राची, झारखण्ड | दिसम्बर | 05, 2023 ::
आज दिनांक 5.12.2023 को पुनदाग स्थित लाला लाजपत राय बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कला एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एस.आर. डी.ए.वी के प्राचार्य श्री एस.के.मिश्रा ने सर्वप्रथम लाला लाजपत राय जी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किया। विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष श्री राजेश खन्ना ने पुष्प गुच्छ तथा विद्यालय के अध्यक्ष सुधीर उग्गल ने शॉल देकर मुख्य अतिथि का सम्मान किया। फिर मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर इस प्रदर्शनी में कक्षा प्री नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
अपनी कला का विशिष्ट प्रदर्शन करते हुए कक्षा प्री नर्सरी के बच्चों ने कला के क्षेत्र में बहुत सारे प्रारूप तैयार किये जैसे कक्षा प्री नर्सरी की छात्रा परी एवं अनुष्का ने क्ले से मोर बनाया। इसके अलावा नर्सरी की जयसी एवं मेघा ने भी दाल चावल से पेपर पर मॉडल बनाएं। प्रेप की बेबी जैनब तथा आरुषि ने पेपर से बस बनाया। कक्षा चतुर्थ विराज अश्विन ने बहुत ही सुंदर तरीके से चंद्रयान का मॉडल तैयार किया था।कक्षा चतुर्थ के अमय प्रत्यूष, विराज ,अश्विन ने 'फोटोसिंथेसिस' की प्रक्रिया को एक प्रारूप दिया। मोहम्मद अर्सलान ने 'ड्रग स्किल 'बनाकर लोगों को बताया कि ड्रग्स लेने से क्या नुकसान होता है। कक्षा छठी के बच्चे रणवीर ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल कोल से वैक्यूम क्लीनर बनाया और यह बताया कि किस प्रकार कम खर्चे में छोटा वैक्यूम क्लीनर बनाया जा सकता है। कहीं पर इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम दिखाया गया निगार , फातिमा और कृतिका के द्वारा तो कहीं प्रकृति के विभिन्न स्वरूप दिखाए गए तनीषा एवं ईशा के द्वारा ।सातवीं कक्षा के बच्चे अध्यात्म कश्यप,आरोही, पवन, आयशा ने जुरासिक पार्क का मॉडल तैयार कर यह बताया कि डायनासोर किस प्रकार रहते थे? क्या खाते थे? उनका जीवन कैसा था?
इसी प्रकार कक्षा आठवीं के अफसरी ,नुसरत, एंजेल ने हाइड्रोलिक ब्रिज बनाया और अगस्त्य ,अमीर हम्ज़ा मेहराब ने हाइपरलूप बनाया तथा अपनी वैज्ञानिक चेतना का प्रदर्शन किया। भविष्य में कभी विज्ञान के क्षेत्र में अपनी कल्पना और उपलब्धि के बल पर केवल पर अपना नाम वैज्ञानिकों में दर्ज कर सके ऐसे कक्षा नवीं के छात्र शिवांशु ,शैलेश, आयुष, अर्पित और एमडी अमानुल्लाह ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट का प्रारूप तैयार किया तथा अक्षत, रोहित और वैष्णो ने 'इलेक्ट्रिसिटी जनरेट बाय वेस्ट मैटेरियल्स' तैयार किया। इसी प्रकार भारत की भौगोलिक अवस्था तथा इतिहास को ध्यान में रखते हुए कक्षा नवीं की सुहानी, आफिया मनीषा, समृद्धि ने रायगढ़ का किला बनाया जो कि छत्रपति शिवाजी शासन काल ,राज्य की समृद्धि का प्रतीक है, तो वहीं दूसरी और सीमा ,अमृत, ज्योति, पूजा, यश ने राम मंदिर का प्रारूप तैयार किया। कक्षा नवी एवं दसवीं के छात्र-छात्रा मुस्कान, कुणाल, पलक, नेहा ने मिलकर पद्मनाथ मंदिर का प्रारूप तैयार किया तो रजनी ,कल्पना, सौम्या और निशु ने आदिवासी समुदाय संस्कृति को हमारे सामने प्रत्यक्ष किया। जगन्नाथ मंदिर पुरी का प्रारूप तैयार किया है मनीषा ,सुदीप, केशव, सुशांत आदि ने तथा अल्तमश, सोनू अरनव, प्रवीण ,अर्पित ,अयान ने रांची स्मार्ट सिटी का प्रारूप तैयार किया।
दूसरा आकर्षण का केंद्र था झारखंड की जनजातीय व्यवस्था को दिखाना ,जिसे श्रेया, अंशु, रिचा, सृष्टि , धीता स्मिता, पियूष आदि बच्चों ने मिलकर बनाया। आग लग जाने पर किस प्रकार अग्निशमन वाहन स्वयं कार्य करेगा ऐसी सुरक्षा कवच को बनाया है कक्षा 10वीं के आशीष, नीलेश आनंद, श्याम, इरफान और रोनित ने। विज्ञान में करीब करीब 125 प्रारूप बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए।
एक ओर विज्ञान , इतिहास और भूगोल के प्रारूप तैयार किए गए वहीं दूसरी ओर अपनी रचनाशीलता को प्रदर्शित करते हुए बच्चों ने विभिन्न प्रकार के हस्तकलाएं प्रस्तुत की। 100 से भी ज्यादा हस्तकलाओ का बच्चों ने प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम की सराहना की तथा भविष्य में भी ही आगे बढ़ते रहने के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य श्री पी. के. ठाकुर के साथ अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
प्रदर्शनी का आनंद लेने के लिए आए हुए अभिभावकों ने भी बच्चों के मेहनत एवं मॉडल की काफी सराहना की।
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