लोहरदगा, झारखण्ड । मार्च । सोमवार । 07, 2016 :: उसने सामाजिक धारनाओं को तोड़कर अपना मुकाम बनाने का निश्चय किया और अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर यह जता दिया कि हौसले अगर बुलन्द हों, तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं। बात हो रही है लोहरदगा शहरी क्षेत्र स्थित अखौरी कॉलोनी निवासी ध्रुव नारायण राय की अद्धांग्नि श्रीमती नीता देवी की, जिन्होंने आंगन की दहलीज से निकलकर आॅल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) की सदस्या बनकर मिशाल कायम की है। लोहरदगा जैसे पीछड़ा एवं छोटे जिले से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं को सफल नेतृत्व प्रदान कर रही है, जो जमाने के लिए प्रेरणास्त्रोत है। नीता देवी कहती हैं कि उसने महिला महाविद्यालय रांची से बी0ए0 व रांची विश्वविद्यालय से बी0एड0 की डीग्री ली है। महिला होने के स्वरूप को सार्थक करने के लिये उन्होंने वर्ष 2000 में राजनीति से जुड़ गयी। वह कहती है कि प्रारंभिक दौर में उसके अंदर बहुत हिचक और घबराहट थी, लेकिन उनके पतिदेव श्री ध्रुव नारायण राय व परिजनों ने हौसला अफजायी की, फिर वह कभी पिछे मुड़कर नहीं देखी राजनीति में आगे बढ़ते चली गयी। वर्ष 2005 और 2007 में वह लोहरदगा जिला महिला कांग्रेस कमिटी की अध्यक्षा चुनी गयी। उसकी संघर्षशीलता व नेतृत्व क्षमता के बल पर वर्ष 2008 में झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव चुनी गयी। वह वर्ष 2010 तक महासचिव बनी रही। वर्ष 2010 में ही वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की कार्यकारीणी सदस्या बन गयी। तब से अब तक वह राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं को गोलबंद कर हक-हकुक की रक्षा हेतु नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर श्रीमती नीता देवी महिलाओं से कहना चाहती है कि अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करें, जागरूक बनें, लेकिन भारतीय संस्कार को कायम रखें। महिलाओं को चाहिये कि वे अपने अन्दर की नारी शक्ति को पहचानें, अपने टाइलेन्ट को समझें, किसी की मदद का इन्तजार न करें और दिखादें की वह किसी से कम नहीं।
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