिव शरीर को पंचतत्व में विलीन करने का दायित्व हम सबका है। अतः इसी को देखते हुए विश्व हिंदू परिषद के सेवा विभाग के प्रांत सह सेवा प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल और रांची विभाग सेवा प्रमुख  राजेंद्र प्रसाद सिंह मुंडा ने तत्काल मारवाड़ी सहायक समिति से संपर्क कर मुक्तिधाम हरमू में उनके दाह संस्कार की व्यवस्था की गई  ।दोपहर  मुक्तिधाम में संत सुपन समाज रांची (डोम समुदाय) के प्रमुख  रंजीत कुमार राम अरुण कुमार राम की देखरेख में  कैलाश केसरी  ने दिवंगत प्रतिमा के पार्थिव देह को पंडित भीम पान्डे के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुखाग्नि देकर पंचतत्व में विलीन किया।
इस अवसर पर यहां अग्रवाल नारनौली समाज के संतोष अग्रवाल राजेश अग्रवाल श्रीकृष्ण प्रणामी सेवा संस्थान के राजीव अग्रवाल व उनके बहुत से सहयोगी जनजातिय समाज के  विजय मिंज अभय मिंज बिरसा उरांव मनोज मुंडा, डोम समाज से शिवा, कल्लू अरुण रंजीत राजदेव और मुक्तिधाम घाट पर शवदाह में सहायक के रूप में सहयोग करने वाले बहुत से सहयोगी, जैन समाज से वयोवृद्ध  धर्म चन्द्र जैन समाज जिन्होंने ने अब तक 8,500 से अधिक शवदाह किये हैं, मारवाड़ी ब्राह्मण समाज से सीताराम शर्मा जिन्होंने स्वयं 6,000 से अधिक शवदाह किये हैं, माहेश्वरी समाज के  शिवशंकर साबू आदि ने प्रतिमा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
विश्व हिंदू परिषद के सेवा विभाग के प्रवक्ता  संजय सर्राफ ने बताया कि विहिप केे बहुत से कार्यकर्ता  राजेंद्र सिंह मुंडा, अशोक कुमार अग्रवाल, सीताराम शर्मा, अमित केसरी, देवेंद्र दास, शुभम चौधरी, विजय, अक्षय कुमार सभी उपस्थित रहे और पूर्ण श्रद्धा के साथ दाह संस्कार के कार्यक्रम को संपन्न किया।

         








Friday 14 July 2023

UNICEF & CIP establish Sanitary Napkin Production Unit ‘MAHIMA’


Ranchi, Jharkhand  | July | 14, 2023 :: 
A sanitary napkin production unit ‘MAHIMA’, established at Central Institute of Psychiatry (CIP) Ranchi, was inaugurated today jointly by Dr Kaninika Mitra, Chief of Field Office, UNICEF Jharkhand & Dr Basudev Das, Director, CIP, Ranchi. 
The Sanitary Napkin Unit established at CIP is a collaborative initiative of UNICEF Jharkhand & CIP to ensure and fulfil pressing demands of providing accessible and affordable sanitary napkins to the women and girl patients there. 
On this occasion, Ms Astha Alang, Communication, Advocacy & Partnership specialist, UNICEF; Mr Kumar Premchand, WASH Specialist, UNICEF; Dr Laxmi Saxena, WASH Officer, UNICEF; Dr Avinash Sharma, Administrative Officer, CIP and other officials & doctors were also present. 

Speaking on this occasion, Dr Kaninika Mitra, Chief, UNICEF Jharkhand said, “I am so happy to see this sustainable and joint effort of UNICEF and CIP come to life. Because stigma, poverty, and lack of access to basic services like affordable sanitary napkins are causing menstrual health and hygiene needs to go unmet and increasing women and girls’ risk of infections.” 

She further added, “Menstrual health and hygiene management, when available to all, can help break barriers and support adolescent girls to grow into healthy and empowered women,”
“Keeping this in mind, UNICEF and CIP have come forward to set up a sanitary napkin production unit, so that the women and girl patients here can access sanitary pads and manage their menstruation in a better, hygienic and healthy manner as well as equip them with skills of pad making and packaging. This is very special because it will help the patients admitted in CIP who have mental health problems, in maintaining their dignity, hygiene and they will also participate in packaging the sanitary napkins, which will boost their confidence and engage them in productive activities. The purpose is to engage stable female patients in MHM awareness generation among other patients, and engage them in packaging/operationalization of the SNPU.”

Dr Basudev Das, Director, CIP said, “I am very grateful to UNICEF for this innovative partnership. The Sanitary Napkin Production Unit, which has been inaugurated today, is a collaborative initiative of UNICEF and CIP and it has been set up with the aim to address the pressing needs of accessible and affordable sanitary napkins for girls and women in the community. This initiative will be very helpful for the women and girl residents and patients here. Through UNICEF’s valuable support and partnerships, we been able to realise this vision to create a sustainable solution to empower women and enhance their health and wellbeing.”

He further said, “As per plan, everyday around 15,000 sanitary pads will be produced here, which will be used by women and girl patients. It has been also decided to provide sanitary napkins to the students of Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya (KGBV) of nearby areas at a very nominal cost. ”

The inauguration ceremony was also attended by warden and students of Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya (KGBV), Kanke and the representative of World Vision India.

Media Workshop empowers and equips journalists to tackle Air Pollution and Climate Change :: From Awareness to Action




Ranchi,Jharkhand  | July | 14, 2023 :: 
 To address sustainable issues and environmental challenges, SwitchON Foundation organized a media Workshop on Air Pollution and Climate Change Reporting in collaboration with Socratus and The Energy Policy Institute at the University of Chicago (EPIC India) as knowledge partners. 

Around 50 journalists from nearby cities joined the workshop to gain valuable insights, facilitate meaningful discussions, and learn innovative approaches to climate change reporting.
 The workshop aimed at simplifying the issue of air pollution and Climate Change. It focussed on breaking down the fundamentals of air quality- reading and interpreting air quality data, reporting on health vis-à-vis air pollution. 
The overall objective of the workshop was how to effectively report on the issue of air pollution and Climate Change.

The managing director of SwitchON Foundation, Shri Vinay Jaju said, 
"There is a need to highlight the urgency and need for action against air pollution and climate change among masses in the cities of Jharkhand.
 Media has a central role in adding impetus to this. 
Change is only possible through awareness, engagement and communication."

The Government of India’s National Clean Air Programme (NCAP) is a step towards resolving the problem of deteriorating ambient air quality. The NCAP has set a time-bound goal to improve air quality across the country, focusing on 132 “non-attainment” cities where air pollution standards are not being met. 
This includes 8 cities of Jharkhand -Ranchi, Jamshedpur, Hazaribagh, Dhanbad, Bokaro, Deogarh, Dumka and Giridih. With the base year as 2017, the programme is set to achieve a reduction of 20% - 30% of particulate matter by 2024. The concentration of PM2.5 in the state is more than 2.5 times the national standard. A report by the Lancet journal has predicted that nearly 100.2 deaths per 100,000 deaths in Jharkhand occurred due to air pollution.

The Jharkhand State Action Plan on Climate Change suggests that when the temperature gets hotter, it can harm the growth of crops. For example, rice, potato, green gram, and soybean can produce less when the temperature goes up from 1 to 40 degrees Celsius. For every 1 degree Celsius increase in temperature, there is a steady decrease in crop yield. These findings show that higher temperatures can negatively affect crop yields. If we don't take any actions to adopt or consider the benefits of CO2 fertilization, a temperature increase of 10 degrees Celsius alone could lead to a loss of 6 million tonnes in wheat production. This loss could become much worse if the temperature increases by 50 degrees Celsius, reaching a massive loss of 27.5 million tonnes.

Media is one of the major key stakeholders who have a crucial role to play. Well-informed and regular reporting on the environmental issues by the media would not only build the awareness of the citizens but also ensure that policymakers take the issue seriously. This could result in some accountability on everyone’s part. 

Mr. Vivek kumar (Resident Editor, Hindustan Media) commented, “It is really encouraging to witness the media workshop on Air Pollution and Climate change by SwitchON Foundation. The environment today is in serious crisis and it requires change agents like the media to put forth information, facts and figures to inform and educate citizens. ”

Dr. Suprova Chakraborty, (Sr.Pulmonologist, Raj Hospital), Ranchi said, “Air pollution is associated with a broad spectrum of acute and chronic illnesses, such as asthma, chronic obstructive pulmonary disease (COPD), cardiovascular diseases and cancer. The ever increasing trend of AQI levels poses a major threat to the vulnerable communities like the children and old aged people.”

Mr. Shashi Shekhar, (Editor in Chief, Dainik Jagran) stated, “We applaud SwitchON’s aim to sensitize the media on Climate change issues.  There is nobody better than the media who can spread awareness about the issue to the layman who is actually getting affected out there. Media can play a crucial role in reporting Climate change.”














Thursday 13 July 2023

Minister of Youth Affairs & Sports and Minister of Information & Broadcasting, Anurag Thakur unveils Trophy for the Hero Asian Champions Trophy Chennai 2023


 Minister of Youth Affairs & Sports and Minister of Information & Broadcasting,  Anurag Thakur unveils Trophy for the Hero Asian Champions Trophy Chennai 2023 

~ ‘Pass the Ball’ campaign was also launched during the grand event which took place at Major Dhyanchand National Stadium in New Delhi~ 

New Delhi, 13th July 2023: Hockey India on Thursday hosted a grand unveiling event of the Trophy for the highly anticipated Hero Asian Champions Trophy Chennai 2023. The elite event took place at the Major Dhyanchand National Stadium in New Delhi and it witnessed the  Minister of Youth Affairs and Sports and Minister of Information & Broadcasting,  Anurag Thakur, unveil the coveted Trophy for the forthcoming event starting 3rd August where India, Korea, Malaysia, Japan, Pakistan, and China will vie for the Title. 

The trophy unveiling event turned out to be a spectacular celebration of Asian hockey, featuring a vibrant program and attended by distinguished guests including, Shri Anurag Thakur, Hockey India President Padmashri Dr. Dilip Kumar Tirkey, Hockey India Secretary General Shri Bhola Nath Singh, and Hockey India Treasurer and President Hockey Unit and Tamil Nadu (Host State) Shri Sekar Manoharan. Moreover, some prominent former International hockey players and Olympians including the likes of Harbinder Singh, Ashok Diwan, Zafar Iqbal, Romeo James, MP Singh, HPS Chimani, and Vineet Kumar also graced the occasion with their presence. 
 
The ‘Pass the Ball’ campaign was launched during the event and it saw Shri Anurag Thakur dribbling a hockey ball with a hockey stick and passing it to Indian Hockey Legend Shri Zafar Iqbal. 
 
Furthermore, the event served as a prelude to the various promotional activities planned throughout the Pass the Ball and Trophy Tour, as the trophy travels across multiple cities including Delhi, Chandigarh, Guwahati, Patna, Bhubaneswar, Ranchi, Bangalore, Trivandrum and host city Chennai, before visiting districts throughout the state of Tamil Nadu. The Pass the Ball and Trophy Tour aims to create an electrifying atmosphere, building anticipation among hockey fans and driving support for the Indian Men’s Hockey Team. 

Interestingly, the Asian Champions Trophy, which is produced by acclaimed trophy designer Sanjay Sharma, is handcrafted with care from a harmonious combination of brass, aluminium, and copper that has been elegantly plated with nickel and gold. Each crystal adorning the crown, as well as its exquisite design, was custom-made for the prestigious trophy, adding a one-of-a-kind touch to its grandeur.

Speaking on the occasion, Hon’ble Minister of Youth Affairs and Sports and Minister of Information & Broadcasting, Shri Anurag Thakur said, "Hero Asian Champions Trophy Chennai 2023 will take place in Chennai, India. I congratulate Hockey India for hosting the prestigious tournament for the first time. India have won the Asian Champions Trophy thrice in the past. And now, we can create history by winning it for the record fourth-time this year. Indian Men's Hockey Team have to perform brilliantly to win the beautiful trophy. I also congratulate Hockey India for organising the trophy tour. The trophy tour is an important step because it creates excitement, awareness and invite young players to see the trophy and have the dream to one day, play for India. We will give best hospitality to all the visiting nations and may the best team win."

Speaking about the event, Hockey India President Padmashri Dr. Dilip Kumar Tirkey said, “Hockey India is thrilled to unveil the Trophy for the Asian Champions Trophy Hockey 2023. This event marks an exciting milestone in our journey towards hosting a world-class tournament that showcases the best of Asian hockey. The nationwide Pass the Ball and Trophy Tour will help create awareness about the event and invoke youngsters' love for the game. It will also serve as a testament to the passion and skill of our athletes and the growing popularity of the sport in our country.” 

Hockey India Secretary General Shri Bhola Nath Singh also expressed his views on the event and said, “I am delighted to witness the grand unveiling of the prestigious Asian Champions Trophy. This trophy represents the pinnacle of achievement in Asian hockey and symbolizes the dreams, hard work, and dedication of our players. It will be an inspiration for the participating teams and a coveted prize that every nation will strive to lift.” 

Hero Men's Asian Champions Trophy Chennai 2023 will be live on Star Sports, Disney +Hotstar. It will also be live streamed on watch.hockey for viewing outside of India. 




Wednesday 12 July 2023

रांची जिला सीनियर पुरूष -महिला खो-खो टीम घोषित : गुमला में होगी प्रतियोगिता


                              



राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 12, 2023 :: दिनांक 14 से 16 जुलाई 2023 माघी बालिका उच्च विद्यालय ,सिसई, गुमला में 17 वीं झारखंड राज्य स्तरीय पुरूष -महिला खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। 
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आज रांची जिला पुरुष -महिला खो-खो टीम की घोषणा रांची जिला खो-खो एसोसिएशन के महासचिव अजय झा ने की। 
रांची टीम प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 13 जुलाई को शाम 4 बजे सिसई , गुमला के लिए प्रस्थान करेगी। 

रांची जिला पुरुष-महिला खो-खो टीम इस प्रकार है:-
पुरुष टीम:-
--------------
विकास कुमार (कप्तान), विवेक कुमार (उपकप्तान), आदित्य कच्छप,रोहण उरांव, दीपक मुंडा, प्रिंस कुमार, राहुल महतो, सुदेश कुमार, राहुल कुमार, विष्णु उरांव, अभिषेक महतो,सुचित कुमार, सुमित उरांव , सत्यवीर कुमार दास,अमन कुमार।
प्रशिक्षक:-संजय कुमार
प्रबंधक:-कुलदीप सोरेंग


महिला टीम:-
-----------------
रिया कश्यप (कप्तान), सौम्या सेजल वर्मा (उपकप्तान), प्रीति रानी ,दिव्या एक्का,पदमा कुमारी, प्रीति कुमारी, कावेरी कुमारी, भूमिका धनवार ,लक्ष्मी कुमारी निशा कुमारी , राहिल नाग , संतोषी कुमारी ,भानू कुमारी अनिता कुमारी ,जयंती होरो।
सुरक्षित:- रोशनी कुमारी, हंसिका कुमारी, लवली कुमारी।
प्रशिक्षक:- विवेक कुमार
प्रबंधक:- संगीता कुमारी 
डे-बोर्डिंग खो-खो बालक वर्ग :-
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विक्की लोहरा (कप्तान), निखिल कुमार (उपकप्तान),करण लोहरा, राकेश नायक, सन्नी कुमार, अभिषेक उरांव,रोहण कुमार, शिवम कुमार, आकाश कुमार, अभिषेक राम, पिंटू कुमार, रोहित कुमार, रोहित कुमार सिन्हा,शिवा कुमार , रणबीर कुमार 
सुरक्षित खिलाड़ी:-
समीर धनवार , रोहित लोहरा
प्रशिक्षक सह प्रबंधक:-अजय झा

Tuesday 11 July 2023

गौरव सिंह मेमोरियल सुपर डिविजन क्रिकेट :सेरसा और मेकॉन की टीम फाइनल में

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 11, 2023 :: सेरसा और  मेकॉन की टीम ने आज ही गौरव सिंह मेमोरियल सुपर डिवीजन क्रिकेट लीग के सेमीफाइनल मैचों में अपना अपना मैच जीतकर फाइनल में खेलने का स्थान सुरक्षित किया जेएससीए के मुख्य स्टेडियम में खेले गए मैच में सेरसा की टीम ने आरएंडी की सेल की टीम को 8 विकेट से पराजित कर फाइनल में पहुंची वहीं दूसरी ओर ओवल मैदान में खेले गए मैच में मेकॉन की टीम ने आरसीए को 5 विकेट से पराजित किया आरसीए की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट पर 226 रन बनाया जिसमें शिखर मोहन में 87 अश्विनी कुमार ने 61 अरिहंत ने 25 और वसीम ने 22 रनों का योगदान किया अमित और सीट को दो-दो विकेट मिले जवाबी पारी में मेकॉन की टीम ने 35 ओवर में पांच विकेट पर 227 रन बनाकर मैच को जीत ली जिसमें हर्ष  राणा ने 94 शुभ ने 32 भीषम ने 25 नाबाद अनिर्बन चैटर्जी ने 22 और कौशल किशोर सिंह ने 21 रनों का योगदान किया हर्ष ने 61 रन देकर दो विकेट लिए वही दूसरी ओर आरएंडी और सेरसा के बीच मैच में r&d  की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 41 ओवर में 135 रन पर ही सिमट गई जिसमें ऋतुराज ने 31 रोशन ने 20 रनों का योगदान किया ऋषभ कुमार ने चार सुशांत मिश्रा और हर्ष को दो-दो विकेट मिले जवाबी पारी में सेरसा की टीम ने 30 ओवर में 2 विकेट खोकर 137 रन बनाकर मैच को जीत लिया जिसमें अनुभवी सिद्धार्थ राज सिन्हा ने  82 रनों का नाबाद पारी खेली हिमांशु ने 38 रनों का योगदान किया रोशन को एक विकेट मिला

Monday 10 July 2023

झारखंड राज्य स्टेट अवार्ड्स समारोह : आवेदन की अंतिम तिथि 17 जुलाई 2023


झारखंड राज्य स्टेट अवार्ड्स समारोह : आवेदन की अंतिम तिथि 17 जुलाई 2023 

राँची: झारखंड राज्य स्टेट अवार्ड्स जिसका आयोजन दिनाँक 28 जुलाई 2023 को निर्धारित है में भाग लेने वालों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई गई।
इस समारोह के चयन समिति के चेयरमैन श्री शेखर बोस के निर्देश पर इसकी तिथि में परिवर्तन किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो को इसमे भाग लेने का अवसर मिल सकें।अब इसके आवेदन की अंतिम तिथि 17 जुलाई 2023 होगी।
ये आवेदन झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के कार्यालय या इसके ईमेल jharkhandolympic@gmail.com 
पर भेजी जा सकेगी

Asian Champions trophy 2023 Mascot :: Chennai from 3rd to 12th August 2023

Asian Champions trophy 2023 Mascot

Chennai from 3rd to 12th August 2023

Saturday 8 July 2023

19वी झारखण्ड राज्य जुनियर वुशु प्रतियोगिता धनबाद में 9 एवम 10 जुलाई 2023 को : राज्य के विभिन्न जिलों के खिलाड़ी लेंगे भाग

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 08, 2023 :: 19वी झारखण्ड राज्य जुनियर वुशु प्रतियोगिता का आयोजन धनबाद में किया जा रहा है जिसमे राज्य के विभिन्न जिलों के खिलाड़ी भाग लेंगे ।
 इस प्रतियोगिता का आयोजन धनबाद जिला वुशु एसोसिएशन के द्वारा टाटा कम्युनिटी सेंटर ,दीगवाडीह ,धनबाद में किया जा रहा है।
प्रतियोगिता दिनाँक 9 और 10 जुलाई 2023 को आयोजीत होगी जिसके लिए धनबाद जिला वुशु एसोसिएशन ने पूरी तैयारी की है।
टाटा कम्युनिटी सेंटर में वाटरप्रूफ पंडाल लगाया गया है ताकि बारिश के कारण खेल बाधित न हों ,वही आम दर्शकों के लिए दर्शकदीर्घा भी बनाई गई है। 

इसकी जानकारी देते हुए एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ प्रदीप वर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता के आधार पर झारखंड जुनियर टीम का चयन किया जाएगा जो आगामी जूनियर नेशनल में राज्य का प्रतिनिधित्व करेगी।
इस प्रतियोगिता के लिए तकनीकी समिति का भी गठन किया गया है इसके सानदा कमिटी के चेयरमैन अमरेंद्र दत्त द्विवेदी जबकि ताऊलू के चेयरमैन दीपक गोप बनाये गए है।

इसके अलावे जज की भूमिका में रत्नेश कुमार,रज़ि अहमद,शशिकांत पांडे,सुशील कछप, वाहिद अली,मनोज कर्मकार,इन्द्रशिष  रॉय,पलबिंदर सिंह ,बिमला टोप्पो आदि मौजूद रहेंगे।

Friday 7 July 2023

13वीं जूनियर, सब जूनियर झारखंड तैराकी प्रतियोगिता 8 जुलाई से

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 07, 2023 :: मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के एक्वेटिक स्टेडियम में शनिवार से दो दिवसीय 13वीं जूनियर, सब जूनियर बालक/बालिका झारखंड तैराकी प्रतियोगिता शुरू हो रही है। 
प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री अर्चित आनंद, उपाध्यक्ष(झारखंड ओलंपिक संघ) एवं श्री गिरीश कुमार राठौर,CEO, JSSPS के द्वारा शनिवार को  5 बजे संध्या में किया जायेगा। 
दो दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान 250 से ज्यादा तैराकों के भाग लेने की संभावना है जो विभिन्न स्पर्धाओं में पदक जीतने के लिए मशक्कत करेंगे। लगभग 40 तकनीकी पदाधिकारी प्रतियोगिता के संचालन में अपनी भूमिका निभाएंगे। 
उद्घाटन के अवसर पर जानी मानी एथलीट पुष्पा हंसा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी। 
प्रतियोगिता का समापन रविवार को होगा। 
उक्त जानकारी झारखंड तैराकी संघ के सचिव उपेंद्र तिवारी ने दी।

Tuesday 4 July 2023

झारखंड राज्य स्टेट अवार्ड्स समारोह 28 जुलाई 2023 को

राची, झारखण्ड  | जुलाई  | 04, 2023 ::
झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के द्वारा झारखंड ओलंपिक अवार्ड्स इस माह की 28 तारीख को दिए जाएंगे।

इसके तहत सत्र 2022- 2023 में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर झारखंड का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा।

निम्न वर्गों में होंगे झारखंड स्टेट अवार्ड:-

बेस्ट एथलीट वीमेन
बेस्ट एथलीट मेन
बेस्ट प्रोमिसिंग एथलीट वीमेन
बेस्ट प्रोमिसिंग एथलीट मेन
बेस्ट कोच वीमेन
बेस्ट कोच मेन
बेस्ट स्पोर्ट्स एसोसिएशन
बेस्ट डिस्ट्रिक्ट ओलंपिक एसोसिएशन
बेस्ट इंस्टीट्यूट फ़ॉर स्पोर्ट्स प्रोमोशन
बेस्ट स्पोर्ट्स  promoting 
 स्कूल(प्राइवेट)
बेस्ट स्पोर्ट्स प्रोमोटिंग स्कूल(गवर्मेन्ट)

बेस्ट स्पोर्ट्स प्रोमोटिंग यूनिवर्सिटी
बेस्ट इनोवेटिव स्पोर्ट्स अवार्ड

लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
1.प्लेयर वीमेन
2.प्लेयर मेन
3.स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट
4.स्पोर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर
5.प्लेयर नन ओलंपिक स्पोर्ट्स
बेस्ट स्पोर्ट्स एसोसिएशन(नन ओलंपिक स्पोर्ट्स)

इसकी जानकारी देते हुए झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ मधुकांत पाठक ने बताया कि स्टेट अवार्ड्स के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता,36 वे राष्ट्रीय खेल के पदक विजेता और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेता खिलाड़ी भी सन्मानित किये जायेंगे।

उन्होने कहा कि राज्य खेल संघों को इस सम्बंध में पत्र भेजा जा चुका है और प्रविष्टि की अंतिम तिथि दिनाँक 10 जुलाई 2023 को रखी गयी है।

 *अवार्ड्स समिति घोषित

झारखंड अवार्ड्स के लिए शेखर बोस के नेतृत्व में एक चयन समिति का गठन किया गया है जिसमें निम्न सदस्य बनाये गए है:
हरभजन सिंह
गुलाम रब्बानी
सी डी सिंह
पूर्णिमा महतो
बिपिन कुमार सिंह
रजनीश कुमार

शिवेंद्र दुबे इस पूरे कार्यक्रम के संयोजक बनाये गए है।

डॉ पाठक ने बताया कि यह अवार्ड्स आर के आनंद लॉन बॉल्स स्टेडियम, नामकुम में दिए जाएंगे