राची, झारखण्ड | मार्च | 22, 2023 ::
आज दिनांक 22 03 2023 दिन भारतीय जनता युवा मोर्चा कला एवं खेल प्रकोष्ठ रांची महानगर के तत्वावधान में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत 2077 हिन्दू नववर्ष के शुभ अवसर पर मोराबादी कुशुम विहार स्थित " स्वपन्न सिंधु" में " एक दिया हिन्दू राष्ट्र के नाम कार्यक्रम का आयोजन धूम धाम से किया गया।
इस अवसर सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लेने वाली महिलाओं ने भारत के मानचित्र पर आधारित अदभुत रंगोली बनाकर,दीप जलाकर हिंदू नववर्ष पर हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया।
महिलाओं ने भारतीय परिधान पहनकर सभी लोगों ने मिलकर दीप जलाकर भारतीय जनता युवा मोर्चा कला एवं खेल प्रकोष्ठ के"एक दिया हिन्दू राष्ट्र के नाम"कार्यक्रम को सफल बनाया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा कला एवं खेल प्रकोष्ठ रांची महानगर के संयोजक आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि वैसे तो दुनिया भर में नया साल 1 जनवरी से नहीं बल्कि चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से होता है।इसे नव संवत्सर भी कहते हैं। अंग्रेजी कलेंडर के अनुसार यह अक्सर मार्च अप्रैल के महीने से आरंभ होता है। दरअसल भारतीय कलेंडर की गणना सूर्य और चंद्रमा के अनुसार होती है।
माना जाता है कि दुनिया के तमाम कलेंडर किसी न किसी रूप से भारतीय कलेंडर का अनुसरण करते हैं। मान्यता तो यह भी है कि विक्रमादित्य के काल में सबसे पहले भारतीयों द्वारा ही कलेंडर यानी कि पंचांग का विकास हुआ।इसी से ही 12 महीनों का एक वर्ष और सप्ताह में सात दिनों का भी प्रचलन भी विक्रम संवत से ही माना जाता है।
कहा जाता है कि भारत से नकल कर यूनानियों ने इसे दुनिया के अलग अलग हिस्सों में फैलाया। माना जाता है कि विक्रमी संवत से भी पहले लगभग सड़सठ सौ ई पू मानी जाती है। इसके अलावा इसी दौर में भगवान श्री कृष्ण के जन्म से कृष्ण कलेंडर कि शुरुवात भी बतायी जाती है।
तत्पश्चात कलियुगी संवत की शुरुवात भी हुई। संवत को नव संवत्सर भी कहा जाता है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से भारतीय जनता युवा मोर्चा कला एवं खेल प्रकोष्ठ रांची महानगर के संयोजक आशुतोष द्विवेदी,उषा उपाध्याय,विभा दुबे, सिंधु बाला, अंतरा दुबे,सीमा सिंह,सीमा कुमारी,अंजली ,सोनू सिंह आदि कई लोग उपस्थित थे।
यह जानकारी अमन ने दी।
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