प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कांके पिठौरिया शाखा के तत्वावधान में नवरात्रि महोत्सव के तहत के बिहार झारखंड में अपनी सेवा देने वाली राजयोगिनी बी के राजमती की उपस्थिति में चैत्र नवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मौके पर राजयोगिनी बी के राजमती जो कि ब्रह्माकुमारी के बिहार झारखंड की सेवा देने वाली अपने 30 वर्ष के अनुभव से लोगों को लाभान्वित किए उन्होंने कहा कि वास्तव में मां दुर्गा मां हम सभी के जीवन के श्रेष्ठतम स्थिति का प्रतीक है यदि हम सब अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लें तो स्वत: ही बुराइयों का अर्थात महिषासुर का खात्मा हो जाएगा वास्तव में महिषासुर बुराई एवं अज्ञानता का प्रतीक है मां दुर्गा निर्भयता एवं श्रेष्ठता का प्रतीक है। शेर जो कि दुर्गा मां की बहन दिखाएं गये हैं साहस के प्रतीक है आगे कहीं की संस्था की शुरुआत जब 1937 में हुई संस्था के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा और हमारी वरिष्ठ दादियां हम सभी को जीवन को श्रेष्ठ बनाने की प्रेरणा दी जिससे आज हम सभी इतने महान बने। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारतीय जनता युवा मोर्चा कला एवं खेल प्रकोष्ठ रांची महानगर के संयोजक आशुतोष द्विवेदी मौजूद थे।
इस अवसर पर बी के राजमती बहन ने आध्यात्मिक ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला।
उसके बाद सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में कुमारी कन्याओं के नेतृत्व में कार्यक्रम आगे बढ़ाया गया।
इस नव कन्याओं का पूजा- अर्चना कर मां दुर्गा से सूख - शांति की कामना की ।
इस अवसर पर पिठौरिया कि मुखिया मुन्नी मुंडा, संपति देवी,राहुल कुमार दुबे, कुशुम देवी, उमा देवी,फूलो देवी, विनीता कुमारी, कविता देवी, परमिला देवी,आरती देवी आदि कई लोग उपस्थित थे।
यह जानकारी अमन ने दी।
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