रांची प्रेस क्लब में चेका, द रोड ऑफ बोन्स का विमोचन किया गया , जिसका लक्ष्य उस अंधेरे पर प्रकाश की किरण ङालना है जो अभी भी नेताजी सुभाष चंद्र बसु की मृत्यु से घिरा हुआ है।
लेखक जॉयदीप मुखर्जी भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वकील और अखिल भारतीय कानूनी सहायता फोरम और अखिल भारतीय बार एसोसिएशन के महासचिव हैं।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वकील जॉयदीप मुखर्जी की पुस्तक भूले हुए नायक के भाग्य का रास्ता बताती है।
ब्रिटिश शासन के दौरान एक निजी एजेंसी द्वारा यह घोषित किया गया है कि सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को ताइहोकू विमान दुर्घटना में हुई थी, लेकिन विमान दुर्घटना का कोई ठोस सबूत नहीं है।
लेखक ने इस पुस्तक को बड़ी बारीकी से अपने 20 वर्षो के रिसर्च के बाद लिखा है I किताब प्रेमियों और इतिहास पर रुचि रखने वालो के लिए यह पुस्तक वरदान साबित होगा I कार्यक्रम में मुख्य रूप से एच एच धर्म प्रचारक संत नीलेश सिंहपाल , हिंदू जन जागृति समिति के शंभू गवारे , सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस मौजूद थे।
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