राजधानी रांची में चारों तरफ नव वर्ष के जश्न का माहौल था. लोग जश्न मना रहे थे. वहीं कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गरीबों और जरूरतमंदों के साथ अपना नया साल मनाया. 31 दिसंबर की देर रात सामाजित कार्यकर्ताओं की टोली शहर के विभिन्न इलाकों में गई, वहां सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे सो रहे गरीबों को कंबल और भोजन दिया. कड़ाके की इस ठंड में कंबल और गर्म भोजन पाकर गरीबों के दिल से दुआएं निकली. कंबल और भोजन वितरण करने वालों में समीर कुमार, राजीव कुमार, चुन्नू, सुगंध सिंह, मोहम्मद शाहबाज शेख, गौतम सिंह, अमित कुमार आदि शामिल थे.
हर साल गरीबों के साथ ही मनाते हैं नया साल
यह सभी सामाजिक कार्यकर्ता हर साल अपना नया साल गरीबों के साथ ही मनाते हैं. इनलोगों का कहना है कि गरीबों के साथ नया साल मनाने में जो आनंद आता है, वह अद्भूत होता है. एक सुखद और सुकून की अनुभूति होती है. गरीबों की दुआएं भी मिलती है, जिससे जीवन की गाड़ी आराम से चलती है. गरीबों की दुआओं में बहुत शक्ति होती है.
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