राची, झारखण्ड | नवम्बर | 03, 2023 ::
दिनांक 3 नवंबर 2023 को वेदांत अनुसंधान केंद्र द्वारा आयोजित 24 वें वार्षिक अधिवेशन आई. एम. ए. के परिसर में आयोजित किया गया । चार दिवसीय अधिवेशन के दूसरे दिन जिसके अध्यक्ष डॉ. एचपी नारायण रहे । प्रोफेसर आर. सी. सिन्हा द्वारा नव्य वेदांत की चर्चा करते हुए के. सी. भट्टाचार्य के दर्शन की व्याख्या की। उन्होंने कहा पूर्व और पश्चिम दर्शन का सामंजस्य के. सी. भट्टाचार्य के दर्शन में सुप्राप्य है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर आर. के. पांडे के द्वारा मॉडर्न वर्ल्ड पर विचार प्रस्तुत किया गया।
उन्होंने कहा हमारी भेद दृष्टि ही हमारे दुखों के कारण है।
सांची विश्वविद्यालय (म.प्र.) के पूर्व कुलपति डॉ. बी. एन. लाभ जी के द्वारा बौद्ध दर्शन पर विचार व्यक्त किया गया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (रांची) के कुलपति डॉ. तपन कुमार शांडिल्य जी ने मानव कल्याण हेतु आर्थिक एवं वेदांती परिप्रेक्ष्य में अपने विचारों को प्रस्तुत किया।
संगठन के सदस्य एस. के. मुखर्जी जी द्वारा पूरे वर्ष की गतिविधियों की प्रस्तुति की गई।
डॉ. एच. पी. नारायण , प्रख्यात न्यूरोसर्जन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में ब्रह्म की व्याख्या की।
डॉ. राजकुमारी सिन्हा ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापन प्रेषित किया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में डॉ. पूनम सिंह की अध्यक्षता में देश के अनेक प्रख्यात विद्वत जनों जैसे डॉ. गीता सिंह , डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव , डॉ. मीरा देवी वर्मा , डॉ. इंदिरा पाठक , डॉ. नेमाई बैनर्जी , डॉ. सीता कुमारी आदि ने अपने - अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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