युवा समाजसेवी दीपक गुप्ता ने गरीब बच्चों के बीच जन्मदिन मनाया,कहा मानवता ही सबसे बड़ी सेवा है
रांची। आज के वर्तमान समय में अक्सर लोग अपने जन्मदिन को आलीशान होटलों एवं प्रतिष्ठानों में घर-परिवार के साथ मनाते है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो अपने किसी भी खुशी के पलों को गरीबों के बीच जाकर खुशियां बांटते है । इन्ही वाक्यों को चरितार्थ करते हुए समाजसेवी ने अपने जन्मदिन को गाँव मे वंचित तबके के बीच गरीब बच्चों के बीच मनाकर मिसाल पेश किया। गरीब बस्तियों में पहुंचकर छोटे बच्चों के बीच जाकर किताब पेन व बिस्किट, चॉकलेट बाँटकर व मिठाई खिलाकर अपनी खुशियां साझा की । समाजसेवी दीपक गुप्ता ने कहा कि मानवता ही सबसे बड़ी
सेवा है। यही काम आपको औरों से अलग रखता है। इससे आपको को जो संतुष्टि व प्यार मिलता है उसे शब्दों में बयां करना संभव नहीं। यही सोचकर 'ये' निःस्वार्थ भाव से सामाजिक कार्यों में लगे हुए हैं। जब ईश्वर हमें मनुष्य का जन्म दिया तब ही उसने हमें इस लायक बना दिया और इस जीवन को लोगों की मदद में लगाना चाहिए। मदद न करने के लिए बहाने तो लाखों मिल जाते हैं परंतु एक बार किसी की मदद कर जो सुकून मिलता है। वह तमाम ऐशो आराम
आपको नहीं दे सकते। जीवन में हमें जब भी कुछ अच्छा करने को मौका मिला तो अपने जीवन का वह हर एक मूल्यवान समय ऐसे ही सामाजिक कार्यों में समर्पित करता रहा हूँ। वर्तमान में तो हर एक इंसान सिर्फ अपनों में ही व्यस्त जिये जा रहा है तो हम यदि इसी समय में अपनों से निकलकर ऐसे जीवंत सामाजिक कार्यों के करने से एकाकी जीवन से निकल कर आत्मिक सुकून को प्राप्त करता हूँ जिसकी अनुभूति हो जीवन जीने का एक मात्र साध्य है।
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