विश्व मानव तस्करी दिवस पर विशेष :: गुड़िया झा
विश्व में मानव तस्करी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 30 जुलाई को विश्व तस्करी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को तस्करी के विषय में जानकारी देना है। इसके माध्यम से उन्हें जबरन मजदूरी और अन्य गैर कानूनी कार्यों के प्रति जागरूकता लाना है।
मानव तस्करी विश्व में एक ऐसा अपराध है जो दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। 2010 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लोगों की तस्करी से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर इस योजना को अपनाया था। जिसमें दुनिया भर की सरकारों ने इस संकट को रोकने के लिए लगातार प्रयास करने का आग्रह किया था। इस योजना का उद्देश्य विश्व भर में मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई को संयुक्त राष्ट्र के व्यापक कार्यक्रमों में एकीकृत करना था।
यह दिन मानव तस्करी के शिकार लोगों की स्थिति के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने और उनके अधिकारों के लिए प्रचार और संरक्षण करने के बात पर जोर देता है। इसके शिकार लोगों को वापस अपने घर लौटने पर परिवार और समाज में वह सम्मान नहीं मिल पाता है, जिसके वो हकदार हैं। आगे हमारे समाज में ऐसी घटनाएं ना हों इसके लिए हम सबको मिल कर आगे आना होगा। लोगों को खुद भी इसके प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। कुछ उपायों को आसान बनाकर इसे रोका जा सकता है।
1, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम चलाना।
किसी भी तरह के अपराध के लिए अशिक्षा और बेरोजगारी सबसे बड़ा अपराध है। जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर हैं उनके लिए भी अच्छी शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए और लगातार उस पर निगरानी रखते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। ऐसे बच्चों के माता पिता को भी शिक्षा के महत्व और इसके प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। क्योंकि अभी भी गांव के कई परिवारों में माता पिता लड़कियों को पढ़ाना नहीं चाहते हैं और गरीबी के कारण दूसरे व्यक्ति की बातों में आकर अपनी बेटियों को बाहर कार्य करने के लिए भेज देते हैं। यहीं से शुरू होता है उनका शोषण। इसकी रोकथाम के लिए हर गांव में अच्छे स्कूल और अच्छे शिक्षक की नियुक्ति कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देते हुए मानव तस्करी को रोका जा सकता है।
2, विभिन्न सरकारी योजनाओं को आसान बनाना।
वैसे तो आये दिन गरीबों की सहायता के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जाती हैं। लेकिन इसका समुचित लाभ लोगों को नहीं मिल पाता है। इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि सरकार की इन योजनाओं में भी बहुत से ऐसे नियम भी होते हैं जो लोगों को सही तरीके से पता भी नहीं होता है।
इसलिए सरकारी योजनाएं भी आसान होनी चाहिए जिसका लाभ प्रत्येक गरीब व्यक्ति उठा सके और ऐसे लोगों को अपनी जीविका के लिए तस्करी का शिकार न होना पड़े।
3, कानून व्यवस्था को सुनिश्चित कर कड़े कदम उठाना।
मानव तस्करी को रोकने के लिए हर जगह कानून व्यवस्था भी कड़े होने चाहिए। कई बार लोग कानून की आंखों में धूल झोंककर मानव तस्करी का कार्य निडरता पूर्वक करते हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाई होनी चाहिए साथ ही ऐसे बच्चों के माता पिता को भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए जो थोड़े से पैसों के लिए किसी अनजान के हाथों अपने बच्चों को बाहर भेज देते हैं।
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