बजट के साथ सेहत भी भरपूर :: गुड़िया झा
बीते कुछ दिनों में अगर हम गौर करें तो पायेंगे कि महंगाई का स्तर काफी बढ़ा है। जहां कोरोनाकाल में बेरोजगारी बढ़ी वहीं महंगाई ने आम लोगों के जीवन पर काफी प्रभाव डाला है। घरेलू गैस, दूध, पनीर, दही, अनाज, तेल, रिफाइन, हरी सब्जियों से लेकर अन्य कई चीजों के मुल्यों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
कुछ छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातें जिसे हम अपने दैनिक दिनचर्या में इस्तेमाल कर अपने बजट के साथ परिवार के स्वास्थ्य का भी बेहतर ध्यान रख सकते हैं।
1 घरेलू गैस की उपयोगिता पर एक नजर।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि गैस हमारे रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए इसकी उपयोगिता को नकारा नहीं जा सकता है। रसोई में कुछ भी बनाने से पहले पूरी तैयारी कर लें। जैसे सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर काट ले। फिर गैस चूल्हा जलायें। अधिकांश चीजें प्रेशर कुकर में बनाने से गैस के साथ समय की भी बचत होती है साथ ही इसमें तेल भी कम खर्च होता है। एक बार बर्तन अच्छी तरह से गर्म होने पर आंच को धीमी कर दें। धीमी आंच पर बनाने से सब्जियों की पौष्टिकता बनी रहती है और स्वाद भी बेहतर होता है।
जब खाद्य सामग्री कम मात्रा में बनानी हो तो छोटे बर्तनों का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर होता है क्योंकि इन्हें गर्म होने में कम गैस खर्च होता है और खाना भी जल्दी बनता है।
हर बार दूध उबालने की जगह एक बार अच्छी तरह से उबालकर उसे पूरी तरह से ठंडा कर फ्रीज में रख दें। इससे दूध की क़्वालिटी लंबे समय तक अच्छी बनी रहती है। फिर जब उपयोग में लाना हो तो अच्छी तरह से गर्म कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
2 लंबे समय तक सुरक्षित रखने वाली खाद्य सामग्री।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बारिश के मौसम में सब्जियां कुछ ज्यादा महंगी हो जाती हैं। ऐसे समय को बेहतर बनाने के लिए जनवरी से मार्च के बीच में सभी तरह की साग-सब्जियां भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं। ऐसे समय में फूलगोभी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उसे अच्छी तरह से सूखा लें। इसी तरह से चना और खेसारी के साग को भी अच्छी तरह से चुनकर छोटे बारीकी से काटकर खूब अच्छी तरह से सुखाकर रख लें। ध्यान रहे कि इनको इस्तेमाल में लाने से पहले अच्छी तरह से उबाल लिया जाये।
बथुआ साग की पत्तियों को अच्छी तरह से बीनकर बेसन का घोल तैयार कर थोड़ी-थोड़ी पत्ती को बेसन के घोल की सहायता से आपस में छोटे आकार में चिपकाकर सूखा लें। मेथी साग के पत्तों को काटकर सूखा कर रखने से पराठे बनाने में आसानी होती है । इसी तरह मूली को घिसकर उरद दाल का पेस्ट तैयार कर उसमें हींग, गरम मसाला मिलाकर छोटे आकार में बड़ी बनाकर सूखा लें। उरद और चना दाल की बड़ी बनाने के लिए भी इसी प्रक्रिया का इस्तेमाल कर बनाया जा सकता है। अप्रैल-मई के महीने में आम के टुकलों को छीलकर छोटे टुकड़ों में काटकर सूखा लें। इसका इस्तेमाल दालों और सब्जियों में किया जा सकता है
3 सुरक्षित रखने की विधि।
सभी चीजों को अच्छी तरह से सुखाने के बाद एयर टाइट डब्बे में अलग-अलग रख कर सभी में खड़ा लाल मिर्च थोड़ी-थोड़ी मात्रा में डाल दें। इससे उनमें कीड़े नहीं लगेंगे साथ ही बीच-बीच में जब धूप अच्छी हो तो सभी सामग्रियों को धूप में जरूर रखें। ये घरेलू नुस्खे स्वाद के साथ सेहत में भी अच्छे होते हैं।