Wednesday, 28 June 2023

लोहरदगा :: विधि विधान से हुई मां विपत्तितारिणी की पूजा

लोहरदगा:  नगर के पावरगंज स्थित श्री श्री दक्षिणेश्वर दुर्गा बाड़ी मंदिर, वीर शिवाजी चौक स्थित सिद्धिदात्री दुर्गा मंदिर में मंगलवार को जीवन में आने वाली विपत्तियों से मुक्ति के लिए मां बिपत्तारिणी की पूजा-अर्चना बड़े ही आस्था और श्रद्धा के साथ बंगाली समुदाय के लोगो द्वारा की गयी। मौके पर  बंगाली समाज की सैकड़ों महिलाओ ने मां की पूजा-अर्चना की। पूजा-अर्चना के दौरान व्रतियों ने माता से अपने परिवार और समाज में आने वाली विपत्तियो से मुक्ति की कामना की। इस अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा 13 प्रकार के फल, फूल और अन्य पूजा सामग्रियों का भोग लगाया गया। पावरगंज स्थित श्री श्री दक्षिणेश्वर दुर्गा बाड़ी मंदिर में मुख्य पुजारी जादव कुमार राय, कृष्ण देव मिश्रा व वीर शिवाजी चौक स्थित सिद्धि दात्री दुर्गा मंदिर में पुरोहित हरिहर शास्त्री द्वारा पूरे विधि विधान के साथ मां विपततारिणी की पूजा अर्चना करायी गई। यहाँ वैदिक मंत्रोचारण के साथ पूजा संपन्न कराया गया। मंदिर में पूजा को लेकर महिलाओं की भीड़ लगी रही। पुजारियों ने दोपहर तक कई पाली में पूजा कराई। महिलाओं ने भी माँ की पूजा-आराधना कर कथा का श्रवण किया। दोनो मंदिरों में दिनभर पूजा करने के लिए महिलाओं की कतार लगी रही। पूजन, आरती के बाद महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया और हाथों में रक्षा सूत्र बांधा। पूजन के बाद महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

* दूसरे जिले से भी पहुंचे थे श्रद्धालु
शहर के विभिन्न मंदिरों में विपतारिणी पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उमंग देखा गया। वीर शिवाजी चौक स्थित सिद्धिदात्री दुर्गा मंदिर के समक्ष रहने वाली महिलाएं देवी विपतारिणी की पूजा के लिए कई दिन पहले से ही तैयारी में जुटी हुई थीं, ऐसा माना जाता है कि इस पूजा को करने से घर परिवार पर आने वाला संकट दूर हो जाते हैं। यह पूजा घर की माताएं करती हैं। महिलाएं अपने घर के प्रत्येक सदस्य के नाम पर बाजू में बांधने के लिए अलग-अलग दुब घास से रक्षा सूत्र पूजा स्थल पर तैयार करती हैं और पूजा के बाद इस रक्षा सूत्र को परिवार के प्रत्येक सदस्य की बाजू में हर विपत्ति से रक्षा करने के लिए बांधती हैं  सिद्धि दात्री दुर्गा मंदिर में लोहरदगा शहरी इलाको के अलावे सलगी, चांपि, भौरो, बेदाल व भंडरा प्रखंड के अलावे रांची व गुमला जिला से भी बंगला समुदाय के श्रद्धालु पहुंचे थे  मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

* महिलाओं ने खेली सिंदूर की होली
माँ विपत्तितारिणी की पूजा संपन्न होने के बाद सुहागिन महिलाओं ने सिंदूर की होली खेली। इस दौरान महिलाओं ने एक दुसरे सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाकर रस्म की अदायगी की। मान्यता है कि विपत्तितारिणी पूजा के दिन सुहागिन महिलाएं द्वारा सिंदूर खेला रस्म से पतियों की उम्र दिर्घायु होती है। मौके पर बंगला समुदाय के अलावे अन्य समुदाय के उपस्थित श्रद्धालु महिलाओं ने भी एक दूसरे सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाया। मौके पर मंदिर समिति के  सचिव सोमनाथ दत्ता, पुरोहित जादव राय,
शीतल कर्मकार,दीपाली दत्ता,रोमा घोष,
सीमा कार,चैताली दासगुप्ता,
तिथि घोष,मीता सेनगुप्ता, फाल्गुनी सेनगुप्ता,पद्मा दत्ता,
नीलिमा डे,अंजलि दत्ता,
नमिता दत्ता,विजय गोपाल दत्ता,कुमेद राजन दत्ता
,मलय दत्ता,बासुदेव दत्ता,
देबाशीष कार,रथीन्द्र नाथन रॉय,रितेश दत्ता, तापस रॉय,
सपन दास,तन्मय दत्ता,
निमय दास,भास्कर दास गुप्ता,शौर्यदीप दत्ता,ओंकार दत्ता,सपन सेन के अलावे बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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