Friday, 7 March 2025

महिला दिवस पर विशेष ::शान से कहें कि हम नारी हैं : गुड़िया झा

महिला दिवस पर विशेष ::शान से कहें कि हम नारी हैं : गुड़िया झा
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। हर वर्ष 8 मार्च का दिन पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
वैसे तो महिला प्रत्येक दिन ही सम्मान के लायक है। चाहे घर हो बाहर ऐसा कौन सा दिन है जहां महिलाएं अपना योगदान नहीं देती हैं। बेटी, बहन, पत्नी, मां और कई रिश्तों को निभाते हुए भी जब वो अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखती है। इतना ही नहीं जब वो नौ महीने अपने गर्भ में रख कर बहुत सी शारीरिक समस्याओं से जूझते हुए बच्चे को जन्म देती है, तो वह महिला साधारण कैसे हो सकती है। बात जब महिलाओं की आती है, तो तनाव का सबसे ज्यादा बोझ उनके ऊपर ही आता है। ऐसे में यह जरूरी है कि वे भी खुल कर जिएं। अपने लिए समय निकालें।  अपनी दिनचर्या में छोटी छोटी बातों पर ध्यान देकर भी हम खुशियां पा सकते हैं।
1 सेहत पहली प्राथमिकता।
आमतौर पर कहा जाता है कि ये मेरा अपना है, वह मेरा अपना है।  वास्तव में हमारा सबसे सच्चा साथी हमारी सेहत है। जिस दिन सेहत ने साथ छोड़ा उस दिन से हम हर रिश्ते के लिए बोझ बन जायेंगे। जब हम खुद ही फिट रहेंगे, तभी जीवन का सही आनंद भी ले सकेंगे। जीवन है तो स्वाभाविक है कि जिम्मेदारियां होंगी। घर और बाहर की जिम्मेदारियों का अच्छी तरह से निर्वाहन करने के लिए स्वस्थ रहना अति आवश्यक है। यह भी  सही है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। 
2 खुद से प्यार करें।
अक्सर हमारी यह धारणा होती है कि हम चाहे कितने भी सभी के प्रति जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएं फिर भी हमें कोई क्रेडिट नहीं देता। तो ध्यान रहे कि क्रेडिट लेने के चक्कर में हम खुद को ही दुखी करते हैं। खुद ही अपने आप को क्रेडिट दीजिए तो यह कि हमने अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।  हम कितने सही हैं  ये सिर्फ अपनी अंतरात्मा और परमात्मा इन दो लोगों को ही ज्यादा पता होता है।
3 अपने शौक भी जरूरी।
कई बार जिम्मेदारियों के कारण हम खुद को जीना भूल जाते हैं। 
कभी ये सोच कर परेशान ना हों कि पहले कुछ नहीं किया तो अब क्या करें। जिंदगी जिंदादिली का नाम है। शौक छोटे ही सही जैसे कोई मैगजीन पढ़ना, अपनी पसंद के स्टाइल में फोटो खिंचवाना, खुद ही गाना, अपनी पसंद से तैयार होना, लिखना, पेंटिंग करना, आसपास घूमना, मूवी देखना आदि। इससे हमारे अंदर आत्मविश्वास आता है। खुद को खुश रखने का यह एक बेहतर तरीका है।
4 बदले की भावना से ऊपर उठें।
कभी कभी बिना गलती के भी हमें दूसरों के क्रोध का सामना करना पड़ता है । ऐसे में तुरंत प्रतिक्रिया देने के बजाय वहां से हट जाएं। हमारे हाथ में दूसरे को कन्ट्रोल  करना नहीं है बल्कि खुद को कन्ट्रोल करना है। हम जितना ज्यादा वाद विवाद से दूर रहेंगे उतने ही ज्यादा खुश रहेंगे। ऐसे में आप अपने सुनहरे पलों को याद करें कि इससे पहले आप कब और किन कारणों से खुश थे।

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