जमशेदपुर, झारखण्ड | नवम्बर | 20, 2023 ::
पांच दिनों तक चलने वाले बाल मेला का उद्घाटन
बाल मेले का आयोजन झारखंड भर में हो: भोलानाथ सिंह
हम हर तरीके से मदद करने को तैयार: मधुकांत पाठक
माता-पिता अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए खेल-कूद पर ध्यान दे: अमरेन्द्र प्रताप सिंह
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने सोमवार को कहा कि वह सिदगोड़ा चिल्ड्रन पार्क को बाल क्रीड़ा उद्यान में परिणत करेंगे।
यहां आयोजित बाल मेले के उद्घाटन समारोह में सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। जरूरत है उन्हें उचित मंच देने की। हमलोग खेल के क्षेत्र में निरंतर काम कर रहे हैं और आगे भी करेंगे।
सरयू राय ने कहा कि पिछली बार बाल मेले में प्रशासन ने सहयोग नहीं किया था। उन्हें सहयोग करना चाहिए क्योंकि हमलोग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रहे हैं। बच्चे स्वस्थ हों, इसके लिए क्रीड़ा का उनके जीवन में बेहद अहम स्थान है। उन्होंने इस बात को लेकर खुशी जताई कि आने वाले वर्षों में इस तरह के आयोजन में राज्य बाल संरक्षण आयोग बखूबी अपनी भूमिका निभाएगा, बकायदा पार्टनर बन कर। हालांकि श्री राय ने इस बात पर चिंता भी व्यक्त की कि प्रशासन के लोगों को भी आयोग के अनेक प्रावधानों की जानकारी पूरी तौर पर नहीं है।
कुश्ती के इंतरनेशल स्तर के कोच भोलानाथ सिंह और एथलेटिक्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मधुकांत पाठक ने कहा है कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों में खेल-कूद की भावना भी बढ़ानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बाल मेले में 70 कैटेगरी में खेल हो रहे है, बच्चों को चाहिए कि वो इसमें हिस्सा ले। अगर चार दिनों में इतने बड़े पैमाने पर खेल का आयोजन किया जा रहा है तो मुझसे ज्यादा खुश शायद ही कोई हो। उन्होंने यह भी कहा कि जहां पर जरूरत होगी, हम मदद करने को तत्पर है।
कुश्ती के अंतर्राष्ट्रीय कोच भोलानाथ सिंह ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को पढाएं जरूर पर उन्हें खेलकूद में भी आगे बढ़ाएं। ये बिलकुल सत्य है कि जैसे ही आपके बच्चे घर में या बाहर खेलना कूदना शुरू करेंगे, घर में लोग स्वस्थ होने लगेंगे। उन्होंने इस तरह के आयोजन के लिए विधायक सरयू राय की बेहद प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हर माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को एक बढ़िया खिलाड़ी बनाने का प्रयास करे। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपका बालक फिटनेस के बारे में, खेल के बारे में घर-परिवार से लेकर देश-दुनिया तक में अच्छी बातें बतायेगा, जिसका सुखद फल हम सभी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बाल मेला सिर्फ जमशेदपुर में ही न हो बल्कि इसे पूरे झारखण्ड भर में फैलाने की जरूरत है।
बिहार के पूर्व मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि सरयू राय ने राजनीति से अलग होकर खेल की दुनिया में एक ऐसा काम किया है, जिससे लोग चकित है। स्वामी विवेकानंद कहते थे कि स्वस्थ मन में ही स्वस्थ विचार का वास होता है। स्वस्थ मन का निर्माण बचपन में ही होता है। बचपन खेलेगा नहीं तो निर्माता कैसे बनेगा। अगर निर्माता बनना है तो खेलना जरूरी है। माता-पिता को बच्चों की परवरिश इस प्रकार से करना चाहिए कि वह एक सामर्थ्यवान नागरिक बन सके और राष्ट्र की सेवा कर सके। इस बाल मेले का भी यही संदेश है।
इसके पूर्व गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा गायत्री मंत्र का जाप किया गया और दीप दान का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील कुमार वर्मा, बिहार के पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, क्रीड़ा भारती के राजीव कुमार, एनसीआरटी से अंजुला सागर, मिराकल फाउंडेशन के कंट्री हेड अज्ञा मुखर्जी और झारखंड राज्य खादी बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जयनंदु आदि मौजूद रहे।
गौरतलब है कि मेले में 45 स्टॉल लगे हैं। इनमें ऊर्जा से लेकर साहित्य तक के स्टॉल शामिल है। देश की नामचीन संस्थाओं, प्रकाशन केन्द्रों के स्टॉल भी यहाँ पर लगाये गये हैं।
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