एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (एआईएसएटीएस) ने घोषणा की कि उसने हवाई अड्डे के आधिकारिक ऑपरेटर और मैनेजमेंट (ओ एंड एम) सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर घरेलू कार्गो हैंडलिंग सेवाएं शुरू की हैं। एएआई कार्गो लॉजिस्टिक्स एंड अलाइड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (एएआईसीएलएएस) के साथ साझेदारी करते हुए, एआईएसएटीएस रांची कार्गो सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड विव स्तरीय घरेलू कार्गो हँडलिंग सेवाएं प्रदान करेगी। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रांची हवाई अड्डे का कार्गो श्रूपुट सर्विस एक्सीलेंस को नई ऊंचाइयों पर जाने के लिए तैयार है।
एयर कार्गो हँडलिंग और लॉजिस्टिक्स में अपनी विशेषज्ञता के साथ, एआईएसएटीएस ने तेजी से माल ढुलाई को संभव बनाने और झारखंड राज्य के लिए एयर कार्गो कनेक्टिविटी में सुधार करने के लिए रांची हवाई अड्डे पर इन्फ्रास्ट्रक्चर को समतल करने पर ध्यान केंद्रित किया है। रांची हवाई अड्डे पर आधिकारिक विनियमित एजेंट (आरए) के रूप में, एआईएसएटीएस यह भी सुनिश्ति करेगा कि ग्लोबल लेवल की सबसे बेहतर सेवाओं के साथ सभी कार्गो को मजबूती से जांचा जाए और उनकी लेबलिंग की जाए और इसके बाद ही उन्हें भेजा जाए। एआईएसएटीएस रांची में सभी कागों हँडलिंग, प्रोसेसिंग और भंडारण संबंधी आवश्यकताओं के लिहाज से एयरलाइंस को कुशल और निर्वाध समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें विभिन्न प्रकार के कार्गो को संभालने की क्षमता शामिल है, चाहे वह फार्मास्यूटिकल्स, पेरिशबल्स या मशीनरी हो।
रांची हवाई अड्डे पर सेवाओं की शुरुआत पर टिप्पणी करते हुए, एआईएसएटीएस के सीईओ संजय गुप्ता ने कहा, "हम झारखंड में अपनी बेहतरीन हवाई कागों सेवाएं शुरू करने को लेकर बहुत उत्साहित है और रांची में हमारी टीम शहर को इस क्षेत्र की एयर कार्गो संबंधी जरूरतों के लिए एक आकर्षक केंद्र बिंदु बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एआईएसएटीएस इस सेवा के लिए रांची हवाई अड्डे पर अपने विश्वसनीय ओ एंड एम सर्विस प्रोवाइडर के रूप में एएआईसीएलएएस के साथ साझेदारी करके प्रसन्न है। हमारा मानना है कि रांची हवाई अड्डा भारत के कार्गो को क्षेत्रीय औद्योगिक समूहों और उनके वितरण बिंदुओं से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है और हम इसयात्रा का हिस्सा बनकर रोमांचित है।"
उन्होंने आगे कहा, "भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते एक्सप्रेस डिलीवरी क्षेत्रों में से एक बन गया है, जिसमें एयर ट्रांसपोर्ट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारतीय हवाई माल ढुलाई बाजार 5.65 प्रतिशत सीएजीआर के साथ 2028 तक 17.22 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। विकास को बनाए रखने और एक्सप्रेस डिलीवरी क्षेत्र की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, एआईएसएटीएस प्रमुख क्षेत्रीय स्थानों पर भी अपने कामकाज का विस्तार कर रहा है।
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