परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, उत्तराखंड और एडु गर्ल लाइफ के संयुक्त तत्वाधान में तीसरी अंतरराष्ट्रीय योगिनी अवार्ड समारोह एवं सेमिनार में रांची की योग विशेषज्ञा डॉक्टर अर्चना कुमारी को योगिनी अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हे कैवल्यधाम, लोनावला के सीईओ और भारतीय योग संघ के सचिव डॉ. सुबोध तिवारी के हाथो उक्त समारोह मे दिया गया।
डॉ अर्चना कुमारी झारखण्ड की एकमात्र ऐसी उम्मीदवार थी, जिन्हे इस अवार्ड से नवाजा गया।
योगिनी अवार्ड योग के क्षेत्र में महिलाओं को मिलने वाला प्रतिष्ठित सम्मान है, जिसे देश और विदेश में योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को दिया जाता है।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के संस्थापक स्वामी चिदानंद सरस्वती, पूज्य साध्वी भगवती जी, एडु गर्ल लाइफ के संस्थापक के अलावा उत्तराखंड के कई माननीय मंत्री एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि डॉ अर्चना कुमारी रांची के अरगोड़ा निवासी श्री ललन प्रसाद की सुपुत्री है।
डॉ अर्चना कुमारी ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार, उत्तराखंड से योग विज्ञान में मास्टर्स एवं पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।
वर्तमान में झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आयुष निदेशालय में कार्यरत है।
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग प्रतियोगिताओं में उन्हें स्वर्ण पदक के अलावा कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
योग पर आधारित उनकी तीन पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है।
लगभग 20 वर्षों से डॉ अर्चना कुमारी योग के क्षेत्र से जुड़ी हुई है तथा शोध के अतिरिक्त योग के प्रचार प्रसार के साथ शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों एवं सरकारी योजनाओं में योग को बढ़ावा देने हेतु कार्य कर रही है।
डॉ अर्चना कुमारी को योगिनी अवार्ड मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी के अलावा चंचल भट्टाचार्य, जगदीश सिंह जग्गू, डॉक्टर राजेश गुप्ता और शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी और अच्छे भविष्य की कामना की।
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