Wednesday 20 March 2024

इतना ही लें थाली में व्यर्थ ना जाए नाली में : गुड़िया झा


इतना ही लें थाली में व्यर्थ ना जाए नाली में : गुड़िया झा

भोजन जितना हमारे लिए जरूरी है, उतना ही जरूरी है इसकी बर्बादी पर रोक लगाना। भोजन को बर्बाद करना बहुत आसान काम है। सोचने वाली बात यह है कि हमारे देश के अन्नदाता यानि किसान कितनी मेहनत से फसलों को उपजाते हैं। उसके बाद कई प्रक्रियाओं से होते हुए यह हमारी थाली तक पहुंचता है। देश की आबादी का एक हिस्सा गरीबी और भूख से बेहाल है। क्यों न हम इसकी बर्बादी पर रोक लगाकर इसकी उपयोगिता पर ध्यान दें। 
अपनी थाली में जब हम भोजन को छोड़ते हैं तो इससे केवल अन्न की बर्बादी नहीं होती है, बल्कि बहुत से पोषक तत्वों की बर्बादी भी होती है। अवशिष्ट भोजन से हानिकारक रसायन का भी उत्सर्जन होता है जो स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। 
थोड़ी सी सावधानी से हम अनाज की बर्बादी पर रोक लगा सकते हैं साथ ही बजट पर भी नजर रहेगी।
1 खरीददारी से पहले लिस्ट बनाएं।
कई बार घर में बिना चेक किए हम खरीददारी करने पहुंच जाते हैं और एक के साथ एक फ्री के जाल में फंस कर कई अनावश्यक सामानों की भी खरीददारी कर लेते हैं या बाहर निकलने के आलस्य में भी एक साथ बहुत से सामानों की खरीददारी हो जाती है। 
जिसका नतीजा यह होता है कि उपयोग में लाते समय अधिकांश हमारा ध्यान सामग्रियों से हट जाता है और ज्यादा दिनों तक उपयोग नहीं होने पर ये खराब भी हो जाते हैं। 
थोड़ी थोड़ी मात्रा में खरीददारी करने से इन सबके उपयोग में भी आसानी होती है और बाजारों में आए दिन इसके मूल्यों में उतार चढाव का भी आसानी से पता चलता है। 
खरीददारी करते समय सामानों के पैकेट पर एक्सपायरी डेट जरूर देख लें। 
2 बनाने से पहले सावधानी।
भोजन बनाने से पहले भी इसकी मात्रा पर ध्यान दिया जाए तो बनाने का मजा भी कुछ ज्यादा ही  बढ़ जाता है। खाना बनाने के समय  एक बार पहले  से मौजूद सब्जियों और फलों का उपयोग कर लें। 
बहुत अधिक मात्रा में एक बार में खाना बनाने से अच्छा है कि सदस्यों के संख्या को ध्यान में रखते हुए मात्रा का ध्यान रखा जाए। फिर भी अगर खाना बचा हो तो आसपास गरीबों में भी बांटने का ऑप्शन है। कई तरह के फूड बैंक्स शुरू हो चुके हैं जिनका काम ही होता है घर से खाना इकट्ठा करना और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना।
3 खाते समय सावधानी।
खाने के प्लेट में हम अपनी भूख से ज्यादा खाना लेते हैं जो कि गलत है। इससे खाने की बर्बादी की अधिक संभावना रहती है। खाना लेने से पहले थोड़ी मात्रा में  लें और खत्म होने के बाद जरूरत हो तो फिर से लें। 
अधिकांश शादी-पार्टीज में एक बार में बहुत ज्यादा चीजें सर्व करने के कारण ही ज्यादा खाने की बर्बादी होती है। वहां भी हमें सावधानी रखने की जरूरत है। क्योंकि इस एक दिन की शादी- पार्टीज के लिए कोई भी माता पिता जीवन भर कितनी कटौती करते हैं इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।

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