ओजोन की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी :: गुड़िया झा
ओजोन का सीधा सा अर्थ है पृथ्वी के ऊपर एक ऐसे परत की बात कहें जो पूरे पृथ्वी को एक छाते के रूप में ढंक कर रखता है और जो सूर्य की किरणों से आने वाले हानिकारक किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकता है और उन्हें वापस भेज देता है।
जिस प्रकार हम अपने शरीर को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन लगाते हैं। ठीक वैसे ही पृथ्वी को भी अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने का काम पृथ्वी के ऊपर ओजोन परत करती है।
ओजोन परत न केवल अपने देश के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। जिसका क्षरण होना मानव जाति के लिए बड़ा संकट बन सकता है। हमें उस प्रकार के टेक्नोलॉजी और रिसर्च को बढ़ावा देना होगा जो ओजोन परत का संरक्षण कर सकें तथा सभी देशों को मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के अनुसार औद्योगिक गतिविधियों को संचालित करना चाहिए।
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य यह है कि उन पदार्थों का प्रयोग कम करना या उत्पादन कम करना जिससे ओजोन परत को नुकसान पहुंचता हो। जैसे प्लास्टिक कंटेनर आदि।
हमें पर्यावरण के अनुकूल उवर्रकों का प्रयोग करना चाहिए। क्योंकि यह ओजोन परत को खत्म करने का सबसे बड़ा कारण है।
1, अधिक से अधिक पौधरोपण हो।
आज चकाचौंध और अधिक महत्वकांक्षा की चाह में हजारों पेड़ों की कटाई कर बड़ी-बड़ी इमारतों का निर्माण हो रहा है। विकास के नाम पर कई कारखाने खुल रहे हैं। जिससे निकलने वाला धुआं और विषैले पदार्थों से आसपास का वातावरण दूषित होता है। नदियों और जलाशयों के किनारे भी गंदगी का अंबार ओजोन परत को प्रदूषित करता है।
इन सबकी सफाई कर नदियों और जलाशयों के किनारे पौधरोपण कर काफी हद तक हम पर्यावरण को शुद्ध रख सकते हैं। अपने घर के आसपास भी अधिक से अधिक पौधरोपण की आवश्यकता है।
2, बिजली के उपकरणों का सीमित इस्तेमाल हो।
अपने दैनिक जीवन में भी हम अपने घरों में भी बहुत से ऐसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं जिनसे निकलने वाले रासायनिक पदार्थ ओजोन परत को नुकसान पहुंचाते हैं।
जितना संभव हो सके प्राकृतिक चीजों के इस्तेमाल पर ध्यान देकर हम खुद के साथ ओजोन परत की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले सकते हैं। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि प्रकृति से खिलवाड़ आज नहीं तो कल हमारे लिए ही नुकसान दायक है। क्योंकि हम जो देंगे वही प्रकृति हमें वापस भी लौटाएगी। इसका सीधा सा उदाहरण पूरे विश्व ने कोरोना की अवधि में जो देखा, उसे भूला नहीं जा सकता। इससे एक सबक तो जरूर ली जा सकती है। ओजोन लेयर और स्वास्थ्य का सीधा कनेक्शन है।
इसके प्रदूषित होने से सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, खांसी और फेफड़ों के कमजोर होना, फिजिकल एक्टिविटी करने में दिक्कत इत्यादि जैसी समस्याएं ओजोन के प्रदूषित होने से बढ़ रही हैं। सूरज से आने वाली घातक किरणें कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती हैं।
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