लोहरदगा। समय पर सहयोग करना ही सच्चा सहयोगी कहलाता है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बिहार- झारखंड क्षेत्रीय समिति के सेवा प्रमुख प्रचारक अजय कुमार ने कहीं। वह लोहरदगा के गुरुकुल शांति आश्रम के द्वारा पेशरार प्रखंड के में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती पर आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कंबल वितरण समारोह में पेशरार प्रखंड के आधा दर्जन से अधिक गांव के जरूरतमंद नागरिक पहुंचे थे। इसमें बुजुर्ग महिलाओं की संख्या उल्लेखनीय थी।
इस मौके पर आचार्य शरदचंद्र आर्य ने कहा की समाज में दानदाताओं की कमी नहीं है। वह जरूरतमंदों को सहयोग देने में तत्पर रहते हैं। हमारे जैसे गुरुकुल संचालित करने वाले समाज के असहाय, बुजुर्ग, जरूरतमंदों नि:शक्त लोगों को उनके सहयोग को देखकर एक सेतु का काम किया जाता है।यही वास्तविक मानवता है। मानवता की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य ही नहीं धर्म भी है।
इस मौके पर कार्यक्रम को लाल नवल किशोर नाथ शाहदेव, दीपक कुमार, सुखदेव मुंडा, महादेव उरांव, बरतिया नगेशिया, परमेश्वर नगेशिया ,सुखनाथ नगेशिया, बुधराम नगेसिया, सरतू नगेसिया, फुलमानिया नगेशिया, करमचंद नगेशिया, विलेंद्र, वीरसमुनि उरांव, राजमनी नगेशिया,ललिता उरांव, बलकू उरांव, रामप्रसाद प्रजापति, जयराम उरांव, बंधन लोहार, रंजीत नगेसिया आदि ने संबोधित किया।
ग्रामीणों ने कहा की आश्रम के द्वारा हम गरीबों को सहयोग देकर इस कड़कड़ाती ठंड में राहत पहुंचाने का काम किया गया है। हम सदैव आश्रम और आचार्य शरदचंद्र आर्य का आभारी रहेंगे, कि लोहरदगा शहर से 40 किलोमीटर दूर आकर हम सबों को कंबल दिया। बच्चों को मिठाइयां दी। 100 से अधिक कंबल देकर बाद राहत पहुंचा गया है।
पहाड़ में इस समय 3 से 4 डिग्री चल रहा है। ऐसे में यह कंबल व्यक्ति व्यक्ति को गर्माहट देने का काम करेगा।
फोटो- कंबल मिलने से हर्षित मुद्रा में पेशरार प्रखंड के ग्रामीण।
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