आँखों को आराम देने की 5 पद्धतियाँ
डॉ सुमित्रा अग्रवाल
यूट्यूब आर्टिफीसियल ऑय को
आँखों को आराम देने की पद्धतियाँ
आँखों का अतिशय उपयोग और पर्याप्त आराम का अभाव ही नज़र की खामियों का एक महत्त्वपूर्ण कारण है। आँखों को भी आराम देना जरुरी है ऐसा बहुत कम लोग जानते हैं। आँखों को आराम देने की ५ सरल और प्रभावशाली पद्धतियो में से कोई एक या अधिक पद्धतियों का प्रयोग करके आँखों को आराम दिया जा सकता है।
(१) पामिंग : आँखों को आराम देने और रिलैक्स करने के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यायाम पामिंग है। पामिंग करने से थोड़े ही समय में आँखों को अच्छा आराम दिया जा सकता है।
कैसे करे पामिंग:
एक कुर्सी पर बैठ जाइए। सामने रखी हुई मेज पर दोनों कुहनियाँ टेकिए। आँखों को मूंद कर हथेलियों से ढँक लीजिए। हथेलियाँ इस प्रकार रखिए कि नाक का भाग खुला रहे और आँखें हथेलियों के पोले हिस्से में रहें।
विशेष ध्याना रखे की आंखों में प्रकाश की एक भी किरण प्रविष्ट न होने पाए यही पामिंग करने का उद्देश्य है। अतः उँगलियों के बीच में या हथेलियों और नासिका के बीच में जगह मत रखिए। अब गहरे वासोवास शुरू कीजिए। किसी शुभ, आनंदप्रद घटना का स्मरण कीजिए या इसके अथवा दूर- सुदूर स्थित पर्वत श्रेणियों की कल्पना कीजिए। पामिंग दो-तीन मिनट या आवश्यकतानुसार अधिक समय तक भी जारी रखा जा सकता है।
पामिंग हर उस व्यक्ति को करनी चाहिए जो ज्यादा समय तक पढ़ते है या ज्यादा समय तक कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करते है।
(२) दूर-दूर देखना: हमारी आँखों का सृजन दूर-सुदूर देखने के लिए हुआ है। हमारे पूर्वजो को चस्मो की जरुरत नहीं पडी क्यों की उनका अधिकतर काम दूर देखने का था और आंख उसी तरह से बनी है। केवल दूर-दूर देखते रहने से भी आँखों को आराम मिल जाता है। लंबे समय तक पढ़ाई-लिखाई करने, या टेलिविजन देखने, या कशीदाकारी करने, या अनाज बीनने या कंप्यूटर पर काम करने या मोबाइल पर काम करने से आँखों में अकड़न महसूस हो तो कुछ मिनटों तक क्षितिज की ओर देखकर आप आँखों को आराम दे सकते हैं।
(३) तालबद्ध क्रियाएं: तालबद्ध कोई भी क्रिया स्नायुओं को शिथिल बनाकर उनके तनाव को कम करती है। शरीर और आँखों को आराम देने के लिए जिस खिड़की या दरवाज़े में खड़ी छड़ें लगी हों ऐसी किसी भी खिड़की या दरवाज़े के एकदम नज़दीक खड़े हो जतए और सलाखों के बीच से किसी दूर की वस्तु को देखिए। अब शरीर को घड़ी के पेंडुलम की तरह धीरे-धीरे झुलाइए। शरीर का वज़न एक पैर से दूसरे पैर पर आए इस प्रकार की क्रिया करते रहिए। सभी स्नायु ढीले रखिए। यह क्रिया दो-तीन मिनट तक करते रहिए। इससे आँखों को आराम मिलेगा।
४। अर्द्ध गोलाकार झूलने की क्रिया : दो पैरों के बीच आठ-दस इंच का अंतर रख कर खड़े रहिए। अब बाएँ पैर के पंजे की सहायता से शरीर को ९० अंश के लगभग दाहिनी ओर घुमाइए। शरीर के साथ-साथ हाथ को भी घूमने दीजिए । पुनः प्रारंभ की स्थिति में आ जाइए। रुके बग़ैर दाएँ पैर के पंजे की सहायता से शरीर को बाईं ओर घुमाइए। अर्द्ध गोलाकार में झूलने की यह क्रिया दो-तीन मिनट तक करते रहिए। इससे शरीर और आंख दोनों ही रिलैक्स होंगे।
५। चेहरे की मालिश : चेहरे और आँखों के स्नायुओं के तनाव को दूर करने के लिए गरम पानी में भिगोए हुए तौलिये से एकाध मिनट तक चेहरे की मालिश कीजिए। पहले गरम और फिर ठण्डे पानी में भिगोकर उससे पूरे चेहरे पर क्रमश: गरम और ठण्डा सेक कीजिए। फिर उँगलियों के सिरों से आँखों के इर्द-गिर्द चक्राकार मालिश कीजिए।
आज के युग में कंप्यूटर हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चूका है तो एक टिप्स उन सभी कंप्यूटर यूजर के लिए जो आयी टी इंडस्ट्री में काम करते है। अपने ऑफिस की सीट पर जब आप बैठे रहे और आँखों में तनाव महसूस करे तो इस कसरत को करे :
अपनी सीट पर आराम से बैठे रहे और आँखें बन्द रखिए। अपने सिर को हवा में इस प्रकार घुमाये की 'आठ' की आकृति बने। सिर को धीरे-धीरे तालबद्ध तरीके से इस आकर को बनाते हुए हिलाइए। यह क्रिया दो-तीन मिनट तक करते रहिए। इससे आंख, गर्दन और चेहरे की मासपेसियो को आराम मिलेगा।
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