रांची: विश्व दिव्यांग दिवस के पूर्व संध्या पर एक शाम दिव्यांगजनों के नाम संस्कृति सह सम्मान समारोह लोक स्वास्थ संस्थान ऑडिटोरियम (आरसीएच) में हुआ। संस्था के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस तरह कार्यक्रम का मकसद है कि दिव्यांगों को एक सही प्लेटफॉर्म और उनकी जरूरत को पूरा करना है , उनकी कला को निखारना है। झारखंड दिव्यांग स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर अकैडमी ,रांची विकलांग राहत सेवा संस्था के द्वारा संस्कृति कार्य निदेशालय ,पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग झारखंड सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम समय-समय पर करते रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री बंधु तिर्की , झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के डिप्टी चेयरमैन शमशेर आलम, पूर्व डिप्टी मेयर अजय नाथ शाहदेव मौजूद रहें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगों को समाज और संस्कृति से जोड़ना । दिव्यांग अपनी कला का भी इस मौके पर शानदार प्रदर्शन किया।। स्मोकर मौके पर किन्नर समाज के लोगों को भी सम्मानित किया गया ।इसके अलावा ऐसे दिव्यांग जो अलग-अलग क्षेत्र में अपना पहचान बन चुके हैं उन लोगों को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया। आफताब आलम ने कहा कि झारखंड के संस्थान जो दिव्यांग के उत्थान के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इस मौके पर झारखंड दिव्यांग स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर अकैडमी के उपाध्यक्ष अर्चित आनंद ,उपाध्यक्ष सरफे आलम, जग्गू, जाहिद , मुकेश समेत कई लोग मौजूद थे।
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