सप्तमी के अनुसार घोड़ा पर आएंगी दुर्गा जी और भैंसा पर जाएगी : प. रामदेव पाण्डेय
प्रतिपदा के अनुसार नाव पर आएंगी देवी जो शुभ है , पर शास्त्रीय मत सप्तमी को ही माना जाता है
15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक नवरात्रि,
नौ दिनों का नवरात्रि होगा ,
कलश स्थापन -15 अक्टूबर रविवार,
महासप्तमी - 21 अक्टूबर शनिवार
महाअष्टमी - 22 अक्टूबर रविवार
महानवमी - 23 अक्टूबर सोमवार
विजयादशमी - 24 अक्टूबर मंगलवार
शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर रविवार से शुरू होगा और
24 अक्टूबर मंगलवार को विजयादशमी होगी ,
यह नवरात्रि पुरे नौ दिनों की होगी,
15 अक्टूबर को प्रतिपदा पुरे दिन है ,
परन्तु वैधृति योग दोपहर 11*56 तक है ,
और अभिजित मुहूर्त दोपहर 11*36 से 12*56 तक है , प रामदेव पाण्डेय के अनुसार 20 अक्टूबर शुक्रवार को षष्ठी होगा इस दिन बेलभरण पुजा होगा,
इस दिन सूर्यास्त शाम 5*41 बजे है , महासप्तमी 21 अक्टूबर शनिवार को है इस दिन भगवती देवी का आगमन कैलाश पर्वत से पूजा पण्डालो में होगा, जो नवपत्रिका प्रवेश कहलाता है, भगवती घोडा पर आ रही हैं, जिसका फल अशुभ होता है , विजयादशमी 24 अक्टूबर मंगलवार को है भगवती का प्रस्थान भैंसा पर होगा जो शोक का कारक है, महाष्टमी का उपवास 22 अक्टूबर रविवार को होगा इसलिए सन्धि पूजा शाम 5*25 पर हर पूजा पण्डालो में होगा , 24 अक्टूबर मंगलवार को नवरात्र का पारण होगा,
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