राची, झारखण्ड | नवम्बर | 22, 2023 :: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 26 नवंबर रविवार को प्रातः 8 बजे से अपराह्न 3 बजे तक विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग झारखंड के तत्वाधान में एवं रांची आवरण संस्थान के "मी टू वी" के सहयोग से 121 निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह रांची गौशाला न्यास सुकुरहुटू कांके के विशाल प्रांगण में 600 से अधिक गौ माता वंश के समक्ष यह "आदर्श विवाह समारोह" का आयोजन किया गया है। आदर्श विवाह समारोह के संयोजक विष्णु कुमार जालान, वात्सल्य उत्सव के संयोजक उम्मेदमल जैन,मी टू वी संस्थान के संयोजक मुरारी अग्रवाल, विश्व हिंदू परिषद झारखंड सेवा विभाग के प्रांतीय सह- सेवा प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल एवं विहिप सेवा विभाग के प्रांतीय प्रवक्ता संजय सर्राफ ने संयुक्त रूप से बताया कि पिछले 9 वर्षों से अब तक 30 सामूहिक विवाह समारोहों के आयोजन में लगभग 3000 से भी अधिक कन्याओं का विवाह संपन्न हो चुका है। इस वर्ष 121 कन्याओं का सामूहिक आदर्श विवाह होगा, तथा पांच दिव्यांग जोड़ियां के कन्यादान के लिए रामकुमार प्रहलाद राय सिंघानिया परिवार से कमल, प्रदीप,और विमल सिंघानिया सहयोग प्रदान करेंगे। इस वर्ष 400 से अधिक दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ आमन्त्रित किया गया है. इनके लिए एक अलग मंच बनाया गया है ताकि दिव्यांग और सामान्य बच्चों का आमोद प्रमोद हो सके, समावेशी वातावरण बने और प्रत्येक दिव्यांग को व्यक्तिगत अथवा समूह में अपनी प्रतिभा, कला संस्कृति के अनुरूप कार्यक्रम प्रस्तुत करने का अवसर मिल सके. विदाई के समय प्रत्येक आमन्त्रित दिव्यांगजनो को उपहार स्वरूप दैनिक जीवन उपयोग होने वाली वस्तुएं दिया जाएगा। समारोह मे 40 से अधिक वृद्धजनों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त समाज से उपेक्षित किन्नर समुदाय के 25 सदस्य समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए दिव्यांगों एवं वृद्ध जनों की सेवा में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया की भारतीय संस्कृति के अनुरूप सभी के मनोरंजन के लिए पुरुलिया शैली की प्रसिद्ध नटराज कला संगम टीम द्वारा "छौ नृत्य" की मुख्य आकर्षक प्रस्तुति की जाएगी और नागपुरिया गीत संगीत के कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हिंदू परंपरा में गौ माता को सर्वोच्च स्थान दिया गया है, अतः यह उनके समक्ष गौ पूजन और गौ सेवा के साथ आदित्य जालान विद्या मंदिर द्वारा गणेश वंदना एवं कई नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगे।
कार्यक्रम में रक्तदान सेवा एवं आकस्मिक चिकित्सा शिविर भी रहेगा। नव विवाहित दम्पत्तियों के विदाई अपराह्न 3 बजे होगा। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि इस कार्यक्रम में सपरिवार उपस्थित होकर नव- दंपतियों को आशीर्वाद एवं दिव्यांगों, वृद्धजनों, किन्नर समुदाय का आत्मविश्वास बढ़ाते हुए प्रोत्साहित करें।
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