Saturday, 4 November 2023

अनुसूचति जातियों के लाभुकों के पारम्परिक वाद्ययंत्र के कौशल विकास हेतु 25 दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन

आज दिनांक 04/11/2023 दिन शनिवार समय 3 बजे मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड, राँची, झारखण्ड एवं भारतीय लोक कल्याण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान विशेष घटक योजना के तहत् अनुसूचति जातियों के लाभुकों के पारम्परिक वाद्ययंत्र के कौशल विकास हेतु 25 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभ उद्घाटन ग्राम - अंधारझोर, प्रखण्ड - बोड़ाम, जिला - पूर्वी सिंहभूम में किया गया।
विशेष घटक योजना के तहत् अनुसूचित जातियों के लाभुकों के पारम्परिक वाद्ययंत्र के कौशल विकास हेतु 25 दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गीतांजली महतो, जिला परिषद सदस्य, पूर्वी सिंहभूम, निजिया अखरोश, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, प्रखण्ड बोड़ाम, ललिता सिंह, प्रमुख, प्रखण्ड बोड़ाम, जिला परिषद प्रतिनिधि  माणिक महतो,मंजु मिंज, जिला समन्वयक, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड, दयाल बनर्जी, प्रखण्ड समन्वयक, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड, जिला पूर्वी सिंहभूम, रूपा सिंह, मुखिया, बलराम सिंह, ग्राम प्रधान, कुणाल कुमार सिंह, सचिव, भारतीय लोक कल्याण संस्थान के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
उक्त प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य अनुसूचति जातियों के लाभुकों पारम्परिक वाद्ययंत्र के कौशल विकास कर क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाना, आय सृजन करना एवं समुदाय को स्वरोजगार से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि क्षेत्र से प्रवास को रोका जा सके। इसके अलावा पारम्परिक वाद्ययंत्र के प्रशिक्षण के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर लोगों को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक रूप से पूर्णरूपेण सशक्त बनाना है।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को पारम्परिक वाद्ययंत्र संबंधी टूलकीट, स्टेशनरी तथा बैग उपलब्ध कराया गया।
विशेष घटक योजना के तहत् अनुसूचति जातियों के लाभुकों के पारम्परिक वाद्ययंत्र के कौशल विकास हेतु 25 दिवसीय प्रशिक्षण को सफल बनाने में भारतीय लोक कल्याण संस्थान के कार्यक्रम प्रबंधक  विश्व देव महतो ,राजकुमार, सहायक कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत सुमन, प्रशिक्षक श्री विष्णुदेव महतो, सहायक प्रशिक्षक मेघनाथ रूहीदास   एवं मंगल रूही दास की सराहनीय भूमिका रही एवं ग्राम - अंधारझोर के कूल 20 सहभागियों की सहभागिता रही।

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