रांची, झारखण्ड | मई. | 23, 2023 ::
पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि 15 नवम्बर 2000 को झारखण्ड गठन के बाद 24 मई 2023 वैसा महत्वपूर्ण दिन है जब राजधानी रांची में झारखण्ड उच्च न्यायालय के नये परिसर के उद्घाटन के साथ ही न केवल भारतीय लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था की गरिमा बढ़ेगी बल्कि यह जनजातीय बहुल प्रदेश झारखण्ड और जनजातीय समुदाय के गौरव को भी बढ़ाने वाला होगा. श्री तिर्की ने कहा कि सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि झारखण्ड उच्च न्यायालय का भव्य-विशाल इको फ्रेंडली भवन ना केवल स्वतंत्र न्यायिक व्यवस्था का प्रतीक बनेगा या फिर यह हमारे संविधान एवं भारतीय लोकतंत्र की गरिमा को बहाल रखने के मामले में प्रेरणादायी बनेगा. बल्कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर झारखण्ड और गर्व से भरे जनजातीय समुदाय का भी मान-सम्मान बढ़ेगा.
कांग्रेस नेता ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि, स्वतंत्र भारत के इतिहास में भारत के सर्वोच्च पद पर पहली बार आसीन जनजातीय समुदाय की कोई महिला द्रौपदी मुर्मू के हाथों झारखण्ड को झारखण्ड उच्च न्यायालय के नये भवन के रूप में एक शानदार उपहार मिल रहा है.
श्री तिर्की ने विश्वास व्यक्त किया कि झारखण्ड उच्च न्यायालय के विशाल एवं गरिमामयी भवन की तरह ही झारखण्ड के लोगों को अब अपेक्षाकृत त्वरित गति से न्याय मिल पायेगा और यहाँ की सामाजिक असमानता, गरीबी और विलंब से न्याय मिलने की पुरानी बीमारी पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से अंकुश लगेगा.
श्री तिर्की ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, भारत के मुख्य न्यायाधीश, भारत के विधि एवं न्याय मंत्री झारखण्ड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं मुख्य न्यायाधीश से भी अनुरोध किया है कि झारखण्ड के आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों विशेषकर, आदिवासियों, मूलवासियों, दलितों एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को कम-से-कम खर्च और परेशानी में त्वरित न्याय दिलवाने के लिए वे सभी अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें. श्री तिर्की ने कहा कि झारखण्ड गठन के बाद पिछले 22 साल में यह बहुत अधिक नकारात्मक पक्ष रहा कि यहाँ के अधिकांश लोगों को न्याय प्राप्ति के लिये बहुत अधिक जूझना पड़ रहा है और इसके लिये उन्हें बहुत अधिक पैसे और समय खर्च करने पड़ रहे हैं एवं परेशानी भी झेलनी पड़ रही है.
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