Monday, 18 May 2020

ऑनलाइन राष्ट्रीय वुशु प्रतियोगिता सम्पन्न :: झारखंड की गीता खलखो को कांस्य

रांची, झारखण्ड | मई | 18, 2020 :: वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित पहली ऑनलाइन राष्ट्रीय वुशु प्रतियोगिता के चौथे व अंतिम दिन झारखंड की ओर से सीनियर महिलाओं की नानछवान स्पर्द्धा में गीता खलखो ने पदक जीता।
इस प्रतियोगिता में यह झारखंड का दूसरा पदक था।
इससे पहले चानछवान कैटेगरी में सुनीता गाड़ी ने कांस्य पदक जीता था।
प्रतियोगिता में विभिन्न 32 इकाइयों के 700 खिलाडि़यों ने सब जूनियर ,जूनियर एवम सीनियर वर्ग की प्रतियोगिता में भाग लिया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि पूरे भारत में एक बिल्कुल ही अलग तरीके से इस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
इस लॉकडाउन की परिस्थिति में भी वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपने खिलाडि़यों के लिए स्पर्द्धा आयोजित कर मिसाल कायम की है।
एशियाई वुशु फेडरेशन के अध्यक्ष चुन वांग फोक ने कहा कि खिलाडि़यों के हौसलाअफजाई के लिए एक अलग ही प्लेटफॉर्म पर आयोजित की गई यह प्रतियोगिता अन्य खेल संघों के लिए प्रेरणादायी है।
समारोह के दौरान खिलाडि़यों और उनके अभिभावकों ने भी वीडियो के माध्यम से अपने विचार रखे।

इस अवसर पर उपस्थित आनंदेश्वर पांडे ,कोषाध्यक्ष इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने भी अपनी शुभकामनाएं दी।
उपस्थित श्री इंदर धमीजा,जॉइंट सेक्रेटरी ,युवा कार्य एवम खेल विभाग भारत सरकार ने कहा कि उन्हें हमेशा से ही वुशु।
खिलाडि़यों का।प्रदर्शन अच्छा लगता है और वुशु खिलाडि़यों की इस बात के लिए तारीफ की जानी चाहिए कि ये जिस भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में जाते है पदक अवश्य जीतते है।
उन्होंने अपनी तरह के इस प्रतियोगिता के ऑनलाइन आयोजन के लिए आयोजको खास कर प्रेसिडेंट भूपेंद्र सिंह बाजवा की सराहना की।
प्रतियोगिता में झारखंड की 32 सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया। घरों में रहकर परफॉर्मेंस के दौरान खिलाडि़यों के परिजनों की बड़ी भूमिका रही।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन
सीनियर नानछवान, महिला वर्ग : रेजिना तमांग (दिल्ली), प्राची रानी (राजस्थान), गीता खलखो (झारखंड), तृप्ति चंदवादकर (महाराष्ट्र),

पुरुष वर्ग : साजन लकमा (एयर फोर्स), पेनके संजीव कुमार (आंध्र प्रदेश), संजीव कुमार सिंह (असम), अमित कुमार रावत (असम) के प्रतिभागी क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे।

एथलेटिक्स के स्टार्टर के बारे में दी गई जानकारी
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और साउथ एशियन एथलेटिक्स फेडरेशन की ओर से तकनीकी पदाधिकारियों के लिए दो दिवसीय ऑनलाइन सेमिनार की शुरूआत सोमवार को हुई।
सेमिनार का विषय स्टार्टर रखा गया गै, जिसके बारे में कई विशेषज्ञ देशभर के तकनीकी पदाधिकारियों के साथ जानकारी साझा कर रहे हैं।
पहले दिन रल के नेशनल स्टार्टर सीके सत्यम ने स्टार्टर और असिस्टेंट स्टार्टर के पोजीशन के बारे में बताया। उन्होंने बताया की 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 1500 इत्यादि के स्टार्टर असिस्टेंट स्टेटस का पोजीशन क्या और कैसा होता है।
रवींद्र चौधरी ने फॉल्स स्टार्ट के बारे में बताया कि एथलीट के फॉल्स स्टार्ट को कैसे पकड़ा जाता है। उन्होंने स्टार्टर और असिस्टेंट स्टार्टर के प्रशासनिक कार्यों के बारे में भी जानकारी दी।
इसके बाद स्टैनली जोंस ने गन फायर और रिएक्शन समय के बारे में विस्तार से बताया।
अंत में सतीश ने टेक्निकल ऑफिशियल में स्टार्टर और असिस्टेंट स्टार्टर के कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि एथलेटिक्स के ट्रैक इवेंट में स्टार्टर की अहम भूमिका होती है।
इस सेमिनार में देशभर के 500 से ज्यादा तकनीकी पदाधाकिरी भाग ले रहे हैं, इनमें झारखंड से 30 से अधिक शामिल हो रहे हैं। इससे पहले सेमिनार की शुरूआत एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आदिल सुमारीवाला और ललित भनोट ने किया। झारखंड की ओर से मुख्य रुप से झारखंड एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक सहित कई देशों के विशेषज्ञ इस सेमिनार में शामिल हुए।

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