राची, झारखण्ड | अगस्त | 13, 2023 ::
◆झारखंड आइएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (जेसोवा) 2-6 नवंबर 2023 तक आयोजित करेगा "दिवाली मेला"
◆रांची के मोराबादी मैदान में "दिवाली मेला का होगा आयोजन
◆"दिवाली मेले" में विभिन्न स्टॉलों में लोग कर सकेंगे खरीददारी
◆स्टॉल के लिए JIASOWA से किया जा सकता है संपर्क
◆महिला उद्यमिता और ग्रामीण कारीगरों को बढ़ावा देना " दिवाली मेले" का उद्देश्य
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झारखण्ड आई.ए.एस. आफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (JIASOWA), रांची द्वारा इस साल दिनांक 2-6 नवंबर 2023 तक बहुप्रतिक्षित जेसोवा दिवाली मेला का आयोजन किया जा रहा है।* आज दिनांक 13.08.2023 जेसोवा की बैठक मे अध्यक्षा श्रीमती मिनी सिंह, सचिव श्रीमती मनु झा, एवम सभी सदस्य शामिल थे।
जेसोवा की ओर से 2003 से ही इस तरह का आयोजन लगातार किया जाता रहा है. दिवाली मेले का उद्देश्य महिला उद्यमिता और ग्रामीण कारीगरों को बढ़ावा देना है. मेले में गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों से देश भर के कारीगर भाग लेंगे. दिवाली मेले में 200 से ज्यादा स्टॉलों पर ग्राहकों को खरीदारी का मौका मिलेगा. देश के कोने-कोने में प्रचलित लोक कलाओं से संबंधित उत्पाद, प्रचलित परिधान संग्रह उपलब्ध रहेगा.
दिवाली मिलन में बच्चों के साथ- साथ वयस्कों के लिए एडवेंचर गेम्स आकर्षण के मुख्य केंद्र होंगे. सावन मिलन में स्टॉलों और मनोरंजन के अलावा पूरे भारत के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये जायेंगे. झूमर, छउ और अन्य पारंपरिक नृत्यों का आनंद भी मेले में आने वालों को मिलेगा. मेले में आगंतुकों की सुविधा के लिए मोबाइल एटीएम भी रहेगा. हेल्थ चेक अप कैंप, आधार पंजीकरण केंद्र एवं झारखंड सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी से संबंधित स्टॉल भी रहेंगे. 200 से ज्यादा स्टॉलों पर ग्राहकों को खरीदारी का मौका मिलेगा. देश के कोने-कोने में प्रचलित लोक कलाओं से संबंधित उत्पाद, प्रचलित परिधान संग्रह उपलब्ध रहेगा. स्टॉल के लिए इच्छुक लोग JIASOWA से संपर्क कर सकते हैं।
JIASOWA एक पंजीकृत सोसाइटी है, जो अपने स्थापना वर्ष से ही झारखण्ड में विभिन्न सामाजिक कल्याणकारी कार्यों में अपनी सहभागिता प्रदर्शित करता रहा है। संस्था द्वारा आयोजित मेले के आयोजन से होने वाले आय, विभिन्न सामाजिक कल्याणकारी कार्यों पर खर्च किये जाते हैं। जैसे- हेल्थ चेकअप कैम्प, समाज में पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति, नेत्रहीन विद्यालय, मूक एवं बधिर विद्यालय, प्रोबेशन होम, वृद्धाश्रम एवं अन्य जरूरतमंद लोगों के बीच उनके जरूरत की सामग्रियों का समय-समय पर वितरण, उनकी चिकित्सा हेतु अनुदान, पौधारोपण अभियान आदि।
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