मेधा डेयरी एवं इंडियन डेयरी असोशिएशन ( ईस्टर्न जोन) –झारखण्ड चैप्टर द्वारा “मेधा दही खाओ ईनाम पाओ प्रतियोगिता 2024” का आयोजन मेधा डेयरी प्लांट के होटवार , राँची के प्रांगण मे सम्पन्न हुआ
झारखण्ड राज्य दुग्ध उत्पादक सहकारी महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.) एवं इंडियन डेयरी असोशिएशन ( ईस्टर्न जोन) –झारखण्ड चैप्टर के संयुक्त तत्वाधन के तहत आज दिनांक 20 जनवरी 2024 को मेधा डेयरी प्लांट, होटवार, रांची में “मेधा दही खाओ-ईनाम पाओ” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | इस प्रतियोगिता के अंतर्गत 210 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और तीन मिनट में दही खाकर तीन वर्गों (महिला, पुरुष एवं वरिष्ठ नागरिक) में पुरस्कार प्राप्त किए | पुरस्कार पाने वालो के नाम इस प्रकार से हैं :
पुरुष
1. दही सम्राट - विनय सिंह 44 वर्ष 2.537 किग्रा रांची
2. दही श्रीमान् - मनोज क्र. मिश्रा 48 वर्ष 2.535 किग्रा रातू रोड, रांची
3. दही वीर - उत्तम क्र. महतो 26 वर्ष 2.413 किग्रा लाधुप, रांची
महिला
1. दही सम्राज्ञी श्रीमती. पूनम सिंह, 46 वर्ष, 1.849 किग्रा, बूटी मोर, रांची
2. दही श्रीमती श्रीमती. सुनीता कुमारी, 45 वर्ष, 1.772 किग्रा, होटवार, रांची
3. दही वीरा श्रीमती. पुतुल देवी, 41 वर्ष, 1.432 किग्रा, होटवार, रांची
वरिष्ठ नागरिक
1. दही भूषण . नीलकंठ झा, 63 वर्ष, 2.037 किग्रा करमटोली, रांची
2. दही महाराज एम.एन. झा 63 वर्ष, 1.887 किग्रा खेलगांव, रांची
3. दही शौर्य . प्रदीप कुमार दत्ता, 60 वर्ष, 1.866 किग्रा मोरहाबादी, रांची
प्रतिभागियों से उनके अनुभव लेते हुए बातचीत में उनके दवारा यह बताया गया कि “ मेधा दही खाओ इनाम पाओ प्रतियोगिता -2024” में भाग ले कर वो बहुत उत्साहित हैं और अच्छा महसूस कर रहे हैं। । यह प्रतियोगिता अपने आप में ही अनोखी प्रतियोगिता है | प्रतिभागियों ने कहा कि प्रत्येक वर्ष इस प्रकार की प्रतियोगिताएं मेधा डेयरी दवारा समय समय पर की जानी चाहिए |
इस अवसर पर. सुधीर कुमार सिंह , अध्यक्ष , इंडियन डेयरी असोशिएशन ( ईस्टर्न जोन) सह प्रबंध निदेशक- झारखण्ड राज्य दुग्ध उत्पादक सहकारी महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.) ने हमारी पुरानी खाने-पीने की संस्कृति को रेखांकित करते हुए कहा की पुराने समय में लोग पेट भर खाने के बाद भी कई किलो दही एवं मिठाई खा जाया करते थे | श्री. सिंह ने यह भी बताया की दिन प्रति दिन मेधा दही की मांग बढ़ रही है जिसके कारण मेधा डेयरी के पास 80 ग्राम दही कप से लेकर 15 कि॰ ग्राम के दही बकेट तक उपलब्ध हैं। इस मकर संक्रांति के अवसर पर मेधा दही काफी पसंद किया गया और लोगों ने इसे हाथों हाथ लिया । इस प्रतियोगिता का उद्देश्य ग्राहकों में सहकारी डेयरियों दवारा प्रदान किए जा रहे स्वच्छ एवं सेहतमंद उत्पादों का अधिक से अधिक मात्रा में उपयोग करने हेतु जागरूकता फैलाना है |
मेधा दही विदेश से मंगाए गए उच्च गुणवत्ता पूर्ण कल्चर से जमाया जाता है | मेधा दही संक्रामण रहित है और इसे हर रोज खाने से शरीर स्वस्थ रहता है |
जैसा की हम सभी को विदित है की दूध को एक सम्पूर्ण आहार के रूप में मानकर दैनिक जीवन में हमारे द्वारा उपयोग किया जा रहा है क्योंकि दूध पौष्टिकता का मूल भूत आधार है एवं डेयरी उत्पाद उच्च गुणवत्ता के होते है जिससे हमारा स्वास्थय अच्छा रहता है | प्राय: देखा गया है की आज की युवा पीढ़ी जंक फूड की ओर ज्यादा आकर्षित है एवं यह सही समय है हम नई पीढ़ी को पौष्टिक भोजन की ओर आकर्षित होने के लिए जागरूक करें |
मेधा डेयरी, झारखण्ड सरकार से संबद्ध एक मात्र दूध उत्पादकों की सहकारी संस्था है और राज्य के सभी शहरों एवं कस्बों में अपने दूध एवं दुग्ध जन्य पदार्थों का विपणन कर रही है| मेधा डेयरी झारखण्ड राज्य के ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों से शहरी उपभोक्ताओं के बीच एक कड़ी का कार्य करती है, जो इन डेयरी किसानों को आजीविका का स्रोत उपलब्ध करा रही है |
इस अवसर पर अध्यक्ष , इंडियन डेयरी असोशिएशन ( झारखंड चैप्टर)) सह महाप्रबन्धक (I) - झारखण्ड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.) श्री. पवन कुमार मरवाहा , महाप्रबंधक –(II) - झारखण्ड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.), श्री. जयदेव विश्वास एवं समस्त ग्रुप हैड और मेधा डेयरी के सहयोगी कर्मचारी गण इस मौके पर मौजूद थे। वहीं इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज हॉस्पिटलस, राँची को विशेष रूप से धन्यवाद जो इस कार्यक्रम के हॉस्पिटल पार्टनर रहे। l
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