समाज में सुधार एवं महिलाओं के हक और अधिकार के लिए जीवन भर आन्दोलन करने वाली सावित्रीबाई फुले की तस्वीर और प्रतिमा देश के सभी विद्यालयों में व कार्यालयों में लगाई जानी चाहिए और केन्द्र सरकार को उनके जन्म दिवस पर अवकाश की घोषणा करनी चाहिए।
उपरोक्त बातें राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात कहीं।
आज राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के तत्वाधान में रांची के हरमू स्थित प्रदेश कार्यालय में देश के प्रथम शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले की जन्म जयंती मनाई गई। इस मौके पर उनके चित्र पर माला अर्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने माल्यार्पण के बाद कहा कि समाज के भारी विरोध के बावजूद 1848 में देश में प्रथम बालिका विद्यालय सावित्रीबाई फुले द्वारा खोली गई थी। उन्होंने कहा कि नारी शिक्षा की वकालत करने वाली सावित्रीबाई फुले द्वारा महिलाओं के लिए 71 विद्यालयों की स्थापना की गई।और बाल-विवाह के विरुद्ध आंदोलन करने सती प्रथा का विरोध करने विधवाओं को गंजा करने के विरोध, विधवा विवाह के पुनर्विवाह का समर्थन करने प्रस्तुति गृह की स्थापना व बाल पालन घर संचालन करने वाली माता सावित्रीबाई फुले देश की प्रथम शिक्षिका ही नहीं बड़ी समाज सुधारिका और क्रांतिकारी एवं कवित्री भी थी।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष सूबेदार एसएन सिंह कुशवाहा, संतोष शर्मा, गिरिजेश कुमार, रामअवतार कश्यप, जगदीश साहू ,करण कुमार वर्मा, आर बी सहाय आदि का नाम शामिल है
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