आगामी 31 जनवरी एंव 01 फरवरी को होने वाली राष्ट्रीय जतरा महोत्सव की तैयारी को लेकर समिति के सभी पदाधिकारी जोर जोर-शोर से प्रचार प्रसार में लग गये है।राष्ट्रीय जतरा महोत्सव का एक प्रतिनिधिमंडल के द्वारा जयपुर पंचायत के कामता, कोंगे तथा सिमलिया पंचायत के नया सिमलिया, हेहल, रातू प्रखण्ड के लालगुटूवा, बेलांगी इत्यादि क्षेत्रों का दौरा किया।मुखिया, सरपंच,पंचायत समिति के सदस्य तथा आदिवासी समाज के अगुवाओं के बीच जाकर राष्ट्रीय जतरा महोत्सव के बारे में जागरूक किया जा रहा है तथा जतरा में भारी से भारी संख्या में शामिल हो उसको लेकर आग्रह किया जा रहा है।
राष्ट्रीय जतरा महोत्सव के कार्यकारी अध्यक्ष नरेश पाहन ने कहा की
राष्ट्रीय जतरा महोत्सव में 101 पाहनों के द्वारा पुरे विधि विधान के साथ पुजा पाठ किया जाऐगा।इसमें सैंकड़ो दर्जनों के खोड़हा परंपरागत वेश-भूषा में ढोल-मांदर की भाप पर नाचते गाते आदिवासी सामुदाय पहुंचेगें।
राष्ट्रीय जतरा महोत्सव के सचिव डब्लू मुण्डा ने कहा की जतरा है झारखंड की संस्कृति की पहचान इसको राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाना राष्ट्रीय जतरा महोत्सव के सभी पदाधिकारियों का लक्ष्य है। राष्ट्रीय जतरा महोत्सव की तैयारी अन्तिम पड़ाव पर पहूँच रही है इसलिए टीम के सभी पदाधिकारी प्रचार प्रसार की गति तेज कर दिया गया है।
मौके पर,सुधीर मुण्डा, फुलमणी देवी, अजित भगत, ट्विकंल पाहन, फागू मुण्डा, बबलू लकड़ा, शिबू लोहरा, अजय उराँव,बिरू, गोबिन्द उराँव, संजय कच्छप, सुलेन्द्र तिर्की, छोटू मुण्डा, मानसा उराँव इत्यादि मौजूद थे।
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